Special Correspondent, DTE Hindi. He reports on infrastructure, power, water, housing and urban development, road transport and highways
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: बेस्वाद चावल से पेट भर रहे हैं आदिवासी
सरकारी राशन में केवल चावल मिलता है, नमक मिलना बंद हो गया …
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: सात साल से कर रहे हैं राशन का इंतजार
झारखंड के गांव सरहुआ के लोग अंग्रेजी शब्द “डिलीट” का…
झारखंड: सूखा राहत योजना में आवेदन के लिए रात का इंतजार करते हैं किसान
झारखंड में इस साल जबरदस्त सूखा पड़ा है। सरकार का ऐलान है…
आवरण कथा: खंड-खंड होते उत्तराखंड के लिए जिम्मेवार कौन, कहां बसेंगे उजड़े लोग
हिमालयी राज्य उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाएं बढ़ रही ह…
डाउन टू अर्थ विशेष: धरती पर बचेगा कौन, रोबोट, एलियंस या हम?
जिस तरह मनुष्य का जीवन तकनीक और मशीन से घिरता जा रहा है, उ…
बदल रहा मेवात, भाग-दो: लड़की का पढ़ा-लिखा होना शादी की पहली शर्त बना
मेवात में पंचायत चुनाव लड़ने के लिए जहां मां-बाप अपनी बे…
बदल रहा मेवात, भाग-एक: पंचायत चुनाव में महिलाओं के आरक्षण से बदल रही सूरत?
हरियाणा में पहली बार पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 प्रति…
किस ओर ले जाएगा चावल का संकट, कितनी करनी होगी सरकारी खरीद?
केंद्रीय पूल में चावल व गेहूं का स्टॉक कम हो रहा है। ऐसे …
डाउन टू अर्थ विशेष: मानव विकास की कहानी, आदिम से अब तक
मानव का मौजूदा स्वरूप विकास की उस सतत प्रक्रिया का नतीज…
घाटे की खेती: अब भारी बारिश से धान, कपास, बाजरा-ज्वार को नुकसान
पहले जो राज्य सरकारें सूखे की वजह से होने वाले नुकसान की…
इथेनॉल के लिए लगाई गई चावल के निर्यात पर पाबंदी?
बारिश न होने के कारण इस साल 120 लाख टन चावल का उत्पादन कम हो…
चार राज्यों में सूखे जैसे हालात, तो क्यों नहीं की जा रही है सूखे की घोषणा?
केंद्र सरकार के राष्ट्रीय फसल पूर्वानुमान केंद्र के मु…
अंतिम पड़ाव पर पहुंचा खरीफ सीजन, धान-दलहन का रकबा घटा
खरीफ सीजन में मानसून की बेरुखी की वजह से सबसे अधिक प्रभा…