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कैसे होगी साफ देश की हवा
भारत में हवा की खराब स्थिति कोई नई बात नहीं है। देश के 122 में से 117 नॉन अटेन्मेंट महानगरों (आसान शब्दों में, वह महानगर जहाँ की हवा ज्यादा दूषित हो चुकी है) में 2018 के दौरान वायु की गुणवत्ता, विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों से कहीं ज्यादा पाई गई। गौरतलब है कि इनमें से 102 शहरों ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशानुसार स्वच्छ वायु के सन्दर्भ में अपनी कार्ययोजना प्रस्तुत कर दी है। इसके बावजूद विडम्बना देखिए कि उनमें से केवल 47 शहर ऐसे हैं, जो वायु गुणवत्ता की रियल टाइम निगरानी कर रहे हैं।

आइए, ग्राफ के माध्यम से समझते हैं कि कैसा है आपके शहर का हाल

प्रस्तुति: ललित मौर्या, किरण पांडेय और राजित सेन गुप्ता

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी आंकड़ों में देश के 122 प्रदूषित शहरों की पहचान की है। जिनमें वायु गुणवत्ता, निर्धारित राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता मानक से कहीं ज्यादा है। इन शहरों की पहचान 2010 और 2015 के बीच वायु गुणवत्ता सम्बन्धी आंकड़ों और विश्व स्वस्थ्य संगठन की 2014 और 2018 रिपोर्ट के आधार पर की गई है। जहां वायु प्रदूषण का स्तर इंसान का दम घोट रहा है।


 



*अपने वायु प्रदूषण को दूर करने के लक्ष्य से दूर वो शहर जहां वायु गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में की जाती है

आंध्र प्रदेश
लक्ष्य से दूर शहर: 13 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 12 । अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 10



असम
लक्ष्य से दूर शहर: 5 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 4 । अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 4



बिहार
लक्ष्य से दूर शहर: 3 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 3



चंडीगढ़
लक्ष्य से दूर शहर: 1 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 1



छत्तीसगढ़
लक्ष्य से दूर शहर: 3 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 2 । अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 3



दिल्ली
लक्ष्य से दूर शहर: 1 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 1



गुजरात
लक्ष्य से दूर शहर: 3 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 3। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



हिमाचल प्रदेश
लक्ष्य से दूर शहर: 7 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 7। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 7



जम्मू और कश्मीर
लक्ष्य से दूर शहर: 2 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 2। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



झारखंड
लक्ष्य से दूर शहर: 1 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 1। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 1



कर्नाटक
लक्ष्य से दूर शहर: 4 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 2। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



मध्य प्रदेश
लक्ष्य से दूर शहर: 6 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 6। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



महाराष्ट्र
लक्ष्य से दूर शहर: 18 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 18। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 9



मेघालय
लक्ष्य से दूर शहर: 1 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 1 । अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 1



नागालैंड
लक्ष्य से दूर शहर: 2 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 2। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



ओडिशा
लक्ष्य से दूर शहर: 7 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 7। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 6



पंजाब
लक्ष्य से दूर शहर: 9 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 9। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



राजस्थान
लक्ष्य से दूर शहर: 5 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 5



तमिलनाडु
लक्ष्य से दूर शहर: 2 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 2। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2



तेलंगाना
लक्ष्य से दूर शहर: 4 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 3। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 3



उत्तर प्रदेश
लक्ष्य से दूर शहर: 15 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 15। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 9



उत्तराखंड
लक्ष्य से दूर शहर: 3 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 3। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 3



पश्चिम बंगाल
लक्ष्य से दूर शहर: 7 | लक्ष्य से दूर वो शहर जो पीएम 10 की तय सीमा से अधिक प्रदूषित हैं: 7। अपने साफ हवा के लक्ष्य को हासिल न कर पाने वाले शहर जहां वायु की गुणवत्ता की निगरानी रियल टाइम में नहीं की जा रही: 2




कैसे साफ होगी हवा
वह शहर जो वायु की गुणवत्ता की रियल टाइम में निगरानी नहीं कर रहे हैं, वो प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपना सकते हैं:

❖ वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए उपग्रह आधारित सेंसरों का उपयोग
❖ वायु-गुणवत्ता की निगरानी के लिए बेहतर और सस्ते उपकरणों का उपयोग, जो सरकारी मानकों को पूरा करते हों
❖ सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्रों की पहचान के लिए विशिष्ट अध्ययन और पायलट प्रोजेक्ट के रूप में निगरानी

इनमें से अधिकांश शहरों के लिए बनाये गए एक्शन प्लान में प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों की पहचान पहले ही हो चुकी है। ऐसे में अधिकारियों को उनसे निपटने की कार्ययोजना बनाने की जरुरत है। जबकि इसके साथ-साथ इन शहरों में वायु गुणवत्ता की रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना शुरू कर देना चाहिए।




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आंकड़ों का स्रोत:

❖ पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, दिसंबर 2019
❖ स्टेट ऑफ इंडिया एनवायरनमेंट 2020, डाउन टू अर्थ, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट
❖ इंडिया एनवायरनमेंट पोर्टल
❖ केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी)