मोदी सरकार के अगले पांच साल के कार्यकाल के दौरान पर्यावरण संरक्षण एक बड़ा मुद्दा होगा, इस पर जानिए विशेषज्ञों की राय...
कुछ ही देर बाद प्रधानमंत्री और उनका मंत्रिमंडल अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेगा और नई सरकार का कामकाज शुरू हो जाएगा। वैसे तो नई सरकार के सामने कई चुनौतियां होंगी, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती मंदी की ओर बढ़ रही अर्थव्यवस्था के साथ-साथ पर्यावरण की होगी। इसको लेकर डाउन टू अर्थ ने कुछ मुद्दों पर विशेषज्ञों से उनकी रय ली और जानना चाहा कि आखिर मोदी सरकार को अपने एजेंडे में किन बातों को प्रमुखता देनी चाहिए। आइए, जानते हैं अलग-अलग मुद्दों पर विशेषज्ञों की राय
कैसा हो सरकार का पर्यावरण चार्टर
सरकार कोई भी हो, उसे पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सोचना ही होगा। दुनिया भर में इस दिशा में काम हो रहा है। यह बात अलग है कि बीते चुनाव में पर्यावरण संरक्षण को लेकर कोई ठोस वादा नहीं किया गया। लेकिन नई सरकार को इस दिशा में ठोस पहल करनी होगी। मोदी सरकार के पर्यावरण चार्टर के बारे में सुनीता नारायण लिखती हैं कि सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि वह हमें समावेशी और टिकाऊ भविष्य दे। पढ़ें, पूरा लेख … नई सरकार का पर्यावरण चार्टर
अर्थव्यवस्था को पढ़ना होगा पर्यावरण को पाठ
अब बात करते हैं, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) से। भारत सहित दुनिया के देशों को अगले 10 साल यानी 2030 तक सतत विकास का लक्ष्य हासिल करना है। इसको लेकर वस्तुस्थिति क्या है और मोदी सरकार को क्या करना चाहिए। इस बारे में अमिताभ बहर लिखते हैं कि एसडीजी को लेकर अब तक भारत में साफ नजरिया बहुत दूर की बात है, इस महत्वपूर्ण विषय को लेकर हमारी समझ ही विकसित नहीं हो पाई है। पूरा लेख यहां पढ़ें ... अर्थव्यवस्था को पढ़ना होगा पर्यावरण का पाठ
'भारत' को बचाने की चुनौती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पहले कार्यकाल में लगातार दावा करते रहे हैं कि वह न्यू इंडिया बनाना चाहते हैं, लेकिन वर्तमान में ग्रामीण भारत की हालत काफी दयनीय है। कृषि संकट के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी है। वहीं, अतिशय मौसम का शिकार भी ग्रामीणों को होना पड़ रहा है। ऐसे में मोदी सरकार के सामने न्यू इंडिया में भारत को बचाने की बड़ी चुनौती है। पूरा लेख यहां पढ़ें … नई सरकार के सामने न्यू इंडिया में भारत को बचाने की चुनौती
नदियों को बचाने की चुनौती
पिछले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा सहित अन्य नदियों के प्रति आस्था दिखाई और नमामि गंगे सहित कई कार्यक्रम चलाए, लेकिन परिणाम देखने को नहीं मिले। अब इस दिशा में नए सिरे से आगे बढ़ने की जरूरत है। कई पहलुओं पर सरकार को आगे बढ़ना होगा। इस बारे में सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट ने कई बिंदू तैयार किए। पढ़ें पूरा लेख … इन तरीकों से नदियों को प्रदूषण से बचा सकती है नई सरकार
नहीं चलेगी हवा पर हवाई राजनीति
दुनिया भर में वायु प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन कर सामने आई है। भारत में भी यह समस्या बढ़ती ही जा रही है। वायु प्रदूषण की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं और मर रहे हैं। आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं। ऐसे में, यह स्पष्ट है कि अब वायु प्रदूषण को लेकर हवाई राजनीति नहीं चलेगी। नई सरकार को ठोस काम करना होगा। पढ़ें पूरा लेख … हवा पर हवाई राजनीति के दिन लदे, अब ठोस कदम उठाए नई सरकार
बढ़ती बीमारियों पर अंकुश लगाने की चुनौती
एनडीए सरकार के पिछले कार्यकाल की बड़ी उपलब्धियों में से एक आयुष्मान भारत को बताया जाता है। यह योजना आखिरी साल में आई, जिसमें लोगों को पांच लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जा रहा है। लेकिन क्या यह काफी है? क्या हमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत नहीं करना होगा? क्या सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की दशा नहीं सुधारनी होगी? क्या ऐसे इंतजाम नहीं करने होंगे, जिससे लोग बीमार ही न पड़ें? इन सब सवालों का जवाब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यकाल में देना होगा। पढ़ें, पूरा लेख … मोदी सरकार के लिए बड़ी चुनौती है देश में बढ़ रही बीमारियां
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