Water

जहां गिरे बारिश की बूंदें, वहीं सहेज लें

एक पुराना वीडियो, जो आपको इस साल होने वाली बारिश की बूंद-बूंद को सहेजने के लिए प्रेरित करेगा

 
Published: Tuesday 02 July 2019

 

हमें पता है कि जहां एक तरफ पानी का संकट बढ़ रहा है और हममें से बहुत से लोगों को साफ पेयजल भी नहीं नसीब हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ उपलब्ध पानी प्रदूषित हो रहा है। इसे देखते हुए हमें कुछ कदम उठाने की जरूरत है। सबसे पहले हमें पानी की हर बूंद को पकड़कर अपने जलस्रोतों को समृद्ध करना होगा। हम हर छत, हर फुटपाथ से वर्षा जल का संचलन कर सकते हैं। ये स्थान जलग्रहण क्षेत्र बनाए जा सकते हैं। इससे हम समाधान के रास्ते पर होंगे। यह काम सरकार का नहीं है। यह हमारी पहुंच के अंदर है।

हर गांव, हर स्कूल, हर कॉलोनी और हर एजेंसी को वर्षा जल संचयन में अपना योगदान देना होगा और हर बूंद का महत्व समझना होगा। हमें पानी की जरूरतों को न्यूनतम करना होगा। यह काम हम जरूर कर सकते हैं। शुरुआत हम पानी को बर्बाद न करके कर सकते हैं। हम पानी को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। हमें पानी को दोबारा इस्तेमाल करने के समाधान पर काम करना चाहिए। रसोईघर, बाथरूम और बगीचों में पानी के कम से कम उपयोग के तरीकों को खोजना चाहिए। यह वैसा बिल्कुल नहीं है जो अक्सर हमारी पहुंच में होता है। गंदा पानी हमारे आधिकारिक सीवेज व्यवस्था से जुड़ा होता है जिसे हम इस्तेमाल करके भूल जाएंगे। 

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