एसओई इन फिगर्स 2023: कृषि क्षेत्र में मध्य प्रदेश अव्वल, पंजाब नौंवे और हरियाणा 16वें स्थान पर

रैंकिंग में अव्वल मध्य प्रदेश ने कृषि के शुद्ध मूल्य में उच्चतम वृद्धि दर्ज की है। साथ ही खाद्यान्न उत्पादन में काफी वृद्धि की है। हालांकि राज्य के लगभग आधे फसल क्षेत्र का बीमा नहीं किया गया है

By Bhagirath Srivas

On: Sunday 04 June 2023
 

“स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट (एसओई) इन फिगर्स 2023” रिपोर्ट में मध्य प्रदेश ने कृषि क्षेत्र में पहली रैंकिंग हासिल की है। देश के सभी राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश ने कृषि के शुद्ध मूल्य में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की है। खाद्यान्न उत्पादन के मामले में भी राज्य का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश ने कुल 10 में से 7.715 अंक हासिल कर शेष राज्यों को काफी पीछे छोड़ दिया है। आंध्र प्रदेश दूसरे, छत्तीसगढ़ तीसरे और उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर हैं, जिन्हें क्रमश: 5.950, 5.375, 5.361 अंक हासिल हुए हैं।

निचले पायदान पर रहने वाले राज्यों में दिल्ली, गोवा, मेघालय और केरल हैं। दिल्ली को 0.106, गोवा को 1.786, मेघालय को 2.933 और केरल को 3.470 अंक ही हासिल हुए हैं। निचले पायदान पर मौजूद 10 राज्यों में से 6 राज्य हिमालयी हैं। हालांकि त्रिपुरा, असम और अरुणाचल प्रदेश जैसे छोटे हिमालय राज्यों का प्रदर्शन अच्छा रहा है और ये राज्य छठे, सातवें और आठवें पायदान पर मौजूद हैं।

कृषि क्षेत्र की यह रैंकिंग आठ संकेतकों पर आधारित हैं। इन संकेतकों में कृषि, वानिकी और मछली उत्पादन को सर्वाधिक 3 भारांक दिए गए हैं। इसके अलावा खाद्यान्न उत्पादन, बागवानी उत्पादन, दूध उत्पादन, पोल्ट्री उत्पादन, मांस उत्पादन, बीमित फसल क्षेत्र और डिग्रेडेड भूमि को भी संकेतकों में शामिल किया गया है। इन सभी संकेतकों के 1-1 भारांक हैं।

कृषि और संबद्ध क्षेत्र के उत्पादन में मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं। वहीं इस क्षेत्र में दिल्ली, गोवा और केरल का प्रदर्शन सबसे निराशाजनक रहा। खाद्यान्न उत्पादन में मध्य प्रदेश, तेलंगाना और गुजरात सबसे आगे रहे जबकि राजस्थान, हरियाणा और पंजाब का प्रदर्शन निचले दर्जे का रहा। बागवानी उत्पादन में तमिलनाडु, महाराष्ट्र और त्रिपुरा ने बाजी मारी, वहीं तेलंगाना, कर्नाटक और हरियाणा का प्रदर्शन निम्नतम रहा।

इसी तरह दूध उत्पादन में सिक्किम, त्रिपुरा और राजस्थान अव्वल रहे और केरल, मिजोरम और तेलंगाना सबसे निचले पायदान पर रहे। पोल्ट्री उत्पादन के पैमाने पर ओडिशा, झारखंड और उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य रहे जबकि सिक्किम, हिमाचल प्रदेश और नागालैंड का प्रदर्शन सबसे खराब रहा। कृषि क्षेत्र के एक अन्य महत्वपूर्ण संकेतक बीमित फसल क्षेत्र में उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और राजस्थान अव्वल रहे। यानी इन तीन राज्यों का सर्वाधिक फसल क्षेत्र बीमा के दायरे में है। गोवा, सिक्किम और मेघालय इस संकेतक पर सबसे पीछे हैं।

भूमि का डिग्रेडेशन मिट्टी की उर्वरता शक्ति को प्रत्यक्ष रूप से प्रभाावित करता है, इसलिए इस संकेतक को भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है। इस पर सबसे अच्छा प्रदर्शन अरुणाचल प्रदेश, पंजाब और उत्तर प्रदेश का है जबकि झारखंड, राजस्थान और दिल्ली सबसे निचले पायदान पर हैं।

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