संसद में आज: कर्नाटक में इस साल बाढ़ से हुआ 10 लाख हेक्टेयर खेती को नुकसान

मणिपुर सरकार ने मणिपुरी टट्टू या छोटे घोड़े के संरक्षण और विकास के लिए मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति, 2016 को मंजूरी दे दी है

By Madhumita Paul, Dayanidhi

On: Friday 23 December 2022
 

देश में सिंचित और असिंचित भूमि

नवीनतम उपलब्ध भूमि उपयोग सांख्यिकी के अनुसार, देश में कुल बोया गया क्षेत्र 1,39,351 हजार हेक्टेयर है, जिसमें से 71,554 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित है, यह आज कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में बताया।

भारी वर्षा और बाढ़ के कारण फसलों का नुकसान

कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में आज इस बात की जानकारी दी कि 7 दिसंबर, 2022 तक कर्नाटक में 10,31,102 हेक्टेयर में भारी बारिश, बाढ़ के कारण फसल वाले क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए, इसके बाद दूसरा राज्य असम है जहां 2,45,837.7 हेक्टेयर क्षेत्र में भारी बारिश, बाढ़ का असर देखा गया।

कृषि निवेश पोर्टल का शुभारंभ

सरकार ने देश में कृषि निवेश को बढ़ावा देने के लिए 05 दिसंबर, 2022 को “कृषि निवेश” नाम से कृषि निवेश पोर्टल का विकास शुरू किया है। पोर्टल को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) के सहयोग से विकसित किया जा रहा है, यह आज कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में बताया।

पीएमकेएसवाई के माध्यम से किसानों को लाभ

प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना (पीएमकेएसवाई) की शुरुआत के बाद से अब तक 18,06,027 किसान लाभान्वित हुए हैं। इस बात की जानकारी आज खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने राज्यसभा में दी।

पटेल ने कहा 2017-18 से 2022-23 की अवधि के दौरान पीएमकेएसवाई की विभिन्न उप-योजनाओं के तहत 4026 परियोजना प्रस्ताव (विभिन्न राज्य सरकारों और उद्यमियों से) प्राप्त हुए हैं। इनमें से 1002 को 16.12.2022 तक मंजूरी दे दी गई है।

चारे की कमी

आईसीएआर-इंडियन ग्रासलैंड एंड फोडर रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईजीएफआरआई) ने अनुमान लगाया है कि देश में हरे चारे, सूखे चारे और कंसंट्रेट की क्रमशः 11.24, 23.4 और 28.9 प्रतिशत की कमी है, यह आज मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने राज्यसभा में बताया।

मत्स्य पालन और बुनियादी ढांचा विकास निधि

मत्स्य विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (एफआईडी एफ) बनाया है, जिसकी कुल राशि 7522.48 करोड़ रुपये है, इस बात की जानकारी आज मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने राज्यसभा को दी।

रूपाला ने कहा कि मत्स्य विभाग, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने अब तक विभिन्न मत्स्य पालन बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए 5285.45 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ कुल 110 प्रस्तावों को मंजूरी दी है।

मणिपुरी टट्टू या छोटा घोड़ा पालने के लिए नीति

मणिपुर सरकार ने मणिपुरी टट्टू या छोटे घोड़े के संरक्षण और विकास के लिए मणिपुरी टट्टू संरक्षण और विकास नीति, 2016 को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा, आईसीएआर-नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइन, हिसार क्षेत्र में मणिपुरी टट्टू के पालन को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, इंफाल के साथ "मणिपुरी टट्टू नस्ल का संरक्षण" नामक एक सहयोगी परियोजना चला रहा है।

मंत्रालय में लुप्तप्राय मणिपुरी टट्टू प्रजातियों को बचाने के लिए नीति बनाने की कोई योजना नहीं है, क्योंकि इस विषय पर पहले से ही एक राज्य स्तरीय नीति है, यह आज मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने राज्यसभा में बताया।

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