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- जग बीती: दुबई में बाढ़!
- जलवायु परिवर्तन से बिगड़ती अर्थव्यवस्था की सेहत, तीन डिग्री सेल्सियस से जीडीपी को लगेगी दस फीसदी की चोट
- ग्लेशियर से बनी झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ का शुरुआती कारण नहीं है भूकंप: अध्ययन
- भाग एक: महुआ की जुबानी, महुआ की कहानी..!
- “धूम्रपान-मुक्त” पीढ़ी तैयार कर रहे हैं कई देश
- आज भारतीय है धरती का हर छठा इंसान, चीन को पीछे छोड़ 2024 में 144.2 करोड़ हुई आबादी
- गुजरात में 4.7 करोड़ साल पुराने विशालकाय सांप का मिला जीवाश्म, क्या हो सकता है दुनिया का सबसे बड़ा सांप?
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रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल कहीं बढ़ा तो कहीं घटा
भारत में रासायनिक कीटनाशकों के इस्तेमाल में बड़ी गिरावट हुई है लेकिन इसकी खेती का दायरा बढ़ गया है
संसद में आज: आठ राज्यों में 4 लाख हेेक्टेयर में प्राकृतिक खेती को दी गई है मंजूरी
10 दिसंबर 2023 तक देश में पहले से चल रहे ईवी पीसीएस की कुल संख्या 11,902 थी
90 से अधिक देशी बीज का संरक्षण कर रही है लक्ष्मी अम्मा, आत्मनिर्भर भारत के लिए बनी मिसाल
बीज पर कब्जा कर दुनिया पर कब्जा किया जा रहा है। “जोत जिसकी, बीज उनके ही” की मांग देश के कोने-कोने से उठ रही है
एक हेक्टेयर से कम जमीन पर लगाते हैं 15 फसलें, किसानों के लिए बने मिसाल
कृषि वानिकी हजारों वर्ष पुरानी पद्धति है जो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के साथ-साथ किसानों की आमदनी भी बढ़ा सकती है
संसद में आज: आठ राज्यों के 4.09 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो रही है प्राकृतिक खेती
देश में घुमंतू आदिवासियों की संख्या के संबंध में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के पास कोई आंकड़े उपलब्ध नहीं है
डाउन टू अर्थ खास: मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए हरित क्रांति जैसी गलती तो नहीं दोहरा रहे हैं हम!
मोटे अनाज को पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत माना गया है, लेकिन इनकी संकर (हाइब्रिड) किस्में पारंपरिक किस्मों की तरह पोषक नहीं हो सकतीं
संसद में आज:कुमाऊं के हिमालयी इलाकों में बर्फ पिघलने से बनी 77 झीलें
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023 में भारत ने 8वां स्थान हासिल किया
संसद में आज: देश में बढ़ रहे हैं खसरे के मामले, सरकार ने माना
16 दिसंबर 2022 को संसद में पूछे गए कुछ अहम सवालों के जवाब में सरकार ने क्या कहा, यहां जानें-