साइकिल के उपयोग से रुक सकता है 70 करोड़ मीट्रिक टन सीओ 2 उत्सर्जन: शोध

यातायात के क्षेत्र में वर्तमान में सभी ईंधन से संबंधित ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का एक चौथाई हिस्सा है, जो धरती को गर्म कर रहे हैं, उनमें से आधा उत्सर्जन यात्री कारों से होता हैं।

By Dayanidhi

On: Saturday 20 August 2022
 

एक शोध के अनुसार दुनिया हर साल लगभग 70 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन प्रदूषण के उत्सर्जन से बच सकती है, अगर हर व्यक्ति रोजमर्रा की जीवन शैली में आवागमन के लिए साइकिल को अपना ले।

यातायात के क्षेत्र में वर्तमान में सभी ईंधन से संबंधित ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का एक चौथाई हिस्सा है, जो धरती को गर्म कर रहे हैं। उनमें से आधा उत्सर्जन यात्री कारों से होता है और दुनिया भर में यातायात की मांग के सदी के मध्य तक तिगुना होने का अनुमान है।

जैसा कि वे यातायात को कार्बन रहित या डीकार्बोनाइज करना चाहते हैं, सरकारों और उद्योग ने इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख किया है। अकेले 2021 में 67.5 लाख यूनिट बेचे गए हैं। हर साल वाहनों की बिक्री को ट्रैक और प्रकाशित किया जाता है। हालांकि, एक बहुत पुरानी, ​​कम कार्बन तकनीक साइकिल के उत्पादन और स्वामित्व की गणना करना मुश्किल हो गया है।

शोधकर्ताओं की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने अब किसी भी जानकारी की कमी को पूरा करने के लिए सांख्यिकीय मॉडलिंग का उपयोग करते हुए, 1960 के दशक की शुरुआत में देश द्वारा साइकिल रखने वाले लोगों और उपयोग का पहला वैश्विक डेटासेट तैयार किया है। उन्होंने पाया कि 1962 से 2015 के बीच बाइक का वैश्विक उत्पादन कारों से आगे निकल गया, चीन ने 2015 में निर्मित 12.3 करोड़ से अधिक बाइकों में से लगभग दो-तिहाई का हिसाब लगाया।

शोधकर्ताओं की टीम ने दिखाया कि साइकिल रखने वाले आम तौर पर उच्च-आय और उच्च-मध्यम-आय वाले देशों में अधिक थे, लेकिन बाद में कारों द्वारा की जाने वाली यात्राओं ने इनकी जगह ले ली।

इसका मतलब यह था कि हर किसी के पास साइकिल होना जरूरी नहीं है बल्कि इसका अधिक उपयोग होना महत्वपूर्ण है।

डेटासेट में शामिल 60 देशों में, यात्रा के लिए साइकिल के उपयोग का हिस्सा केवल पांच प्रतिशत था। कुछ देशों में, केवल साइकिल स्टॉक की कमी है, जबकि बहुत अधिक लोग बाइक वाले अन्य, जैसे कि संयुक्त राज्य अमेरिका, साइकिल को यातायात के एक साधन की तुलना में अधिक फुरसत के क्षणों में की जाने वाली गतिविधि के रूप में देखते हैं।

टीम ने गणना की कि यदि हर कोई प्रतिदिन आवागमन के लिए औसतन 1.6 किलोमीटर साइकिल चलता है, तो दुनिया प्रति वर्ष लगभग 41.4 करोड़ मीट्रिक टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के उत्सर्जन होने को बचा सकती है, जो कि ब्रिटेन के वार्षिक उत्सर्जन के बराबर है।

गोइंग डच और नीदरलैंड में लोगों की तरह प्रतिदिन 2.6 किलोमीटर साइकिल चलाने से 68.6 करोड़ मीट्रिक टन सीओ2 के उत्सर्जन होने से बचा जा सकता है, और अधिक व्यायाम और बेहतर वायु गुणवत्ता के कारण इससे जुड़े फायदे भी स्वास्थ्य को होंगे

अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि दुनिया भर में स्थायी साइकिल चलाने की नीति और बुनियादी ढांचे के विकास से नीदरलैंड और डेनमार्क की तरह उदाहरण पेश किया जा सकता है, जिससे महत्वपूर्ण अप्रयुक्त जलवायु और स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि इस दोहरे लाभ ने साइकिल के बेहतर आंकड़ों को जमा करने की मांग की, और कहा कि "नीति, योजना और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से स्थायी साइकिल के उपयोग को बढ़ावा देने की तत्काल आवश्यकता है।

दक्षिण डेनमार्क विश्वविद्यालय के हरित प्रौद्योगिकी विभाग के एक प्रोफेसर और प्रमुख अध्ययनकर्ता गैंग लियू ने कहा कि शोध से पता चला है कि दुनिया भर में यातायात के कार्बन पदचिह्न को कम करने में साइकिल की महत्वपूर्ण भूमिका है।

उन्होंने बताया इस तरह की विशाल चुनौतियों से निपटने के लिए न केवल तकनीकी पक्ष की रणनीतियों की आवश्यकता होती है, जैसे कि हल्के डिजाइन या विद्युतीकरण भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

लेकिन मांग-पक्ष रणनीतियों की भी आवश्यकता है, जैसे कि वैकल्पिक गतिशीलता पैटर्न-साझाकरण गतिशीलता, ऑन-डिमांड गतिशीलता, सवारी साझा करना और परिवहन मोड में परिवर्तन, जैसे साइकिल के माध्यम से कम दूरी की कार उपयोग को कम करना आदि इसमें शामिल है। यह शोध जर्नल कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरनमेंट में प्रकाशित हुआ है।

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