यूपी में सख्त लॉकडाउन के दौरान आवश्यक आपूर्ति का बनेगा ई-पास , 97409 राजस्व गांवों में होगी कोरोना जांच

उत्तर प्रदेश के पास 18 से 44 वर्ष आयु वालों के लिए 1.30 लाख वैक्सीन डोज का स्टॉक है और इस सप्ताह भी सात जिलों में ही कोविड टीका लगाया जाएगा। पूरे प्रदेश के लिए अभी निर्णय नहीं हुआ।  

By Vivek Mishra

On: Monday 03 May 2021
 

उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद स्थिति अभी तक बेकाबू है। जारी लॉकडाउन के बीच पंचायत चुनाव परिणाम के बाद जगह-जगह लोग जीत का जश्न मना रहे हैं। वहीं, अब भी कई ग्रामीण सीटों के परिणाम आना बाकी हैं, जिसका पटाक्षेप 4 मई को होगा। प्रदेश में लागू आंशिक लॉकडाउन न तो प्रभावी है और न ही गांवों में भीड़ की स्थिति सुधर रही है। 

ऐसे में सख्त लॉकडाउन के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने 03 मई को सभी जिलाधिकारियों को जारी निर्देश में कहा है कि जनपद के भीतर और बाहर आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति के लिए बीते वर्ष की तरह ई-पास जारी किए जाएं। 

डाउन टू अर्थ ने अपनी रिपोर्ट में 30 अप्रैल, 2021 को ही बताया था कि प्रदेश में सख्त लॉकडाउन की तैयारी हो रही है। वहीं, ऑक्सीजन और वैक्सीन संकट प्रदेश में अब भी जारी है। 

हालांकि सरकार ने अब 56000 से ज्यादा ग्राम पंचायतों के 97,409 राजस्व गांवों में 5 मई, 2021 से कोरोना जांच कराने का निर्णय लिया है। इस काम के लिए गठित 14 हजार से ज्यादा निगरानी समितियां डोर-टू-डोर जांच कोरोना जांच करेंगी। इसमें मुख्य जिम्मेदारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा व स्थानीय समितियों की होगी। 

निगरानी समितियां थर्मल स्कैनिंग और ऑक्सीमीटर से कोरोना संदिग्ध की पहचान करेंगी। इसके बाद पुष्टि के लिए एंटीजन टेस्ट को तरजीह दिया जाएगा। शासन के मुताबिक 10 लाख अतिरिक्त एंटीजन टेस्ट किट का इंतजाम किया जा रहा है। 

उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन होने वाली जांच की संख्या 25 अप्रैल से 2 मई तक यदि देखे तो औसत 1.86 लाख से लेकर 2.96 लाख जाँच हो रहीं हैं। इसमें करीब 50 फीसदी एंटीजन टेस्ट किए जा रहे हैं। 

01 मई को प्रदेश में कुल 2.96 लाख जाँच की गयी। इसमें 163,134 एंटीजन जांच हुई। वहीं, 5052 ट्रुनैट जांच और 128,787 आरटी-पीसीआर जांच हैं। अधिकांश जगहों पर जांच रिपोर्ट का लोग इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में गांव में टेस्ट की क्या प्रभावी प्रक्रिया अपनाई जाएगी? 

5 मई, 2021 से ही गांवों 5 किलो प्रति व्यक्ति राशन बांटने की प्रक्रिया शुरु होगी। इसमें भी काफी भीड़ जुट सकती है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का पालन करने के लिए मुश्किल हो सकती है। 

इससे पहले 25 अप्रैल, 2021 को 01 लाख 86 हजार टेस्ट हुए, 35 हजार कोविड केस आये तथा 26 हजार कोविड-19 से ठीक हुए थे। 01 मई, 2021 को 02 लाख 96 हजार टेस्ट हुए, 30 हजार कोविड केस आये तथा 31 हजार कोविड-19 से ठीक हुए थे। आज 03 मई, 2021 को 02 लाख 29 हजार टेस्ट हुए, 29 हजार कोविड केस आये तथा 38 हजार कोविड-19 से ठीक हुए है। 

प्रदेश में अब तक कुल 4,15,91,659 सैम्पल की जांच की गयी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 29,192 नये मामले आये हैं तथा 38,687 मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं। इस प्रकार अब तक कुल 10,43,134 से अधिक लोग कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। प्रदेश में कुल कोरोना के एक्टिव मामलों में से 2,33,290 व्यक्ति होम आइसोलेशन तथा 8673 मरीज निजी चिकित्सालायों में हैं, इसके अतिरिक्त मरीज सरकारी चिकित्सालायों में इलाज करा रहे है।  

प्रदेश में 93,210 कन्टेनमेंट जोन में 1300 थाना है जिसमें 02 लाख 40 हजार कोरोना पाॅजिटिव लोग है। 02 लाख 85 हजार एक्टिव केस हैं वर्तमान में।

जारी है वैक्सीन संकट

उत्तर प्रदेश में एक मई को18-44 आयु वालों के लिए सिर्फ सात जिलों लखनऊ, कानपुर नगर, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, मेरठ में 12 हजार वैक्सीन डोज लगाए जा सके। एक मई को 17 हजार डोज का स्टॉक था। अब इस वक्त कोविशील्ड और कोवैक्सीन का 1.30 लाख डोज स्टॉक सरकार के पास है। इस हफ्ते में सातों जिलों में उपलब्ध है। अभी पूरे प्रदेश में इसे सातों दिन लागू करने का निर्णय नहीं लिया गया है।  

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