उत्तर प्रदेश में 10 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन, गांवों में शुरु हुआ कोरोना जांच का सर्वेक्षण

ऑक्सीजन के मामले में प्रदेश में अब भी 1142 टन मांग के विरुद्ध 5 मई को 850 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। हालांकि, यह प्रदेश का अब तक की रिकॉर्ड आपूर्ति है।

By Vivek Mishra

On: Wednesday 05 May 2021
 
UP Chief Minister Yogi Adityanath getting his vaccine shot April 5, 2021. Photo: @myogiadityanath / Twitter

उत्तर प्रदेश सरकार ने तीसरी बार लॉकडाउन को 10 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। यह आंशिक लॉकडाउन है जिसे लोग भी हल्के में ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव परिणामों के बाद कई गांवों में जुलूस भी निकाले गए हैं। यूपी में लॉकडाउन के दर्मियान टीकाकरण, जांच और ऑक्सीजन की आपूर्ति का मुद्दा अब भी लगातार बना हुआ है। 
 
इस बार राज्य का लॉकडाउन बीते वर्ष की तरह प्रभावी और सख्त नहीं है। शादियां और जुलूस दोनों जारी हैं।  इससे पहले राज्य सरकार ने 29 अप्रैल, 2021 को अपने आदेश में कहा था कि प्रदेश 4 मई, 2021 की सुबह 07 बजे तक साप्ताहिक बन्दी होगी। इस अवधि में केवल आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं ही यथावत जारी रहेंगी।  एक राज्य से दूसरे राज्य के लिए सार्वजनिक परिवहनों का आवागमन बंद किया जा चुका है। 
 
इससे पहले लॉकडाउन में ई-पास जारी करने और सामुदायिक किचन की शुरुआत करने के लिए आदेश दिए गए थे, जिससे सख्त लॉकडाउन का अंदेशा हुआ था। हालांकि अभी यह व्यवस्थाएं धरातल पर उतरी नहीं हैं और न ही इनकी जरुरत पड़ रही है। 
 
वहीं, 5 मई, 2021 को प्रदेश सरकार ने घोषणा के मुताबिक 97000 राजस्व ग्रामों में कोरोना संक्रमण की ट्रेसिंग के लिए सर्वेक्षण भी शुरु किया। इसमें 69,474 एंटीजन जांच की गई, जिसमें 3551 पॉजिटिव मिले। यह जांच अभी जारी रहेगी। 
 
वहीं, ऑक्सीजन के मामले में प्रदेश में अब भी 1142 टन मांग के विरुद्ध 5 मई को 850 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई है। हालांकि, यह प्रदेश का अब तक की रिकॉर्ड आपूर्ति है। इस वक्त 89 टैंकर ऑक्सीजन से सम्बंधित कार्य में क्रियाशील हैं। इसमें भारत सरकार ने प्रदेश को 400 मीट्रिक टन के टैंकर दिए हैं। 
 
रिलायंस और अडानी जैसे निजी औद्योगिक समूहों की ओर से टैंकर उपलब्ध कराए गए हैं। वहीं, प्रदेश सरकार ने कहा है कि ऑक्सीजन के संबंध में टैंकरों की संख्या और बढ़ाये जाने की जरूरत है ऐसे में क्रायोजेनिक टैंकरों के संबंध में ग्लोबल टेंडर भी निकाले जाएंगे। 
 
अब भी प्रदेशों में आदेशों के बावजूद जिलों में होम आइसोलेशन के मरीजों के आपूर्ति के लिए अभी तक कोई ठोस योजना नहीं बन पाई है।

 

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