संसद में आज: भारत में ब्लैक फंगस से 4,332 मौतें हुई

इस साल 7 फरवरी को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने से मलबे में 204 लोग लापता हुए और 80 शव निकाले गए।

By Madhumita Paul, Dayanidhi

On: Tuesday 20 July 2021
 

म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस रोग, हालांकि यह एक नई बीमारी नहीं थी, खासकर मई 2021 से पहले तक इस बीमारी की सूचना सरकार को नहीं दी जाती थी। इस साल मई में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने राज्यों से म्यूकोर्मिकोसिस का मूल्यांकन करने के लिए महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत म्यूकोर्मिकोसिस को एक उल्लेखनीय बीमारी घोषित करने का अनुरोध किया था। अर्थात जिसकी सूचना स्‍वास्‍थ्‍य विभाग को अवश्‍य देनी होगी। यह आज स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने राज्यसभा में बताया।

राज्यसभा में पेश आंकड़ों के मुताबिक देश में ब्लैक फंगस से मरने वालों की कुल संख्या 4332 है।

उत्तराखंड में ग्लेशियर फटा

7 फरवरी, 2021 को उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी की सहायक नदी ऋषि गंगा नदी के ऊपरी जलागम क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ था। जिससे ऋषि गंगा नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया। इस मामले की जानकारी आज गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोकसभा में दी।

उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, इस घटना के कारण, 204 लोग लापता बताए गए थे। अब तक 80 शव निकाले जा चुके हैं। मंत्री ने कहा कि ऋषि गंगा नदी में बढ़ते जल स्तर के कारण अचानक आई बाढ़ के कारण 13.2 मेगावाट (मेगावाट) की एक छोटी जलविद्युत परियोजना बह गई और तपोवन में बहाव की वजह से निर्माणाधीन 520 मेगावाट की एक जल विद्युत परियोजना भी प्रभावित हुई।

मनरेगा में काम के दिनों में हुई वृद्धि

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एनआरईजीएस) एक मांग के आधार पर चलने वाला कार्यक्रम है। एक वित्तीय वर्ष में उत्पन्न होने वाले व्यक्ति दिवसों की कुल संख्या के लिए कोई लक्ष्य नहीं बनाया गया है। आज ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने यह जानकारी लोक सभा में दी। 

निरंजन ज्योति ने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए श्रम बजट 278.32 करोड़ व्यक्ति दिवस है। मंत्रालय राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के परामर्श से राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के "सहमत" श्रम बजट में उनकी मांग और प्रदर्शन के अनुसार समय-समय पर संशोधन किया जाता है ताकि काम की मांग के आधार पर प्रत्येक व्यक्ति के वेतन और समय पर काम उपलब्ध कराया जा सके।

उन्होंने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2021-22 (16 जुलाई, 2021 तक) के दौरान कुल 120.49 करोड़ व्यक्ति-दिवस सृजित हुए हैं।

फेम इंडिया योजना के तहत इलेक्ट्रिक वाहन

फेम इंडिया योजना के पहले और दूसरे चरण के तहत, इसके कार्यान्वयन के बाद से यानी 1 अप्रैल, 2015, कुल 3.61 लाख इलेक्ट्रिक वाहन (ई-2डब्ल्यू-2.35 लाख, ई-3डब्ल्यू-0.2 लाख और ई-4डब्ल्यू- 1.06 लाख) भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने लोकसभा में बताया कि 9 जुलाई, 2021 तक लगभग 600 करोड़ रुपये की मांग राशि को प्रोत्साहन के रूप में दिया गया है।

इसके अलावा, 30 जून, 2021 तक लगभग 492 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि की 862 इलेक्ट्रिक बसों को तैनात किया गया है। फेम इंडिया योजना के दूसरे चरण को 5 साल की अवधि के लिए लागू किया जा रहा है। गुर्जर ने आगे जोड़ते हुए कहा कि 01 अप्रैल, 2019 तक कुल बजटीय सहायता 10,000 करोड़ रुपये थी।

देश में कैंसर के मामलों में वृद्धि

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार द्वारा राज्यसभा में प्रस्तुत आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021 में भारत में कैंसर के मामलों की अनुमानित संख्या 1426447 है। भारत में 2020 में कैंसर के मामलों की कुल अनुमानित संख्या 1392179 थी। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि उत्तर प्रदेश में कैंसर के मामले सबसे ज्यादा हैं।

कोविड-19 के कारण स्वास्थ्य कर्मियों की मौत

भारती प्रवीण पवार ने आज राज्यसभा में बताया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय कोविड-19 के मामलों और मौतों पर व्यवसाय के अनुसार आंकड़े नहीं रखता है।

15 जुलाई 2021 तक, कुल 921 डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों में से प्रत्येक को 50 लाख रुपये बीमा दावे का भुगतान किया गया है, जो कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के तहत था। पवार ने कहा कि यह बीमा योजना कोविड-19 से मुकाबला करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए है।  

महिला टीकाकरण के लिए उठाए गए कदम

16 जुलाई, 2021 तक की स्थिति के अनुसार, कुल खुराक का 46 फीसदी महिलाओं के लिए थी जो कि देश की जनसंख्या में महिलाओं के अनुमानित अनुपात के समान है जो कि 48 फीसदी है।

महिलाओं के कवरेज में मामूली अंतर के कारणों में से एक यह है कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत में, गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के टीकाकरण में मतभेद थे, जिससे गर्भवती महिलाएं टीकाकरण के लिए अयोग्य हो गईं, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने राज्यसभा में इस बात की जानकारी दी।

पवार ने यह भी कहा कि उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्यों की समीक्षा और हितधारकों की सहमति के आधार पर, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 19 मई 2021 को स्तनपान कराने वाली महिलाओं और 2 जुलाई 2021 को गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को मंजूरी दी है, जिससे महिलाओं के टीकाकरण की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है।

मानसून का पूर्वानुमान

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 2021 के लिए दक्षिण-पश्चिम मानसून सीजन (जून से सितंबर) के मौसम के लिए लंबी दूरी का पूर्वानुमान लगाया था, जिसमें कहा गया था कि 1 जून 2021 तक पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंच जाएगा, और पूरे देश में वर्षा होगी।

जारी पूर्वानुमान से पता चलता है कि देश के उत्तर, पूर्व और सीमावर्ती पूर्वोत्तर भागों और दक्षिण प्रायद्वीप के पश्चिमी हिस्सों के कुछ क्षेत्रों में औसत से कम वर्षा होने के आसार हैं। यह आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में बताया।

सिंह ने कहा कि मानसून का यह कमजोर चरण मैडेन जूलियन ऑसीलेशन (एमजेओ) के प्रतिकूल चरणों, रेगिस्तानी क्षेत्रों से उत्तर पश्चिमी भारत में शुष्क और गर्म पछुआ हवाओं के चलने और भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर सामान्य संवहनी गतिविधि के कारण हुआ था।

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