क्या है शिगेला बैक्टीरिया, कैसे होता है इसका संक्रमण, इसके लक्षण क्या हैं? यहां जानें

खाद्य विषाक्तता को काफी सामान्य माना जाता है और यह कई कारणों से हो सकती है, पर शिगेला से होने वाला संक्रमण किस तरह अलग है?

By Dayanidhi

On: Saturday 07 May 2022
 

कुछ दिन पहले केरल में कासरगोड के चेरुवाथुर में एक भोजनालय से चिकन शावरमा खाने के बाद लोग बीमार पड़ गए थे। केरल के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि खाद्य विषाक्तता की इस घटना से, अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों के रक्त और मल में शिगेला बैक्टीरिया पाए जाने की पुष्टि हुई थी।

खाद्य विषाक्तता की इस घटना से एक 16 वर्षीय लड़की की जान जाने तथा अन्य संक्रमित लोगों का अस्पताल में उपचार किए जाने की जानकारी सामने आई है।

खाद्य विषाक्तता को काफी सामान्य माना जाता है और यह कई कारणों से हो सकती है, पर शिगेला से होने वाला संक्रमण किस तरह का है, इसके लक्षण क्या हैं?

शिगेला है क्या?

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक शिगेलोसिस, शिगेला प्रजाति के जीवाणु के कारण होने वाले दस्त का एक रूप है। यह दूषित भोजन, स्वच्छता में कमी या सीधे संक्रमित व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से फैलता है।

शिगेला एक जीवाणु है जो इंटेरोबैक्टर परिवार से संबंधित है। ऐसे बैक्टीरिया का एक समूह जो आंत में रहता है, जो सभी लोगों में बीमारी नहीं फैलता है। यह मुख्य रूप से आंत को प्रभावित करता है और इसके कारण दस्त, कभी-कभी खून के दस्त, पेट दर्द और बुखार होता है।

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का कहना है कि संक्रमण आसानी से फैलता है क्योंकि किसी को बीमार करने के लिए बैक्टीरिया की एक छोटी सी संख्या काफी है। यह भोजन और पानी से होने वाला संक्रमण है और यह तब हो सकता है जब कोई दूषित भोजन का सेवन करता है - जैसे बिना धुले फल या सब्जियां खाने से संक्रमण हो सकता है।

रोगी के मल मूत्र के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क से यह रोग आसानी से फैलता है। यदि कोई व्यक्ति दूषित पानी में तैरता है या स्नान करता हैं तो उसे यह संक्रमण हो सकता है।

शिगेला संक्रमण कितना व्यापक है?

यह एक बहुत आम संक्रमण नहीं है। आमतौर पर दूषित खाद्य पदार्थों के कारण इसके टाइफाइड और हैजा जैसे संक्रमण दिखते हैं। गर्भावस्था के दौरान और पांच साल से कम उम्र के बच्चों में और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले बच्चों में शिगेला का प्रकोप तेज होता है।

शिगेला बैक्टीरिया चार प्रकार के होते हैं जो लोगों पर असर डालते हैं, जिसमें शिगेला सोनेई, शिगेला फ्लेक्सनेरी, शिगेला बॉयडी और शिगेला पेचिश शामिल है। चौथे प्रकार से सबसे गंभीर बीमारी हो सकती है क्योंकि यह विष पैदा करता है।

इससे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

शिगेला संक्रमण को रोकने के उपाय किसी भी अन्य भोजन और पानी से होने वाले संक्रमण के समान ही हैं। खाने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए। मल त्याग करने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह धोना चाहिए। खाने और पीने में साफ पानी और फल और सब्जियां ताजी उपयोग में लानी चाहिए।

Subscribe to our daily hindi newsletter