डब्ल्यूएचओ ने टीबी के टीके के विकास में तेजी लाने के लिए परिषद की घोषणा की

एक टीका जो 75 फीसदी तक असरदार है, इसके उपयोग से 11 करोड़ नए टीबी के मामलों और 1.23 करोड़ मौतों को टाला जा सकता है

By Dayanidhi

On: Wednesday 18 January 2023
 
फोटो साभार : आई-स्टॉक

तपेदिक (टीबी) के उपचार संबंधी सेवाओं पर कोविड-19 महामारी का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसके लिए टीका बनाने की तत्काल जरूरत जताई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में टीबी पर बोलते हुए, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने एक नई टीबी वैक्सीन एक्सलेरेटर काउंसिल बनाने की घोषणा की है।

डब्ल्यूएचओ की परिषद टीबी के टीके के विकास में आने वाली बाधाओं की पहचान करने और उन पर काबू पाने में दान दाताओं, वैश्विक एजेंसियों, सरकारों से बातचीत करेगा। साथ ही उपयोगकर्ताओं के बीच नई प्रभावी टीबी के टीकों के लाइसेंस और उपयोग की सुविधा प्रदान करेगा।

डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस ने कहा कोविड-19 महामारी का सबसे महत्वपूर्ण सबक यह है कि स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं में नए साधनों को तेजी से जोड़ा जा रहा है। यदि इन अहम चीजों के लिए राजनीतिक रूप से प्राथमिकता दी जाती है और पर्याप्त वित्तपोषित किया जाय तो इन सुविधाओं को तेजी से वितरित किया जा सकता है।

टीबी और कोविड-19 के कारण सामने आई चुनौतियां अलग-अलग हैं, लेकिन विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार को गति देने वाले तत्व समान हैं। उन्होंने आगे कहा कि, हमारा मानना है कि इसी तरह के उच्च स्तरीय समन्वय से टीबी क्षेत्र को फायदा होगा।

दुनिया भर में विभिन्न देशों द्वारा 2030 तक टीबी को समाप्त करने के लिए साहसिक संकल्प के बावजूद, सतत विकास लक्ष्यों, डब्ल्यूएचओ और टीबी रणनीति तथा टीबी के खिलाफ लड़ाई पर 2018 की राजनीतिक घोषणा में, महामारी के धीमा होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। 2021 में, लगभग 1.06 करोड़ लोग टीबी से बीमार हुए और 16 लाख लोगों ने अपनी जान गवाई। दवा-प्रतिरोध एक बड़ी समस्या बनकर उभर रही है, हर साल करीब पांच लाख लोगों में दवा-प्रतिरोधी टीबी विकसित हो रही है।

बीसीजी वर्तमान में एकमात्र लाइसेंस प्राप्त टीबी का टीका है। हालांकि यह शिशुओं और छोटे बच्चों में टीबी के गंभीर रूपों को रोकने में कम असरदार है, लेकिन यह किशोरों और वयस्कों की पर्याप्त रूप से रक्षा नहीं करता है, जो वैश्विक स्तर पर टीबी संचरण के करीब 90 फीसदी के लिए जिम्मेदार हैं।

हाल ही में डब्ल्यूएचओ द्वारा किए गए एक अध्ययन, न्यू ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) टीकों के लिए एक निवेश मामले का लगाया है, जिसमें कहा गया है कि 25 वर्षों में, एक टीका जो किशोरों और वयस्कों के बीच बीमारी को रोकने में 50 फीसदी प्रभावी है, 7.6 करोड़ नए टीबी मामलों, 85 लाख मौतों को इसके उपयोग से टाला जा सकता है।

4.2 करोड़  एंटीबायोटिक उपचार के पाठ्यक्रम और 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत का सामना टीबी प्रभावित परिवारों को करना पड़ रहा है, विशेष रूप से सबसे गरीब और सबसे कमजोर लोग इसमें शामिल हैं।

एक टीका जो 75 फीसदी तक असरदार है, इसके उपयोग से 11 करोड़ नए टीबी के मामलों और 1.23 करोड़ मौतों को टाला जा सकता है। अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि 50 फीसदी प्रभावी वैक्सीन में  एक अमेरिकी डॉलर निवेश करने से बदले में सात अमेरिकी डॉलर का फयदा हो सकता है।

इस साल के अंत में, 2018 की राजनीतिक घोषणा में किए गए वायदों की प्रगति की समीक्षा करने के लिए राज्यों और सरकारों के प्रमुख टीबी पर दूसरी संयुक्त राष्ट्र उच्च स्तरीय बैठक के लिए मिलेंगे। यह टीबी को खत्म करने से संबंधित खामियों को दूर करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिसमें नए टीबी टीकों का तत्काल विकास और वितरण भी शामिल है।

डब्ल्यूएचओ के वैश्विक टीबी कार्यक्रम के निदेशक डॉ. तेरेजा कासेवा ने कहा,  इस तरह का कोई तर्क नहीं है कि टीके टीबी के खिलाफ एक व्यापक लड़ाई छेड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण समाधान पेश करते हैं। उन्होंने कहा परिषद डब्ल्यूएचओ की संयोजक शक्ति और साझेदारी को बढ़ावा देने के अनुभव का लाभ उठाकर प्रभावी टीबी के टीकों की खोज में एक नई ऊर्जा पैदा कर सकता है।

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