वैज्ञानिकों ने बनाया उच्च गुणवत्ता वाले रक्तदाताओं की पहचान करने वाला उपकरण

दुनिया भर में ब्लड बैंक काफी समय पहले से उन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहे है, जिनका रक्त उच्च-गुणवत्ता का होता है

By Dayanidhi

On: Thursday 06 February 2020
 
Photo: wikipedia

दुनिया भर में ब्लड बैंक काफी समय पहले से उन लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहे है, जिनका रक्त उच्च-गुणवत्ता का होता है। जिन व्यक्तियों की लाल रक्त कोशिकाएं संग्रह करने में और प्राप्तकर्ता के शरीर में लंबे समय तक संचारित होती रहती हैं, उनकी पहचान करने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा एक उपकरण बनाया गया है। यह शोध लैब ऑन ए चिप नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।

यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया (यूबीसी) में विकसित एक नया उपकरण इन "सुपर डोनर्स" की पहचान करने के लिए तैयार किया गया है। दुनिया भर में हर साल करोड़ो रोगियों को रक्त की आवश्यकता होती है। यह उपकरण इन रोगियों को तुरंत मदद पहुंचाने में सहायक होगा।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर, प्रमुख शोधकर्ता हैंगशेन मा बताते हैं कि हम जानते हैं कि लाल रक्त कोशिकाओं का बदले आकार का होना, या छोटे अवरोधों को पार करने की उनकी क्षमता, रक्त संचार से प्राप्तकर्ताओं में इन कोशिकाओं की लंबी उम्र तक होना एक महत्वपूर्ण कारण है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि जो कोशिकाएं अधिक समय तक डीफॉर्म रहती हैं, वे अधिक समय तक रक्तसंचार कर सकती हैं। लेकिन अब तक हमारे पास दान की गई लाल रक्त कोशिकाओं में इस क्षमता को मापने का एक विश्वसनीय तरीका नहीं था।

मा और उनकी टीम ने आठ अलग-अलग दाताओं से संग्रहित लाल रक्त कोशिकाओं का परीक्षण किया, जो कस्टम-निर्मित माइक्रोफ्लुइडिक्स डिवाइस का उपयोग करके देखती हैं कि संग्रहण के दौरान उनको सही से कैसे रखा जाता है। उल्लेखनीय है कि माइक्रोफ्लुइडिक्स मानव बाल से भी पतले चैनलों के माध्यम से तरल पदार्थ के प्रवाह का अध्ययन है।

मा ने कहा, हमने पाया कि दो दाताओं से नमूने काफी अधिक स्थिर थे – संग्रह करने की अवधि के दौरान वे अन्य दाताओं की तुलना में इनके लाल रक्त कोशिकाओं के आकार में बदलाव (डिफॉर्म्ड) सामान्य बना रहा। हमें इस तथ्य का और अध्ययन करने की आवश्यकता है, लेकिन यह परिणाम बताता है कि उन दाताओं की पहचान करना संभव होगा जो संवेदनशील प्राप्तकर्ताओं के लिए लाल रक्त कोशिकाओं को लंबे समय तक संचारित कर सकते हैं।

जिन लोगों को लगातार रक्त संचरण की आवश्यकता होती है, वे लाल रक्त कोशिकाओं से काफी लाभान्वित होते हैं जो ऑक्सीजन देने के लिए रक्त वाहिकाओं में उचित रूप से संचारित करने में सक्षम होते हैं।

अध्ययनकर्ता डॉ. मार्क स्कॉट ने कहा कि यह एक ऐसी विधि है जो रक्त कोशिकाओं की स्क्वीज़ेबिलिटी का तेजी से सटीक परीक्षण कर सकती है। यह ऐसे रोगियों को बचा सकती है जिन्हें रक्त संचरण की तुरंत आवश्यकता होती है। स्कॉट, पैथोलॉजी और प्रयोगशाला चिकित्सा, यूबीसी नैदानिक प्रोफेसर और सेंटर फॉर इनोवेशन, कैनेडियन ब्लड सर्विसेज के वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं।

टीम ने अपने उपकरण को और विकसित करने और इसके परिणामों को मान्य करने के लिए निकट भविष्य में अधिक रक्त दाताओं के नमूनों का परीक्षण करने के लिए और अधिक दाताओं के साथ काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

Subscribe to our daily hindi newsletter