क्या है एलोपेसिया? लाखों अश्वेत अमेरिकी महिलाओं के लिए यह कोई हंसी की बात नहीं

अश्वेत महिलाओं में यह बाल बनाने की कुछ खास शैलियों, तंग विग या नकली लंबे बाल पहनने और गरमी से बालों के सीधा होने के चलते होता है

By Danita Peoples

On: Saturday 02 April 2022
 

इस बार के ऑस्कर अवार्ड में एक थप्पड़, जो कार्यक्रम से इतर पूरी दुनिया में छा गया, वह अभिनेत्री जैडा पिकेंट स्मिथ क गंजे सिर पर किए गए एक जोक से उपजा था। उनके पति विल स्मिथ ने कमेडियन क्रिस रॉक को पिंकेट के गंजे सिर पर जोक के लिए जोरदार थप्पड़ लगाया था।

इस थप्पड़ के लिए कमेडियन की ओछी सोच और विल स्मिथ के सुसंगत प्रतिरोध के बीच बहस से इतर तमाम लोगों को पिंकेट स्मिथ से हमदर्दी होगी। केवल उनके लिए ही नहीं, अमेरिका में लाखों महिलाओं के लिए बालों का झड़ना कोई हंसी की बात नहीं है।

इस बातचीत में वेन स्टेट यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिसिन की त्वचा विशेषज्ञ डैनिटा पीपल्स से एलोपेसिया के बारे में जानकारी ली गई और यह जानने की कोशिश की गई कि क्यों इसके कुछ रूप अश्वेत महिलाओं को असमाान्य रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

1- क्या है एलोपेसिया
एलोपेसिया, एक मेडिकल शब्द है, जिसका सामान्य अर्थ बालों का झड़ना है। इसके बारे में ज्यादा जानकारी रखने डॉक्टर आगे यह भी बताते हैं कि बालों का झड़ना किस जगह पर हो रहा है और उसकी वजह क्या है। उदाहरण के लिए ट्रैक्शन एलोपेसिया में बालों की जड़ों में जख्म या पुरानी सूजन संबंधी परिवर्तनों से बाल झड़ने लगते हैं।

2 - किस वजह से होता है एलोपेसिया
ट्रैक्शन एलोपेसिया की वजह खोपड़ी में उस जगह बनने वाले जख्म होते हैं, जहां पर बाल हर रोज मजबूती से खींचे और रबड़ से बांधे जाते हैं। इससे बालों की जड़ों के आसपास सूजन और जलन होने लगती है। इस वजह से बाल झड़ने या फिर पतले होने लगते हैं।

एलोपेसिया का पूरा नाम एलोपेसिया एरीटा है। इसमें एक खास जगह के बाल कम होने लगते हैं। इस बीमारी के फैलाव के कई स्तर होते हैं, किसी व्यक्ति के सिर में केवल सिक्के के आकार की जगह के बाल झड़ सकते हैं तो किसी में यह बड़े एरिया में हो सकता है।

एलोपेसिया शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है या फिर इसका नतीजा यह भी हो सकता है कि किसी व्यक्ति के सिर के सारे बाल झड़ जाएं जिसे एलोपेसिया टोटलिस कहते हैं। कुछ लोगों में इसकी वजह से भौंहें तक झड़ जाती हैं या फिर आंखों के ऊपर बरौनियों के बाल पतले हो सकते हैं। कुछ लोगों में इसके चलते पूरे शरीर के ही बाल झड़ जाते हैं, जिसे एलोपेसिया यूनिवर्सिलस कहते हैं।

एलोपेसिया एरीटा को प्रतिरोधी क्षमता से जुड़ा हुआ माना जाता है, जिसमें कमजोर प्रतिरोधक तंत्र बालों की जड़ों पर हमला करता है। यह रक्त कोशिकाओं में पाई जाने वाली टी-कोशिकाओं को शिकार बनाता है। इसके साथ ही स्वप्रतिरोधी तंत्र में गड़बड़ी के चले भी एलोपेसिया हो सकता है। जैडस पिंकेट स्मिथ के मुताबिक, वह इसी एलोपेसिया की मरीज हैं।
 
स्वप्रतिरोधी तंत्र में गड़बड़ी को ल्यूपस कहा जाता है, जिससे बाल झड़ने लगते हैं। इसका एक प्रकार है-सिस्टेमेटिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस जबकि इसका दूसरा रूप है-चक्राकार ल्यूपस एरिथेमेटोसस, जो मुख्य रूप से त्वचा को प्रभावित करता है और खोपड़ी पर निशान के साथ बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। थॉयरायड से जुड़ी अनियमितताएं भी बाल झड़ने का कारण बन सकती हैं। दरअसल, मेरे पास जब मरीज बाल झड़ने की समस्या लेकर आते हैं तो मैं पहले थॉयरायड की जांच के लिए ही कहती हूं।

3- कौन बन सकता है शिकार
एलोपेसिया किसी को भी हो सकता है। यह किसी भी उम्र में, बच्चों से लेकर युवाओं को, पुरुषों और महिलाओं को हो सकता है। हालांकि यह अफ्रीकी अमेरिकियों में श्वेत अमेरिकियों या एशियाई अमेरिकियों में ज्यादा पाया जाता है। अमेरिका में लगभग दस लाख लोग एलोपेसिया एरीटा का शिकार हैं।

ट्रैक्शन एलोपेसिया कुछ खास तरह के व्यवसायों में लगे लोगों पर असर डाल सकता है, जैसे बैले नर्तकों पर, जो हर समय अपने बालों को जूड़े में रखते हैं। हेलमेट या बेसबॉल कैप जैसे स्पोर्ट्स हेडगियर से दबाव और घर्षण भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। इसी तरह उत्तरी यूरोप में, जहां लोग आमतौर पर रोज अपने बालों को पीछे की तरफ खींचकर बांधते हैं, वहां ट्रैक्शन एलोपेसिया की दर ज्यादा है। अफ्रीका की एक तिहाई महिलाओं को ट्रैक्शन एलोपेसिया की दिक्कत है, जिसके चलते अश्वेत महिलाओं में एलोपेसिया का यह रूप सबसे सामान्य है।

4- ट्रैक्शन एलोपेसिया अश्वेत महिलाओं में इतना सामान्य क्यों
अश्वेत महिलाओं में यह बाल बनाने की कुछ खास शैलियों, तंग विग या नकली लंबे बाल पहनने और गरमी से बालों के सीधा होने के चलते होता है। अफ्रीकी महिलाओं के लिए बाल दुनिया की किसी दूसरे देश के लोगों की तुलना में कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण चीज हैं। जब मैं बड़ी हो रही थी, तो मेरे बुजुर्ग रिश्तेदारों ने हम लड़कियों से कहा कि हमारे बाल ‘सिंहांसन की गरिमा’ जैसे हैं।
 
इस तरह उन्होंने हम पर दबाव डाला कि हम अपने बालों को खास शैलियों में सजाकर रखें, जिसका सामान्य अर्थ बालों को सीधा रखना था। हालांकि मेरा मानना है कि कार्यस्थल या अन्य जगहों पर बालों को सीधा रखने के लिए अश्वेत महिलाओं पर पहले की तुलना में अब कम दबाव रहता है।

5- एलोपेसिया का इलाज कैसे होता है
यह बीमारी के कारण पर निर्भर करता है। एलोपेसिया एरीटा के लिए इंजेक्टेड या स्थानीय कॉर्टिकोस्टेरॉयड दिए जाते हैं। अगर यह पोषण, जैसे कि आयरन या प्रोटीन में कमी के चलते होता है तो जाहिर तौर पर आपको पूरक आहार के द्वारा उस कमी को पूरा करने या फिर अपने खाने में बदलाव की जरूरत होती है। अगर यह खिंचाव या चक्राकार ल्यूपस की वजह से होता है और आप खोपड़ी पर आने वाली सूजन का इलाज जल्द नहीं कराते, तो बालों का झड़ना स्थायी रूप से हो सकता है।

जहां तक खिंचाव का सवाल है, तो इस आदत को बदलकर या फिर जहां पर यह दिक्कत पहली बार उभरी है, वहां इसे ठीक किया जा सकता है। अब जो हो रहा है, वह यह है कि ज्यादातर लोग अपने बालों को सीधा करने के लिए रासायनिक या गर्मी की तकनीक के नुकसान के बारे में जानते हैं और उन हानिकारक प्रक्रियाओं का कम उपयोग कर रहे हैं।
 
इसमें क्राउन एक्ट भी लोगों की मदद कर सकता है। यह कानून पिछले साल प्रस्तावित किया गया था, जिसे 18 मार्च 2022 को अमेरिकी संसद में पास किया गया है। इससे बालों की प्राकृतिक शैलियों जैसे कि एफ्रोस और ब्रैड्स, पहनने वाले लोगों के साथ भेदभाव करना अवैध हो जाएगा। इसलिए मुझे उम्मीद है कि यह कानून भविष्य में ट्रैक्शन एलोपेसिया को रोकने में अपना योगदान देगा।

- डैनिटा पीपल्स, वेन स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिसिन की त्वचा-विज्ञान की एसोशिएट प्रोफेसर हैं।
( यह लेख क्रिएटिव कॉमन्स लाइसेंस के तहत ‘द कन्वर्सेशन’ से दोबारा प्रकाशित किया गया है )

Subscribe to our daily hindi newsletter