तौकते के बाद 26 मई को चक्रवात यास के ओडिशा तट से टकराने के आसार

22 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं जिसके 25 मई को एक चक्रवाती तूफान "यास" में तब्दील होने का अनुमान है।

By Dayanidhi

On: Thursday 20 May 2021
 
Photo : Wikimedia Commons

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पूर्वी राजस्थान और उससे सटे पश्चिमी मध्य प्रदेश पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, दबाव अब कमजोर पड़ रहा है आज 20 मई 2021 को इसके पश्चिमी मध्य प्रदेश और पड़ोस में केंद्रित होने का अनुमान है।

अगले 12 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पूर्व की ओर उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने का अनुमान है। 

एक नए पश्चिमी विक्षोभ जो जम्मू और कश्मीर में एक चक्रवाती प्रसार कर रहा है, यह  समुद्र तल से औसतन 3.1 और 3.6 किमी के बीच है तथा समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। 

चक्रवाती तूफान "तौकते" या "ताउते" के बचे हुए प्रभाव के चलते उपरोक्त पश्चिमी विक्षोभ के साथ परस्पर मिलकर मौसम संबंधी गतिविधि को अंजाम देने का अनुमान है। इसके अलावा, अरब सागर से उत्तर पश्चिम भारत में नमी की अधिक आपूर्ति  होने की संभावना है। 

नतीजतन, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भयंकर बारिश होने के आसार हैं। उत्तर पश्चिम भारत के बाकी हिस्सों में छिटपुट वर्षा होने का अनुमान है। 20 मई को उत्तराखंड में कुछ जगहों में  मूसलाधार बारिश होने तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। 21 मई, 2021 से इस क्षेत्र में वर्षा की गतिविधि में काफी कमी आने का अनुमान है। 

Source : IMD

पूर्वोत्तर भारत में बंगाल की खाड़ी से दक्षिण, दक्षिण-पश्चिमी हवाओं और निचले स्तरों पर असम के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के कारण, 20 से 21 मई, 2021 के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग जगहों में भारी वर्षा होने का अनुमान है।

22 मई को दक्षिण-पश्चिम अरब सागर के ऊपर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के 60 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार तक पहुंचने की आशंका है। दक्षिण-पश्चिम और इससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और तमिलनाडु-आंध्र प्रदेश के तटों, पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी और आस-पास के अंडमान सागर के ऊपर 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवा के 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए जाने से बचें।

चक्रवाती तूफान " यास" की चेतावनी

22 मई के आसपास बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं  जिसके 25 मई को एक चक्रवाती तूफान "यास" में तब्दील होने का अनुमान है। इसके 26 मई की शाम के आसपास पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटों पर पहुंचने के आसार हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मछुआरों को जो 23 मई तक समुद्र में है उनको सुरक्षित स्थानों पर लौटने के लिए कहा गया है। भुवनेश्वर में ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ओएसडीएमए) कार्यालय में एक चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष शुरू किया गया है।

ओएसडीएमए के कार्यकारी निदेशक और ओडिशा सरकार के अतिरिक्त राहत आयुक्त कमल लोचन मिश्रा ने कहा कि बालासोर, भद्रक, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा में जिला अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। जिला कलेक्टरों को स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने को कहा गया है।

उन्होंने आगे कहा कि तटीय इलाकों में 800 से अधिक बाढ़ और चक्रवात आश्रयों को समुद्र तटीय गांवों के लोगों के रहने के लिए तैयार किया गया है। इसके अतिरिक्त, स्कूल, कॉलेज और सरकारी कार्यालय भवन, जो खाली पड़े हैं, उनको भी आश्रय के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।   

वर्तमान में बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र की सतह का तापमान लगभग 31 डिग्री सेल्सियस है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से 1-2 डिग्री सेल्सियस अधिक है, जिसके चलते चक्रवात के बनने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं।

Subscribe to our daily hindi newsletter