सामान्य से ज्यादा व्यस्त रह सकता है इस साल अटलांटिक हरिकेन सीजन, वैज्ञानिकों ने जताई आशंका

एनओएए के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस साल अटलांटिक हरिकेन सीजन में एलेक्स से लेकर वॉल्टर तक करीब 21 नामित तूफान आ सकते हैं, जो सामान्य से कहीं ज्यादा हैं

By Lalit Maurya

On: Thursday 26 May 2022
 
29 अगस्त, 2021 को सुबह 4 बजे मेक्सिको की खाड़ी में टकराने से पहले उपग्रह से ली गई तूफान 'इडा' की तस्वीर; फोटो: एनओएए

नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि इस साल अटलांटिक हरिकेन सीजन सामान्य से कुछ ज्यादा ही व्यस्त रह सकता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस साल एलेक्स से लेकर वॉल्टर तक करीब 14 से 21 नामित तूफान आ सकते हैं, जिनमें हवा की रफ्तार 39 मील प्रति घंटा या उससे ज्यादा रह सकती है।

वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि उनकी आशंका सच साबित होती है तो यह लगातार सातवां सीजन होगा जब आने वाले तूफानों की संख्या औसत से ज्यादा होगी। वहीं उनका अनुमान है कि इस बात की 65 फीसदी सम्भावना है कि अटलांटिक हरिकेन सीजन सामान्य से ज्यादा व्यस्त होगा।

गौरतलब है यदि इन तूफानों में हवा की रफ्तार 74 मील प्रति घंटा या उससे ज्यादा होती है तो उन्हें हरिकेन कहा जाता है। अनुमान है कि इस श्रेणी के करीब 6 से 10 तूफान आ सकते हैं, जबकि इनमें से करीब 3 से 6 तूफान केटेगरी 3 से 5 जितने शक्तिशाली हो सकते है जब हवा की रफ्तार 111 मील प्रति घंटा या उससे ज्यादा भी हो सकती है।

गौरतलब है कि अटलांटिक हरिकेन का यह सीजन 01 जून से 30 नवंबर के बीच रहता है। जब अटलांटिक बेसिन में यह चक्रवाती तूफान आते हैं। इस बेसिन में संपूर्ण अटलांटिक महासागर, मैक्सिको की खाड़ी और कैरेबियन सागर शामिल हैं।

गौरतलब है कि नार्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने भी आशंका जताई थी कि इस साल अटलांटिक हरिकेन सीजन में 17 से 21 तूफान आ सकते हैं। देखा जाए तो इस बेसिन में हर साल औसतन 11 नामित तूफान आते हैं। इससे पहले कोलोराडो स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई थी कि इस बार अटलांटिक हरिकेन सीजन में कम से कम 19 नामित तूफान आ सकते हैं, जिनमें से नौ हरिकेन और चार श्रेणी 3 या उससे कहीं ज्यादा शक्तिशाली हो सकते हैं। 

ला नीना और बढ़ते तापमान के चलते बढ़ रही हैं तूफानी गतिविधियां

वैज्ञानिकों का मत है कि सीजन में तूफान की बढ़ती गतिविधियों के लिए कई जलवायु से सम्बंधित कई कारक जिम्मेवार हैं जिनमें मौजूदा ला नीना की घटना भी शामिल है, जिसके इस पूरे सीजन में बने रहने की आशंका है। इसके चलते अटलांटिक महासागर और कैरेबियन सागर में समुद्र की सतह का तापमान औसत से ज्यादा गर्म रह सकता है। इसपर उष्णकटिबंधीय अटलांटिक व्यापारिक हवाओं के कमजोर पड़ने और पश्चिम अफ्रीकी मानसून की बढ़ने का भी असर पड़ सकता है।

देखा जाए तो मजबूत पश्चिम अफ्रीकी मानसून, पूर्व से आने वाली शक्तिशाली अफ्रीकी वेव्स का समर्थन करता है। इसकी वजह से पूरे सीजन में लम्बे समय तक रहने वाले शक्तिशाली तूफानों की सम्भावना बढ़ जाती है। हालांकि जलवायु परिवर्तन इन उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की आवृत्ति और शक्ति को कैसे प्रभावित कर रहा है वैज्ञानिक इस बारे में और जानने का प्रयास कर रहे हैं। 

इस व्यस्त सीजन के बारे में एनओएए प्रशासक रिक स्पिनरड का कहना है कि तूफान का यह सीजन कहीं ज्यादा व्यस्त रह सकता है। अब से दस साल पहले आए सुपरस्टॉर्म सैंडी ने न्यूयॉर्क मेट्रो क्षेत्र को लगभग तबाह कर दिया था।

उनके अनुसार यह शक्तिशाली तूफान हमें इस बात की याद दिलाते हैं कि इन तूफानों का असर वर्षों तक महसूस किया जा सकता है। इस तूफान के बाद से एनओएए इस बात के लिए प्रयासरत है कि उसके पूर्वानुमान सटीक हों। जिससे इन तूफानों के लोगों के जीवन और जीविका पर पड़ने वाले असर की बेहतर भविष्यवाणी की जा सके।

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