सप्ताह के अंत में एक नए चक्रवात में बदल सकता है चक्रवात गुलाब

चक्रवाती तूफान के चलते आईएमडी की मछुआरों को समुद्र और इनके तटों से दूर रहने की चेतावनी

By Dayanidhi

On: Tuesday 28 September 2021
 
फोटो : भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात गुलाब जिसने सोमवार को आंध्र प्रदेश में अपनी दस्तक दी, मंगलवार को एक गहरे दबाव में पड़कर इसके कमजोर होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि सप्ताह के अंत में यह एक नए चक्रवात में बदल सकता है।

वहीं उत्तरी तेलंगाना और उससे सटे विदर्भ में गहरा दबाव पिछले 06 घंटों के दौरान 24 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। 28 सितंबर को 5:30 बजे के दौरान यह तेलंगाना, लाट के पास मराठवाड़ा और विदर्भ के आसपास के इलाकों में केंद्रित था। यह निजामाबाद (तेलंगाना) से लगभग 25 किमी उत्तर पश्चिम और नागपुर (विदर्भ) से 260 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में बना हुआ है।

इसके पश्चिम, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 06 घंटों के दौरान एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है। इस प्रणाली के 30 सितंबर की शाम के आसपास पूर्वोत्तर अरब सागर और उससे सटे गुजरात तट में उभरने की आशंका है और अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर इस प्रणाली के और तेज होने के आसार हैं। अरब सागर से नमी के आने से प्रणाली फिर से सक्रिय हो जाएगी।

मौसम विभाग ने कहा है कि कम दबाव प्रणाली के तेज होने से अभी इंकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि समुद्र और वायुमंडलीय परिस्थितियां इसके अनुकूल हैं। वहीं चक्रवात तेजी से अरब सागर के उत्तरी भागों की ओर बढ़ेगा।

म्यांमार तट से दूर पूर्व-मध्य और उससे सटे बंगाल की खाड़ी के पूर्वोत्तर पर चक्रवाती प्रसार अब पूर्वोत्तर और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है। बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी मध्य-ट्रोपोस्फेरिक स्तर तक फैली हुई है। इसके प्रभाव से, अगले 12 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल से सटे बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और इससे सटे बांग्लादेश के तटों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है।

उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधि के चलते अगले 2 दिनों के दौरान भारत के पश्चिमी तट पर हवाओं के मजबूत होने के आसार हैं। मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में स्थित है और अगले 4 से 5 दिनों के दौरान इसके यही बने रहने की संभावना है।

मौसम विभाग ने कहा कि उपरोक्त मौसम संबंधी गतिविधियों के चलते आज 28 सितंबर को गुजरात, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं।

29 सितंबर को सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। इसी दौरान गुजरात और कोंकण के कुछ हिस्सों में जमकर बादल बरसेंगे

30 सितंबर को सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। वहीं झारखंड, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश होने का अनुमान है।

चक्रवाती तूफान के चलते मछुआरों को समुद्र और इनके तटों से दूर रहने की चेतावनी
बंगाल की खाड़ी और उससे सटे पूर्व-मध्य पश्चिम बंगाल तट के साथ-साथ, दक्षिण पूर्व अरब सागर और केरल तट, लक्षद्वीप क्षेत्र, मन्नार की खाड़ी और कोमोरिन क्षेत्र, वहीं दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तेज हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने की आशंका है। मौसम विभाग ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाएं।

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