उड़ीसा और आंध्र प्रदेश समेत इन हिस्सों पर पड़ेगा चक्रवाती तूफान जवाद का असर
अगले कुछ दिनों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवाओं के 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने और भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं।
On: Monday 11 October 2021
मौसम विभाग के मुताबिक एक चक्रवाती प्रसार उत्तरी अंडमान सागर और इससे सटे इलाकों पर बना हुआ है। मध्य ट्रोपोस्फेरिक स्तर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव के चलते अगले 36 घंटों के दौरान उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं।
इसके बाद के 4 से 5 दिनों के दौरान इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण ओडिशा-उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ने का अनुमान है। इसके प्रभाव में अगले 5 दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली हवाओं के 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने और भारी से बहुत भारी वर्षा होने के आसार हैं।
एक चक्रवाती प्रसार पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर स्थित है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है तथा मध्य ट्रोपोस्फेरिक स्तर तक फैला हुआ है। अगले 3 से 4 दिनों के दौरान इसके यहीं बने रहने का अनुमान है और निचले स्तरों पर एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती प्रसार से लेकर पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण तक जाती है।
अगले 5 दिनों के दौरान भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप में और अगले 2 दिनों के दौरान महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है।
चक्रवाती तूफान जवाद का कहां होगा असर
मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती तूफान जवाद के सक्रिय होने पर इसका असर उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र पर पड़ेगा, जबकि दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब भी इससे प्रभावित होने के आसार हैं।
तूफान के सक्रिय होने पर इसके असर से कहां चलेंगी तेज हवाएं तथा कहां होगी मध्यम से भारी बारिश
मौसम विभाग के कहा कि, चक्रवाती तूफान जवाद के उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र जैसे राज्यों से होकर गुजरने का अनुमान है। इस दौरान काले बादल छाए रहने तथा बहुत अधिक तेज हवाएं चलने के आसार बने रहेंगे। 17 से 18 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान जवाद का असर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली से सटे इलाकों और उत्तर प्रदेश तक के मौसम में बदलाव होने का अनुमान है।