अगले दो दिनों तक दिल्ली में बढ़ेगा वायु प्रदूषण
तेज सतही हवाएं चलने से दिल्ली के वातावरण में पीएम10 का स्तर बढ़ जाएगा
On: Tuesday 22 June 2021
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसार दिल्ली में अनुमानित वायु संचार गुणांक और मौसम पूर्वानुमान के साथ दिल्ली में हवा चलने तथा हवा की गुणवत्ता में बदलाव होने के आसार हैं।
आज 22 जून को दिल्ली-एनसीटी अथवा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में रहने का अनुमान है। आज हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट के आसार हैं, लेकिन 23 और 24 जून को हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में रहने का पूर्वानुमान है।
बारिश न होने के चलते दिल्ली के कई इलाके सूखे है जहां अधिक धूल उड़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं। स्थानीय स्तर पर धूल की सघनता बढ़ने और सूखे इलाकों से धूल उड़ने के लिए सतही हवाएं अनुकूल हैं जिसके कारण पीएम10 जो कि प्रमुख प्रदूषक है इसकी मात्रा बढ़ने के आसार हैं। अगले 5 दिनों में हवा की गुणवत्ता काफी हद तक संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में रहने का अनुमान है।
तेज सतही हवाओं के दिल्ली के उत्तर-पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम दिशाओं से आने का अनुमान है। हवा की गति 10 से 15 किमी प्रति घंटे रहने के आसार हैं, दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। 22 जून को 12 से 20 किमी प्रति घंटे की गति से सतही हवाएं दिल्ली के उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से चलने का अनुमान है।
23 जून को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। दिल्ली के पश्चिम,उत्तर-पश्चिम दिशाओं से 24 से 28 किमी प्रति घंटे की दर से तेज सतही हवाएं चलने के आसार है।
24 जून को दिन के दौरान 20 से 30 किमी प्रति घंटे की दर से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। 24 जून को भी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान है। प्रदूषक पीएम10 होगा क्योंकि तेज हवाएं स्थानीय रूप से धूल उठा सकती हैं और आसपास के क्षेत्रों से धूल उड़ सकती हैं।
सफर का अनुमान है कि हवा की दिशा में होने वाले बदलाव के चलते आने वाले दिनों में दिल्ली की हवा में प्रदूषण की मात्रा में थोड़ा बढ़ोतरी होगी।
सफर के वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार आज दिल्ली की हवा में पीएम 10 का स्तर 73 व पीएम 2.5 का स्तर 39 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया है जोकि संतोषजनक श्रेणी में है।
23 जून को वायु गुणवत्ता सूचकांक : दिल्ली की हवा में पीएम 10 का स्तर 95 व पीएम 2.5 का स्तर 46 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रहने का अनुमान है जोकि संतोषजनक श्रेणी में है, लेकिन धूल भरी हवाओं के चलने से हवा की गुणवत्ता में बदलाव होकर इसके मध्यम श्रेणी में रहने का अनुमान है।