औद्योगिक त्रासदी के 120 साल

दुनिया भर में पिछले 120 सालों में 1519 ऐसे हादसे हो चुके हैं| जिनका असर काफी व्यापक था| इन हादसों में अब तक करीब 6.4 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 44 लाख से ज्यादा प्रभावित हो चुके हैं|

By Lalit Maurya

On: Monday 11 May 2020
 

हाल ही में विशाखापट्टनम गैस त्रासदी ने एक बार फिर से भोपाल की यादें ताजा कर दी| जब प्लांट खोलने की हड़बड़ी में मेंटेनेंस के नियमों की अनदेखी कर दी गई, जिसकी कीमत 11 लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी| यह कोई पहला मामला नहीं है जब उद्योगों की गलती का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ा है| इससे पहले 1984 में भोपाल गैस त्रासदी में 5,295 से ज्यादा लोगों की जानें गई थी| वहीं लाखों लोगों पर उसका असर पड़ा था| आज भी भोपाल में जन्मे बच्चों के शरीर पर इस त्रासदी के निशान देखे जा सकते हैं|

सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के कई विकसित और विकाशील देश भी इन त्रासदियों को झेल चुके हैं| अंतरराष्ट्रीय आपदा डेटाबेस (इएम-डेट) ने पिछले 120 सालों में हुई औद्योगिक त्रासदियों का रिकॉर्ड रखा है| जिसके विश्लेषण से पता चला है कि पिछले 120 सालों (1900 - 2020) में करीब 1519 ऐसे हादसे हो चुके हैं| जिनका असर काफी व्यापक था| इन हादसों में अब तक करीब 6.4 लाख लोग अपनी जान गंवा चुके हैं| जबकि 44 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं| वहीं इनसे करीब 3,27,701.35 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है| नुकसान का यह जो मूल्य आंका गया है, यह सभी सीधे तौर पर हुआ नुकसान है| जबकि प्रभावितों की संख्या और नुकसान का आंकड़ा तो वास्तविकता में इससे कई गुना ज्यादा होगा|  आगे पढ़े 

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