जानिए, क्यों मिट्टी लगाने से रुक जाता है खून का बहना

वैज्ञानिकों के अनुसार घाव में मिट्टी लगाने पर रक्त में मौजूद एक प्रोटीन 'कोएगुलेशन फैक्टर XII' सक्रिय हो जाता है, जिसके कारण खून बहना बंद हो जाता है

By Lalit Maurya

On: Wednesday 29 April 2020
 

कहते हैं मिट्टी में बड़ी ताकत होती है। यह सिर्फ पेड़ पौधों को ही बड़ा नहीं करती। इसमें अनगिनत ऐसे गुण होते हैं जिन्हें हम आज भी जान नहीं पाए हैं। प्राचीन काल से ही प्राकृतिक चिकित्सा पद्दति में मिटटी का प्रयोग कई रोगों के इलाज में होता आया है। ग्रामीण इलाकों में आज भी जब चोट लग जाये तो यह मिट्टी ही पहली दवा होती है। हालांकि इसके अपने ही खतरे हैं। मिटटी में हानिकारक बैक्टेरिया हो सकते हैं जो इन्फेक्शन कर सकते हैं, जिससे टेटनस जैसे रोग हो सकते हैं। पर यह तो सच है कि जब जख्म पर मिट्टी लगायी जाती तो खून बहना कम हो जाता है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है। हाल ही में यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया ने इसपर एक शोध किया है जो आज जर्नल ब्लड एडवांसेज में प्रकाशित हुआ है|

मिट्टी लगाने से सक्रिय हो जाता है रक्त में मौजूद प्रोटीन 'कोएगुलेशन फैक्टर XII'

शोध के अनुसार जैसे ही घावों पर मिट्टी लगाई जाती है| उसके कारण रक्त में मौजूद एक प्रोटीन 'कोएगुलेशन फैक्टर XII' सक्रिय हो जाता है| गौरतलब है कि इस प्रोटीन को हेजमैन फैक्टर भी कहते हैं जोकि एक प्लाज्मा प्रोटीन होता है| यह प्रोटीन रक्त का थक्का जमने में मदद करता है| जिससे रक्त के अंदर श्रंखला के रूप में एक तीव्र प्रतिक्रिया शुरू हो जाती है| जिससे खून का ही एक प्लग बन जाता है| जो घावों को सील कर देता है और खून बहना रुक जाता है|

हालांकि इसके साथ ही शोधकर्ता ने यह भी चेताया है कि इसमें सावधानी बरतना जरुरी है| क्योंकि यदि दूषित मिट्टी का उपयोग करते हैं तो इससे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है| पर मिट्टी में मौजूद इस प्रभावी गुण का उपयोग भविष्य में रक्त को रोकने के लिए किया जा सकता है। इसके साथ ही चोट लगने के बाद संक्रमण क्यों होता है इसे समझने में इस शोध से मदद मिल सकती है।

इस अध्ययन के वरिष्ठ लेखक और यूबीसी के सेंटर फॉर ब्लड रिसर्च में वैज्ञानिक क्रिश्चियन कास्त्रुप ने बताया कि “चोट लगने के कारण 40 फीसदी मामलों में मौत ज्यादा खून बहने की वजह से होती है| दूर-दराज के क्षेत्रों में जहां स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं और साधनों का आभाव है वहां मिट्टी को कीटाणु रहित करके खून बहने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है|” इसके साथ ही इस शोध में विस्तार से उस प्रक्रिया के बारे में बताया गया है, जिसके चलते मिट्टी रक्त का थक्का जमने में मदद करती है|

इस अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता लीह जीन जुआंग ने बताया कि "चूहों से लेकर मनुष्यों तक जमीन पर रहने वाले जीव, प्राकृतिक रूप से इस तरह से विकसित हुए है कि मिटटी उनके रक्त में मौजूद प्रोटीन 'कोएगुलेशन फैक्टर XII' को सक्रिय कर सकती है और रक्त को बहने से रोक सकती है।" उनके अनुसार यह सीधे तौर पर हमारे और पर्यावरण के बीच के जुड़ाव को दिखाता है।

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