हमारी टोकरी में कहां से आई सब्जियां, जानें इतिहास
क्या आप जानते हैं कि जो सब्जियां भारत के घर-घर में खाई जाती है, उसकी असल उत्पति किस देश में हुई? अगर नहीं तो ...
राजस्थान में क्यों कम हो रहे हैं ऊंट?
ऊंटों के अस्तित्व पर संकट आ गया है। राजस्थान के 2012 पशुगणना के मुताबिक राज्य में 3.26 लाख ऊंट थे। 2017 की पशु गणना ...
गेहूं को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों का शिकार करती है यह मक्खी
सेंटर फॉर एग्रीकल्चर एंड बायोसाइंस इंटरनेशनल (सीएबीआई) के वैज्ञानिकों ने ऐसे कीटों की पहचान की है, जो गेहूं की फसलों पर लगने वाले कीट ...
कम नहीं हुआ है बीज के अधिकार पर मंडराता खतरा
अमेरिकी कंपनी पेप्सिको और गुजरात के आलू उत्पादकों के बीच विवाद, भारत में किसानों के बीज पर स्वामित्व के अधिकारों पर मंडराते खतरों को ...
खत्म होने के कगार पर पान की विरासत
पिछले दो दशकों से पान की यह संस्कृति भी सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। जलवायु परिवर्तन के दौर में उसके अस्तित्व पर ...
बजट 2019-20: कृषि मंत्रालय के आवंटन में ऐतिहासिक वृद्धि
सरकार का दावा है कि किसानों को 75 हजार करोड़ रुपए के नगद भुगतान से ग्रामीण क्षेत्र में खपत दर बढ़ेगी
बारिश से बढ़ सकता है टिड्डी दल का हमला, बुआई प्रभावित
टिड्डियों का खतरा अक्टूबर तक बने रहने का अंदेशा है। इस पर काबू के लिए 17 जुलाई को पाकिस्तान के साथ बातचीत होगी
गेहूं को नुकसान पहुंचा सकता है नया रतुआ संक्रमण, वैज्ञानिकों ने की पहचान
एक करोड़ हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र में होने वाली गेहूं की किस्म एचडी-267 की खेती को यह फंफूद नुकसान पहुंचा सकता है।
विदेशी आक्रमण, भाग दो : बिहार में मक्के की फसल पर खतरा
“विदेशी आक्रमण” श्रृंखला की दूसरी कड़ी में आज जानिए, बिहार का हाल और इस कीट के अध्ययनकर्ता बी.एस. प्रसन्ना सेडाउन टू अर्थ की बातचीत।
खारे पानी में भी उगेंगे चावल, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई प्रजाति
जिस जंगली प्रजाति के जींस का उपयोग चावल की इस नई प्रजाति को विकसित करने में किया गया है, उसे वनस्पति-विज्ञान में पोर्टरेशिया कॉरक्टाटा ...
रोजगार के लिए कहां जाएं किसान
कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं। भारत में कृषि छोड़ने वाले लोगों के लिए विकल्प की सख्त दरकार है।
प्याज: एक राजनीतिक फसल
एक जमाने में प्याज सरकारों को हिलाने की हैसियत रखता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह अपनी चमक खोती जा रही है। आखिर ...
ओले और भारी बर्फबारी ने सेब बागवानों का किया बड़ा नुकसान
मिलने लगा ऊंटों को इलाज, पशुपालकों ने ली राहत की सांस
लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के ऊंटों को इलाज नहीं मिल पा रहा था
अपने पड़ोसी पौधों में रोग फैलने को नियंत्रित कर सकते हैं रोग-प्रतिरोधी धान और गेहूं के पौधे
शोधकर्ताओं ने 23 समान-प्रजातियों के मिश्रण लगभग 11 फीसदी की पहचान की, जहां पौधे-से-पौधे के प्रभाव ने रोग फैलने को नियंत्रित किया
जीएम से कोई समझौता नहीं: स्वदेशी जागरण मंच
मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक शर्मा ने बताया कि सीएसई की रिपोर्ट बेहद गंभीर है। खाद्य उत्पादों में जीएम को लेकर कोई समझौता नहीं ...
मक्का उत्पादकता बढ़ाने के लिए जरूरी है नई रणनीति
इस अध्ययन से पता चला है कि देश के कई जिले ऐसे हैं, जहां उत्पादन क्षेत्र अधिक होने के बावजूद प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बेहद ...
दुनिया भर में दी जाती है बोंडा घाटी की खेती की मिसाल, जानें क्या है वजह
बोंडा ओडिशा की आदिम जनजातियों में शामिल है। इस जनजाति की परंपरागत खेती से जैव विविधता के साथ ही 20 से अधिक फसलों का ...
पहाड़ों पर बंजर खेतों की रंगत लौटाने को एकजुट हुए किसान
डबरा गांव के कुछ किसान परिवार एक बार फिर एकजुट हुए हैं। किसानों ने आपस में मिलकर फिर से बंजर जमीनों पर अन्न उगाने ...
कम हो रही मिट्टी के पानी सोखने की क्षमता, बढ़ सकता है खाद्यान्न संकट
वैज्ञानिकों ने अमेरिका के केंसास इलाके में 25 साल तक स्टडी करने के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्यों की खोज की है
छोटी जोत भी हो सकती है पोषण में कमी का कारण
अध्ययन में शामिल गांवों में अधिकतर लोग ऊर्जा तथा पोषण संबंधी जरूरतों के लिए सिर्फ चावल, गेहूं और सब्जियों पर मुख्य रूप से निर्भर ...
परागणकों में आ रही है गिरावट, खतरे में है 90 फीसदी जंगली पौधों का अस्तित्व
शोधकर्ताओं के मुताबिक दुनिया भर में करीब 200 करोड़ छोटे किसानों की पैदावार के लिए इन छोटे जीवों द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं ...
वैज्ञानिकों ने सोयाबीन में जैविक नाइट्रोजन में सुधार के लिए जंगली जीन का उपयोग किया
अब चीन के वैज्ञानिकों के एक समूह ने जंगली सोयाबीन पर एक अध्ययन शुरू किया है। इसमें पाए गए आनुवंशिक हिस्सों को लाभ पहुंचाने ...
क्या इस साल फिर गेहूं संकट का सामना करेगा देश, गर्मी ने बढ़ाई किसानों की चिंता
गेहूं उत्पादक राज्यों में फरवरी के पहले सप्ताह में पिछले सात साल के औसत से तापमान अधिक रहा
यूरिया की कालाबाजारी से छत्तीसगढ़ के किसान हताश
अव्वल तो किसानों को यूरिया मिल नहीं रहा है और अगर मिल रहा है तो लगभग दोगुनी कीमत पर मिल रहा है