एयर क्वालिटी ट्रैकर: रोहतक में वायु गुणवत्ता रही खराब, शिलांग से 13 गुना ज्यादा था प्रदूषण का स्तर
देश के 142 शहरों में रोहतक की हवा सबसे ज्यादा खराब थी जहां प्रदूषण का स्तर 221 दर्ज किया गया था, वहीं शिलांग में हवा सबसे ज्यादा साफ ...
उत्तराखंड: प्रदूषण वाली धुंध की चादर में लिपटे पहाड़, पर्यटक वाहनों की लगातार बढ़ती संख्या ने बढ़ाई मुसीबत
यह नमी के चलते होने वाली धुंध नहीं है। जंगल की आग और पहाड़ों में बढ़ता ट्रैफिक इसकी एक वजह तो है ही, इसके ...
एक दिल्लीवासी से उसके जीवन के औसतन 10 और उत्तरप्रदेश में 8 साल छीन रहा है वायु प्रदूषण
आज देश की शत प्रतिशत दूषित हवा में सांस लेने को मजबूर है। यह प्रदूषण उन्हें हर पल मौत की और ले जा रहा ...
दिल्ली-एनसीआर में चरणबद्ध तरीके से कोयला हटाने की तैयारी, 01 जनवरी 2023 से होगा लागू
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिया आदेश, सेंटर फार साइंस एंड एनवॉयरमेंट ने फैसले को ‘महत्वपूर्ण’ बताया।
नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन में आधी कटौती से भारत में 8 फीसदी बढ़ जाएगी कृषि पैदावार
नॉक्स उत्सर्जन में की गई इस कटौती से जहां देश की खरीफ फसलों के उत्पादन में 8 फीसदी की वृद्धि हो जाएगी, वहीं रबी ...
पार्टिकुलेट मैटर प्रदूषण से इतर जमीनी ओजोन प्रदूषण एक नया खतरा : सीएसई
2020 स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर रिपोर्ट में कहा गया है कि ओजोन के कारण मृत्यु की आयु-मानकीकृत दर भारत में सबसे अधिक है।
विश्व साइकिल दिवस 03 जून 2022: स्वस्थ रहने, सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए अहम
नियमित रूप से 30 मिनट साइकिल चलाने से सेहत को कई फायदे होते हैं।
दिवाली के बाद पटाखों से ज्यादा पराली जलाने से होता है दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण: आईआईटी दिल्ली
शोधकर्ताओं के मुताबिक दिवाली के बाद पटाखों का प्रभाव अगले 12 घंटों में कम हो जाता है, वहीं बायोमास बर्निंग से जो प्रदूषण होता ...
कम और मध्यम आय वाले देश हो रहे हैं प्रदूषण के 92 फीसदी शिकार : अध्ययन
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदूषण के कारण हुई अधिक मौतों से 2019 में कुल 4.6 ट्रिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हुआ है, जो वैश्विक आर्थिक ...
वायु प्रदूषण में कटौती से अमेरिका में हर साल बच सकती हैं 53,200 जिंदगियां
अनुमान है कि प्रदूषण में इस कटौती की मदद से अमेरिका में हर साल स्वास्थ्य पर खर्च होने वाले करीब 47.2 लाख करोड़ रुपए भी ...
क्या साफ हवा के कारण अधिक पैदा हो रहे हैं अटलांटिक तूफान? क्या कहता है अध्ययन
नोआ के एक नए अध्ययन में पाया गया कि अमेरिका और यूरोप में स्वच्छ हवा अधिक अटलांटिक तूफानों को पैदा कर रही है।
वायु प्रदूषण का सबसे अधिक प्रभाव झेलते हैं गरीब: डब्ल्यूएचओ
अध्ययन के मुताबिक निम्न और मध्यम आय वाले देशों में 80 प्रतिशत लोग खतरनाक पीएम 2.5 स्तर के संपर्क में आते हैं।
विश्व अस्थमा दिवस 2022: कैसे होती है अस्थमा की बीमारी, क्या हैं निजात पाने के तरीके?
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 2021 तक भारत में लगभग 1.5 से 2 करोड़ लोग अस्थमा से पीड़ित थे, जिसमें हर आयु वर्ग के रोगी शामिल ...
दुनिया में हर मिनट नष्ट हो रहे 21.1 हेक्टेयर में फैले जंगल
2021 में उष्णकटिबंधीय प्राथमिक वनों को जो नुकसान पहुंचा है, उसके कारण 250 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हुआ है जोकि भारत के ...
भलस्वा लैंडफिल साइट के आस-पास लोगों का सांस लेना मुश्किल, निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता गंभीर
भलस्वा लैंडफिल साइट से छह किलोमीटर दायरे में एकमात्र निगरानी स्टेशन पर वायु गुणवत्ता गंभीर से बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है।
वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से एक घंटे के भीतर पड़ सकता है दिल का दौरा: अध्ययन
अध्ययन में 2,239 अस्पतालों में दिल के दौरे और अस्थिर एनजाइना के इलाज से जुड़े लगभग 13 लाख लोगों के चिकित्सीय आंकड़ों का विश्लेषण ...
आईआईटी दिल्ली की नई तकनीक, डीजल की बजाय डाइमिथाइल ईथर से भी चलेंगी गाड़ियां
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तकनीक की मदद से वाहनों से निकलने वाले धुंए, कालिख और पीएम उत्सर्जन को काफी कम किया जा ...
युवाओं में कोरोना के अधिक खतरे के पीछे वायु प्रदूषण: अध्ययन
अध्ययन के परिणाम कोरोना के पॉजिटिव परीक्षण से दो दिन पहले और एक दिन पहले ब्लैक कार्बन के संपर्क में आने से संक्रमण के ...
हवा में लंबे समय तक बना रहता है खाना पकाने से होने वाला प्रदूषण
खाना पकाने में उत्सर्जित होने वाले एरोसोल 10 प्रतिशत तक पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बना जलवायु परिवर्तन: डब्ल्यूएचओ
2030 से 2050 के बीच जलवायु परिवर्तन से सालाना 250,000 अतिरिक्त मौतें होने की आशंका है
क्या कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ती मौतों और शवदाह के चलते दिल्ली में बढ़ गया था प्रदूषण
हाल ही में किए एक नए अध्ययन से पता चला है कि दिल्ली में कोविड की दूसरी लहर के दौरान लॉकडाउन के बावजूद पार्टिकुलेट ...
भारत के आठ बड़े शहरों में 2005 से 2018 के बीच वायु-प्रदूषण से एक लाख असामयिक मौतें
आठ बड़े शहरों में हुए अध्ययन के नतीजे दिखाते हैं कि महामारी से ज्यादा जानलेवा है वायु-प्रदूषण
संसद में आज (07 अप्रैल 2022): 2021 में बिजली का करंट लगने से 16 जंगली जानवरों की मौत हुई
पिछले पांच वर्षों के दौरान मध्य प्रदेश में वन गांवों के मूल निवासियों को पट्टों के नवीनीकरण की कोई मंजूरी नहीं दी गई है।
संसद में आज (05 अप्रैल 2022): वायु प्रदूषण के कारण सौर ऊर्जा उत्पादन में 83.5 करोड़ डॉलर का हुआ नुकसान
भारत में 2020-21 में 107829 शहद के नमूनों का विश्लेषण किया गया जिसमें से 28347 नमूने मानदंडों के अनुकूल नहीं पाए गए
जहरीली हवा में सांस ले रही है दुनिया की 99 फीसदी आबादी: विश्व स्वास्थ्य संगठन
दुनिया भर में 782 करोड़ से ज्यादा लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं, जो उन्हें हर पल मौत की ओर ले ...