भोपाल त्रासदी के 35 साल : अश्रूपर्ण श्रद्धांजलि, देखें तस्वीरें
भोपाल गैस हादसे की 35वीं बरसी की पूर्व संध्या पर मारे गए लोगों को उनके परिजनों और भोपाल शहर के लोगों ने श्रद्धांजलि दी। ...
भोपाल त्रासदी के 35 साल: आज भी मां जन्म रही बीमार बच्चा, सरकार ने दबाई रिपोर्ट
गैस पीड़ितों के लिए काम कर रहे संगठनों का आरोप है कि आईसीएमआर की रिपोर्ट दबा दी गई, जिसमें कहा गया था कि गैस ...
बीमारियों से तड़प रहे भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ित, रोज पूछे जा रहे खामोश सत्ता से एक सवाल
रोज एक सवाल की श्रृंखला में गैस पीड़ित मुआवजा न मिलने, अस्पताल में सुविधाओं की कमी, रासायनिक प्रदूषण, विधवा पेंशन, बीमा सुरक्षा, निगरानी समिति ...
भोपाल त्रासदी के 35 साल : 20 साल तक -20 डिग्री में सहेजा मृतकों का सैंपल, बाद में फेंकना पड़ा
भोपाल गैस हादसे वाले दिन में रिकॉर्ड 815 मृतकों का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर डीके सत्पथी ने डाउन टू अर्थ से बातचीत की और ...
भोपाल गैस कांड: एक बार फिर टली यूनियन कार्बाइड के भारतीय अधिकारियों के खिलाफ सुनवाई की तारीख
भोपाल जिला अदालत में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड और उसके भारतीय अधिकारियों के खिलाफ याचिका पर सुनवाई अब 11 मई को होगी
भोपाल में कोविड-19 से मरने वाले 14 लोगों में से 12 गैस पीड़ित
मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री बताती हैं कि ये गैस पीड़ित होने की वजह से पहले से ही किडनी, दिल और फेफड़े की समस्याओं से ...
अब्दुल जब्बार: हैंडपम्प लगाने वाला आदमी, जिसे हालात ने बना दिया गैस पीड़ितों का मसीहा
भोपाल गैस कांड पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करने वाले अब्दुल जब्बार नहीं रहे। आइए, जानते हैं देश भर के जन आंदोलन ...
पर्यावरण से बेपरवाह
नोटबंदी व जीएसटी जैसे फैसले रातोंरात ले लिए जाते हैं, लेकिन बात जब प्रदूषण या औद्योगिक त्रासदी की होती है तो सख्त फैसले की ...
आज भी रिस रहा जहर
दो-तीन दिसंबर, 1984 को भोपाल में हुए गैस त्रासदी के शिकार राजकुमार वर्मा की जुबानी
भोपाल गैस पीड़ितों के अस्पतालों में अब सिर्फ कोरोनावायरस मरीजों का होगा इलाज
मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में भर्ती गंभीर रोगियों की छुट्टी की जा रही है। डायलिसिस कराने आने वाले मरीजों को भी लौटाया ...
आंदोलन, कविताओं की जुबानी
यह किताब भोपाल की त्रासदी, केरल की एंडोसल्फान त्रासदी और अन्य पर्यावरण के विनाश की याद ताजा करती है जिनसे लाखों लोग प्रभावित हुए ...
अनिल अग्रवाल की आंखों-देखी : भोपाल गैस त्रासदी की वह भयानक रात
3 दिसंबर, 1984 को सुबह तीन बजे भोपाल में यूनियन कार्बाइड से निकलने वाली जहरीली गैस ने पूरे शहर को तबाह कर दिया था
भोपाल त्रासदी के 35 साल: प्रदर्शन में छलका पीड़ितों का दर्द
भोपाल गैस त्रासदी की 35वीं बरसी के मौके पर गैस पीड़ितों ने प्रदर्शन किया
भोपाल गैसकांड के 467 प्रभावितों की कोविड-19 से मौत, 38 का नाम सूची में नही
गैस पीड़ित संगठनों ने पहले ही अंदेशा जताया था कि गैस पीड़ितों की मृत्यु दर अधिक हो सकती है
भोपाल त्रासदी के 35 साल: बिना पूरी सफाई किए मेमोरियल बनाने की तैयारी
सरकार यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री परिसर में मेमोरियल बनाने की तैयारी में है, लेकिन कचरे के उचित निपटारे के बिना मेमोरियल बनाना लोगों के लिए ...
एक लम्हे की गलती और सदियों की सजा
भोपाल गैस त्रासदी की 38वीं बरसी है और पीड़ितों का भविष्य धुंधला है। यह मौका होता है जब हम अपने वीभत्स भूत को भी ...
भोपाल गैस त्रासदी : जब रेलवे कर्मचारियों ने अपनी जान दाव पर लगाकर बचाई हजारों जिंदगी
स्टेशन सुपरिंटेंडेंट हरीश धुर्वे गैस रिसने की सूचना मिलने पर वापस स्टेशन गए थे और कई ट्रेनों को मौके से रवाना किया था, लेकिन ...
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भोपाल गैस पीड़ित दूषित पानी पीने पर मजबूर
यूनियन कार्बाइड के आसपास की 42 बस्तियों में पेयजल की अनियमित आपूर्ति के चलते लोग ट्यूबवेल का दूषित पानी पीने पर मजबूर है, जबकि ...
भोपाल गैस त्रासदी के 37 साल: भोपाल के साथ भेदभाव कर रहा है डाव केमिकल्स?
2-3 दिसंबर 1984 की रात भोपाल में हुए गैस हादसे को 37 साल हो गए हैं। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि ...
विशाखापट्टनम गैस लीक : स्टाइरीन से मौत होना बड़े खतरे का संकेत
यह तंत्रिका तंत्र पर असर डालने वाला न्यूरोटॉक्सिक है और लंबे समय तक इसकी जद में आए लोगों में बाद में लीवर रोग और ...
देश में पनप रहीं 329 और त्रासदियां
दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना से भी हम सबक नहीं ले पाए हैं। खतरनाक रसायनों को नियंत्रित और सीमित करने की कोई ठोस नीति ...
महामारी में 18 माह से नहीं मिली भोपाल गैस पीड़ित विधवाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन
ऐसी विधवाओं की संख्या 5000 से अधिक है, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन के रूप में 1,000 रुपए प्रति माह दिए जाते थे
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ भोपाल गैस पीड़ितों ने किया प्रदर्शन
भोपाल के गैस पीड़ित संगठन ने गैस कांड के लिए जिम्मेदार कंपनी को पनाह देने के आरोप में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का विरोध ...
34 साल में भी नहीं टूटी तंत्र की तंद्रा
प्राणघातक गैस के नासूर को 2 लाख 97 हजार 280 घंटे से ज्यादा अरसा बीत चुका है लेकिन अब तक तंत्र की तंद्रा भंग नहीं हुई है
गैस त्रासदी के नमूने ही नहीं बचे, कैसे होगी जांच?
दुनिया की इस भीषण त्रासदी के बचे हुए अवशेषों को नष्ट करने में अधिकारियों ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी