जलवायु परिवर्तन के चलते प्रजनन क्षमता खो रहे हैं जीव: अध्ययन
अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि जलवायु परिवर्तन के दौरान तापमान से होने वाली प्रजनन हानि जैव विविधता के लिए एक बड़ा खतरा ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची 100 से अधिक प्रजातियों को बचाया जा सकता है
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि 102 प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर है, यदि समय रहते कार्रवाई की जाय तो इन ...
डीडीए जैव विविधता पार्क: पृथ्वी पर पहली बार मिला उड़ने वाले अकशेरुकी जीवों का घर
वैज्ञानिक उन्हें पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के विश्वसनीय जैव संकेतक मानते हैं। वे कीड़ों की आबादी, विशेषकर मच्छरों और कृषि कीटों जैसे कीटों को ...
उज्ज्वल त्योहारों का स्याह पक्ष: प्रकाश प्रदूषण में इजाफा कर रहे क्रिसमस, रमजान, दीवाली जैसे उत्सव
मिजोरम में मिली उड़ने वाली छिपकली की नई प्रजाति 'गेको मिजोरमेंसिस', जानिए कैसे है दूसरों से अलग
आज गेको छिपकलियों की 1,200 से ज्यादा प्रजातियां हैं, जो छिपकलियों की सभी ज्ञात प्रजातियों का करीब पांचवां हिस्सा हैं
डाउन टू अर्थ विश्लेषण: जैव विविधता को बचाने में कहीं पिछड़ न जाएं हम
कन्वेंशन ऑन बायोलॉजिकल डायवर्सिटी (सीबीडी) का उद्देश्य जैविक संसाधनों के साथ उनसे जुड़े पारंपरिक ज्ञान का संरक्षण करना है। यह सुनिश्चित करता है कि ...
विलुप्त मानी जा रही 32 मेंढक प्रजातियों का चला पता: शोध
शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि 32 हार्लेक्विन मेंढक की प्रजातियां, जिन्हें कभी विलुप्त माना जाता था, अभी भी जंगल में जीवित हैं।
खाद्य उत्पादन का बढ़ता दबाव, बड़े पैमाने पर धरती पर डाल रहा है प्रभाव
एक नए अध्ययन से पता चला है कि जिस तरह से खाद्य उत्पादन धरती पर प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव डाल रहा है उसके चलते ...
पराग्वे में खोजी गई सांप की नई खूबसूरत विषरहित प्रजाति
विज्ञान के लिए बिलकुल नई यह प्रजाति 'फलोट्रिस शॉनेला' जहरीली नहीं होती। जो अपने चटकीले रंगों और आकर्षक पैटर्न की वजह से काफी खूबसूरत ...
केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करने से ही नहीं बचेगी जैवविविधता, प्रजातियों पर भी देना होगा ध्यान
शोध के अनुसार संरक्षण के लिए केवल संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही काफी नहीं है। इसके लिए प्रजातियों और उनके आवास को ध्यान में ...
जलवायु में आते बदलावों से कैक्टस की 60 फीसदी प्रजातियों पर मंडराया खतरा
कैक्टस पौधों की एक ऐसी जीवट किस्म है, जो गर्म से गर्म वातावरण में पनप सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पौधों ...
मकड़ियों के अदभुत संसार में जुड़ा एक और सदस्य, 50,000 पर पहुंची ज्ञात प्रजातियों की संख्या
ब्राजील में मकड़ियों की एक नई प्रजाति ‘गुर्यूरियस मिनुआनो’ खोजी गई है, जोकि धरती पर ज्ञात मकड़ियों की 50,000वीं प्रजाति है। वैज्ञानिकों का मानना ...
दुनिया भर में जारी है जैव विविधता की छठी सबसे बड़ी विलुप्ति
लगभग 1500 ईसवी के बाद से पृथ्वी से 20 लाख ज्ञात प्रजातियों में से लगभग 7.5 से 13 फीसदी के बीच का नुकसान हो ...
पनामा के जंगलों में मिली मेंढक की नई प्रजाति, ग्रेटा थनबर्ग के सम्मान में रखा नाम
बड़ी काली आंखों वाली मेंढक की यह खूबसूरत प्रजाति पहले ही जलवायु परिवर्तन और जंगलों के तेजी से होते विनाश के चलते खतरे में ...
हर साल 47 करोड़ डॉलर से अधिक मूल्य का खाद उत्पादन करते हैं समुद्री पक्षी
शोधकर्ताओं का कहना है कि पक्षियों का मल जिसे पोप, या गुआनो के रूप में भी जाना जाता है। गुआनो उर्वरक के स्रोत के ...
खदानों से बचे अवशेष और कचरे से खतरे में है संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र
रिसर्च से पता चला है कि नौ फीसदी खनन अवशेष भंडारण सुविधाएं संरक्षित क्षेत्रों के भीतर, जबकि 20 फीसदी संरक्षित क्षेत्रों के पांच किलोमीटर ...
स्थानीय प्रजातियों की विविधता को 53 फीसदी तक कम कर सकती हैं आक्रामक चींटियां
दुनिया भर में चीटियों की 17,000 से ज्यादा प्रजातियां का पता चल चुका है। इनकी कुल आबादी करीब 20,000 लाख करोड़ है
दुनिया भर में कैसे बढ़ा बीज व पौधों में जैव विविधता पैटर्न: शोध
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 912 भौगोलिक क्षेत्रों और लगभग 3,20,000 प्रजातियों को शामिल करते हुए क्षेत्रीय पौधों की सूची के एक बड़े डेटासेट ...
ओडिशा में मिली मीठे पानी की मछली की नई प्रजाति, गर्रा लैशरामी नाम रखा गया
नई मछली की अधिकतम लंबाई 76 मिमी से 95.5 मिमी तक होती है। इस प्रजाति का स्थानीय लोग खाने में प्रयोग करते हैं
समुद्र की गहराइयों में खनन से सैकड़ों किलोमीटर तक हो सकता है ध्वनि प्रदूषण
नई रिसर्च से पता चला है कि समुद्र की गहराई में मौजूद सिर्फ एक खान 500 किलोमीटर के क्षेत्र में ध्वनि प्रदूषण की वजह ...
जानिए क्यों एक स्थानीय समुदाय के नाम पर किया गया मेंढक की एक नई प्रजाति का नामकरण
मेंढक की इस नई प्रजाति का नाम घाना के एक स्थानीय समुदाय सगीमासे के सम्मान में कॉनरौआ सगीमासे रखा गया है, जो लम्बे समय ...
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है
कहां लुप्त हो गई मधुमक्खियों की 25 फीसदी प्रजातियां, 1990 के बाद से नहीं आई सामने
हाल ही में जर्नल वन अर्थ में छपे एक शोध से पता चला है कि 1990 से 2015 के बीच मधुमक्खियों की करीब एक ...
40 फीसदी पौधों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा
दुनिया भर में करीब 140,000 पौधों की प्रजातियों पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है, जिसमें से 723 प्रजातियां दवाओं के निर्माण में ...
दुर्लभ समुद्री अमीबा रबडामोइबा मरीना की दोबारा हुई खोज, जानें क्यों है खास
रबडामोइबा मरीना जिसका संयुक्त नाम आर. मरीना है, जो एक छोटा सा समुद्री अमीबा है, जिसे पहली बार 1921 में इंग्लैंड में खोजा और ...