सन्नाटे की गूंज
यात्रा एक पर्यावरण आंदोलन की, जिसने विकास योजनाओं को देखने, परखने का नजरिया ही बदल डाला
जल्लीकट्टू: संस्कृति बनाम संरक्षण
बुनियादी सवाल अभी अनुत्तरित है–क्या जल्लीकट्टू पारिस्थितिकी के लिहाज से महत्वपूर्ण प्रथा है या सिर्फ एक खूनी खेल?
भारत, एक नई खोज
कहा जाता है कि एक देश का इतिहास उसके भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिबिम्ब होता है। अपने २२ सालों के शोध के आधार पर भारत ...
कभी दिन के थे राजा, अब हैं रात के उल्लू
जानिए, कैसे हम मनुष्यों के हस्तक्षेप के कारण बदल रहा है जंगली जीवों का व्यवहार
खत्म हो रहे हैं घास के मैदान, जैव विविधता में अहम योगदान देती है हवा
खराब होती पारिस्थितिकी तंत्र को ठीक करने के लिए घास के मैदानों की पुन: बहाली महत्वपूर्ण है
पूरी दुनिया में मूल आबादी झेल रही है गरीबी और उपेक्षा का दंश : यूएन रिपोर्ट
यूएन ने पहली बार मूल आबादी पर रिपोर्ट जारी की है। भयंकर गरीबी और उच्च बेरोजगारी के मामले में भारत की तुलना उप-सहारा अफ्रीकी ...
सांभर में पक्षियों की मौत: एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं पशुपालन और वन विभाग- रिपोर्ट
हाइकोर्ट में पेश की गई तथ्यात्मक रिपोर्ट में न्याय मित्र नितिन जैन ने लिखा है कि जिस तरह से अभी रेस्क्यू का काम चल ...
राजस्थान में दिखावा साबित हुआ राज्य जैव-विविधता बोर्ड
अंतर्राष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस पर विशेष: राजस्थान में 8 साल बाद भी धरातल पर नहीं उतरे अधिनियम के प्रावधान
अंतरराष्ट्रीय जैवविविधता दिवस : मानव और एलियन बने जैवविविधता के दुश्मन
एशिया प्रशांत के द्वीपों और समुद्र में एक नए आक्रमणकारी परिग्रही (एलियन) ने स्थानीय जैव विविधता के लिए तनाव पैदा कर दिया है। खतरनाक यह ...
10 लाख प्रजातियों पर खतरा, इंसान है जिम्मेवार : रिपोर्ट
जैव-विविधता और पारिस्थितिकी सेवाओं के अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक आकलन रिपोर्ट जारी कर दी है, जो काफी डराने वाली ...
प्रकृति के असल रक्षक हैं वनवासी : वैश्विक रिपोर्ट
अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट में कहा है कि देशज और स्थानीय समुदाय के ज्ञान को अब तक वैश्विक ...
झारखंड में मिली बिल खोदने वाले मेंढक की प्रजाति
यह स्पैरोथेका वंश की मेंढक प्रजाति है, जिसे पूर्वी भारत में (नेपाल की दो प्रजातियों को छोड़कर) पाया गया है।
मिसाल: भोजपत्र के वृक्षों को नया जीवन दे रही है हर्षवंती
पहाड़ सा हौसला रखने वाली पर्वतारोही हर्षवंती बिष्ट ने इस वर्ष अगस्त के पहले हफ्ते में समुद्र तल से 3,775 मीटर ऊंचाई पर बसे ...
भोपाल के बीचोबीच बचे प्राकृतिक जंगल को खतरा, विरोध के स्वर तेज
भोपाल में विधानसभा भवन के ठीक पीछे प्रस्तावित विधायक आवास की वजह से सैकड़ों पेड़ कटेंगे। शहर के पर्यावरणप्रेमी इस फैसले का विरोध कर ...
भारतीय जैव विविधता पर विदेशी खरपतवार का हमला
एक विदेशी आक्रमणकारी पौधा लुडविगिया पेरूविया असम के धनसीरी नदी के जलग्रहण क्षेत्र और कोपिली नदी के पूर्वी हिस्से में स्थित स्थानीय जैव विविधता ...
विलुप्ति के कगार पर पहुंची प्रजातियों की सूची लंबी हुई
प्रजातियों की विलुप्ति रोकने का लक्ष्य 2020 तक हासिल करना है, लेकिन लगातार विलुप्ति बढ़ने की बातें सामने आ रही हैं
सांभर झील में पक्षियों की माैत का सिलसिला जारी, कारण स्पष्ट नहीं
राजस्थान की सांभर झील व उसके आसपास पक्षियों का शव मिलना लगातार जारी है। पक्षियों की मौत का कारण अब तक पुष्ट नहीं हो ...
30 साल बाद फिर से मिला दुर्लभ प्रजाति का चांदी का हिरण!
आगे से चूहे जैसे दिखने वाले इस हिरण के पीठ पर चांदी जैसा रंग होता है, इसलिए इसे सिल्वर-बैकेड चेवरोटाइन या माउस हिरण कहा जाता ...
जन आंदोलन से रुका 4000 पेड़ों का कटान
केंद्र सरकार की एक योजना के तहत इस रोड को फोर लेन किया जाना है और इसके लिए सरकार ने सैकड़ों पेड़ों की बलि ...
सूखाग्रस्त मराठवाड़ा के बच्चों ने पेड़ों को दिया जीवनदान, लौटाई हरियाली
मराठवाड़ा में पानी की किल्लत के बावजूद बच्चों ने अपने स्कूल परिसर में हरियाली लाने की मुहिम शुरू की और आज उनका स्कूल मिसाल ...
भोपाल की हरियाली को खतरा, विधायक आवास के लिए काटे जा रहे हैं 1000 पेड़
बीआरटीएस के नाम पर हाल ही में 2400 पेड़ काटे गए थे, अब 1000 पेड़ काटे जाने की योजना है। एक शोध के मुताबिक, ...
जंगल बचाने वाले देशी समुदायों पर बेदखली का संकट: रिपोर्ट
धरती को बंजर होने से बचाने के लिए काम कर रही संयुक्त राष्ट की संस्था यूएनसीसीडी की रिपोर्ट में यह बात कही गई है
क्या सेंटीनेलिस को ‘बचाने’ की जरूरत है?
अंडमान की सेंटीनेलिस और अन्य जनजातियों की आबादी सीमित है। क्या वे विलुप्त हो जाएंगी?
एनएच-766 का वैकल्पिक मार्ग भी जीवाें के लिए सुरक्षित नहीं, 8 महीने में 2,426 जीव मरे
वायनाड वन्यजीव अभराण्य में पड़ने वाले थोलपेट्टी रेंज से गुजरने वाली सड़क पर रात को यातायात बहुत बढ़ जाता है, जिससे वन्यजीव गाड़ियों की ...
बैलाडीला: आदिवासियों से जंगल छीनकर कॉरपोरेट को देने का खेल
जंगल और पहाड़ को बचाने की लड़ाई का पहला मोर्चा आदिवासियों ने जीत लिया, लेकिन लड़ाई खत्म नहीं हुई है