जलवायु में बदलाव के चलते ध्रुवीय महासागरों की खाद्य प्रणालियों पर मंडराया खतरा: अध्ययन
जलवायु परिवर्तन ध्रुवीय समुद्री बर्फ और पानी के तापमान को खतरनाक तरीके से बदल रहा है, जो शैवालों से लेकर व्हेल, पेंगुइन और सील ...
मिट्टी के सबसे ऊपर अकार्बनिक कार्बन के रूप में जमा 2,305 अरब टन कार्बन का चला पता
हर साल मिट्टी के अंदर पानी में लगभग 1.13 अरब टन अकार्बनिक कार्बन समा जाता है। इसका भूमि, वायुमंडल, मीठे पानी और महासागर के ...
संग्रहण की तुलना में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन अधिक कर रहे हैं तालाब, वैज्ञानिकों ने चेताया
प्राकृतिक और कृत्रिम तालाब सभी झीलों द्वारा संग्रहित कार्बन की अनुमानित कुल मात्रा का 65 फीसद से 87 फीसदी तक सोख लेते हैं, तो ...
बायोप्लास्टिक से लग सकती है ग्रीनहाउस गैस पर लगाम, शोधकर्ताओं ने सुझाए समाधान
2050 तक, वर्तमान में ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए उपयोग किए जाने वाले बायोमास का 13 फीसदी प्लास्टिक के लिए कच्चे माल के रूप ...
बढ़ती इंसानी महत्वकांक्षा की भेंट चढ़ गए 34 लाख वर्ग किलोमीटर में फैले वेटलैंड, भारत में भी आई कमी
320 वर्षों में यूरोप, अमेरिका और चीन में करीब आधे वेटलैंड्स खत्म हो गए हैं, जबकि भारत, यूके, आयरलैंड और जर्मनी के कुछ हिस्सों ...
लॉकडाउन के बावजूद 2020 में शिखर पर पहुंचा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन
2020 में कार्बन डाइऑक्साइड का वैश्विक औसत स्तर 413.2 भाग प्रति मिलियन दर्ज किया गया था, जोकि पूर्व-औद्योगिक स्तर से करीब 149 फीसदी ज्यादा था
साल 2021 में 16 लाख एकड़ घास के मैदान नष्ट हो गए: डब्ल्यूडब्ल्यूएफ
रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 के बाद से कुल 3.2 करोड़ एकड़ घास के मैदान, 50,000 वर्ग मील को जोत दिया गया है।
वृक्षों के आवरण में वृद्धि से 100 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ सकती है कृषि उत्पादकता: एफएओ रिपोर्ट
स्वस्थ ग्रह के बिना हम मजबूत अर्थव्यवस्था तैयार नहीं कर सकते। ऐसे में हमें सिर्फ दोहन ही नहीं, संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा
कैसे बहाल होंगें जंगल, जब पांच वर्षों से ज्यादा नहीं जीते दोबारा उगाए आधे उष्णकटिबंधीय पेड़
वन बहाली के प्रयास में लगाए करीब 44 फीसदी पेड़ पांच वर्ष से ज्यादा जीवित नहीं रहते हैं। ऐसे में वन बहाली के प्रयास ...
उष्णकटिबंधीय इलाकों में जंगलों के काटे जाने से बारिश में कमी और फसल उपज घटी
शोध टीम का कहना है कि एक फीसदी बारिश कम होने के कारण फसल की पैदावार में औसतन 0.5 फीसदी की गिरावट आई
उष्णकटिबंधीय जंगलों को काट कर ताड़ के पेड़ लगाना ठीक नहीं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बोर्नियो में तेल के लिए किए जा रहे ताड़ के वृक्षारोपण तथा काटे गए पुराने जंगलों से 248 कशेरुक प्रजातियों की आबादी ...
क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग? कैसे करती है काम और क्यों इसको लेकर जारी है बहस
क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
कृषि उपज से संबंधित चीजों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से बढ़ रहा है तीन-चौथाई उत्सर्जन
अध्ययन के मुताबिक दुनिया की लगभग 22 फीसदी फसल और चारागाह 1 अरब हेक्टेयर का उपयोग विदेशी उपभोक्ताओं के लिए उत्पादों की खेती के ...
क्या कोई शहर भी जंगल के बराबर कार्बन जमा कर सकता है: शोध
कार्बन स्टोरेज (सीएस) शहरी योजनाकारों को इस बात का मूल्यांकन करने में सक्षम बनाता है कि एक नया विकास शहर के कार्बन संतुलन को ...
जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों के चलते कार्बन सिंक से कार्बन उत्सर्जक बनते जा रहे हैं जंगल
विश्व धरोहर स्थलों में 257 वन क्षेत्रों को शुमार किया गया है जो 6.9 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं। यह हर साल ...
साल 2023 में जीवाश्म सीओ2 उत्सर्जन के 40 अरब मीट्रिक टन से अधिक होने के आसार: रिपोर्ट
दुनिया भर में 2023 में कोयले से 1.1 फीसदी, तेल से 1.5 फीसदी और गैस से 0.5 फीसदी उत्सर्जन में वृद्धि होने का अनुमान ...
फसलों के अवशेषों को बायोचार में बदलने से वायु प्रदूषण से मिल सकती है निजात
शोध में पाया गया है कि, 12 देशों के पास फसल अवशेषों को बायोचार में बदल कर अपने वर्तमान कुल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के ...
जलवायु परिवर्तन का पौधों, फसलों पर अलग-अलग तरह का असर पड़ता है:अध्ययन
1982 और 2020 के बीच, दुनिया भर में प्रकाश संश्लेषण में 12 फीसदी की वृद्धि हुई, इसी दौरान वातावरण में सीओ2 में 17 फीसदी ...
जलवायु में हो रहे बदलाव को रोकने के लिए भारत के बाघों की रक्षा अहम: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक 2007 से 2020 के बीच टाइगर रिजर्व के अंदर, लगभग 6,000 हेक्टेयर में उगे पेड़ों को काटे जाने से बचाया गया, ...
एक चौथाई उत्सर्जन से निपटना सबसे कठिन: आईपीसीसी
रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि हमें नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करना है तो कृषि, प्लास्टिक, सीमेंट, और अपशिष्ट से होने वाले अंतिम ...
तबाही की राह पर दुनिया: जलवायु से जुड़े चार प्रमुख संकेतकों ने 2021 में तोड़ा रिकॉर्ड
ग्रीनहाउस गैस, समुद्र के जल स्तर और गर्मी में होती वृद्धि के साथ महासागरों में बढ़ता अम्लीकरण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
समुद्र से होने वाली 60 फीसदी कमाई पर काबिज हैं 100 कंपनियां
इन 100 कंपनियों की लिस्ट में भारत की ओएनजीसी को 21वें स्थान पर रखा गया है| जिसने 2018 में 1,24,322 करोड़ रुपए कमाए थे
बढ़ते तापमान के कारण कार्बन उत्सर्जन को 119 फीसदी बढ़ा सकते हैं मिट्टी के सूक्ष्मजीव
साल 2100 तक सूक्ष्मजीवों द्वारा सीओ2 उत्सर्जन में ध्रुवीय क्षेत्रों में 119 फीसदी, उष्णकटिबंधीय में 38 फीसदी, उपोष्णकटिबंधीय में 40 फीसदी और समशीतोष्ण क्षेत्रों ...
अपने आहार में बदलाव करके जलवायु संकट से मुकाबला करने में मिल सकती है मदद
हमारी वर्तमान खाद्य प्रणालियां वैश्विक ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) उत्सर्जन के एक तिहाई से अधिक का उत्पादन करती हैं
ग्रीष्मकाल के दिनों में हो जाएगी आठ फीसदी की बढ़ोतरी, मिट्टी की बढ़ती गर्मी है वजह
मूल्यांकन किए गए 118 मौसम विज्ञान स्टेशनों में से दो-तिहाई में हवा की तुलना में मिट्टी अत्यधिक गर्म पाई गई