चिपको की छांव में
उत्तराखंड में बहुत कुछ बदल चुका है, लेकिन चार दशक बाद भी कई इलाकों में चिपको आंदोलन का असर साफ नजर आता है।
चमोली आपदा : संभव है कि यह 2013 उत्तराखंड त्रासदी से काफी अलग एक रॉक एवलांच है
उत्तराखंड की 2013 में हुई त्रासदी और 2021 में चमोली की घटना एक जैसी नहीं है। न ही भूकंप और अत्यधिक वर्षा इस भूस्खलन ...
चमोली आपदा : रॉक एवलांच की वैज्ञानिकों ने की पुष्टि, चट्टानी मलबे से बने अस्थायी डैम ने मचाई तबाही
चमोली की घटना पर ग्राउंड रिपोर्ट के बाद कयासों को विराम लग गया है कि ग्लेशियर का टूटना और बाढ़ की विपदा के बीच ...
चमोली आपदा: फिर से ऋषिगंगा का जल स्तर बढ़ा, अलर्ट जारी
ऋषिगंगा का जल स्तर बढ़ने के बाद अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन अब कारण नहीं पता चल पाए हैं
चमोली आपदा: ऋषिगंगा में बनी झील से कितना हो सकता है नुकसान
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि ऋषि गंगा क्षेत्र में 400 मीटर लंबी झील बनने की आशंका है
यूपी के माइग्रेशन बेल्ट में जारी है असंगठित मजदूरों का प्रवास दंश, लॉकडाउन के बाद चमोली त्रासदी के शिकार
चमोली त्रासदी ने प्रवासी मजदूरों के ढ़के हुए गहरे जख्मों को फिर से उधेड़ दिया है। हादसे में बच गए हीरालाल ने कहा कि ...
आखिर किस की मिलीभगत से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई: भट्ट
पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा, पानी के रास्ते में नहीं आते बांध तो इतना नुकसान नहीं होता
बाढ़ के कारण सात दशक में एक लाख से ज्यादा मौतें, उत्तराखंड की स्थिति सबसे ज्यादा खराब
बाढ़ आपदा के कारण सर्वाधिक मृतकों की संख्या गंगा के पहाड़ी और मैदानी राज्यों में है
चमोली त्रासदी : तपोवन गांव में बैराज के गेट बंद थे, एनटीपीसी पर आपराधिक लापरवाही का आरोप
उत्तराखंड में चमोली त्रासदी के जद वाले गांवों का दौरा करने के बाद माटू संगठन ने बताया कि ग्रामीणों का एक सुर में कहना है कि ...
चमोली आपदा: ऋषिगंगा नदी पर बनी झील से खतरा नहीं, केंद्र को दी जानकारी
केन्द्रीय गृह सचिव ने पानी का ज्यादा प्रवाह सुनिश्चित करने और कुछ बाधाओं हो हटाने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की
चमोली आपदा: भूल, गलती और सबक
असल मुद्दा हिमालय के नाजुक क्षेत्र की वहन क्षमता जो जलवायु परिवर्तन के कारण और भी अधिक दबाव में है
चमोली आपदा: चिपको आंदोलन की पीढ़ी बेबस होकर गांवों से करना चाहती है पलायन
चमोली त्रासदी के बाद चिपको आंदोलन की पीढ़ी इन दिनों पहाड़ जैसे दुखों का सामना कर रही है। उसे लग रहा है कि हिमालयी ...
चमोली त्रासदी : 'तपोवन बैराज के गेट बंद थे और गेटवॉल पर मौजूद 60 मजदूर मलबे में बह गए'
चमोली में 7 फरवरी, 2021 को तपोवन स्थित एनटीपीसी परियोजना पर आखिर क्या हुआ था और वहां के मजदूरों ने कैसे अपनों को त्रासदी ...
जानिए चमोली त्रासदी के बाद क्यों जरूरी है हिमालय की चेतावनी का पाठ पढ़ना
नाजुक हिमालय में 33 हजार वर्ग किलोमीटर हिस्सा हिमनद (ग्लेशियर) है। ध्रुव क्षेत्रों के बाहर ग्लेशियर के रूप में पानी का बड़ी मात्रा में ...
नाजुक चमोली सिर्फ ऊंचे पहाड़ों से नहीं बड़ी-बड़ी परियोजनाओं से भी घिरा है
जल विद्युत परियोजनाओं से ऊर्जा को डबल करने के लिए अगले कुछ दशकों में हिमालय पर सरकार करीब 229 डैम बनाना चाहती है। यदि ...
उत्तराखंड आपदा: सात दिन के दौरान नहीं बनी कोई झील
उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र ने सात दिन की मैपिंग की समीक्षा की है
चमोली : विद्युत प्रदेश का ख्वाब और तबाही
उत्तराखंड को आखिर विद्ययुत प्रदेश बनने का ख्वाब आया था। तब से अब तक अदालतों और सरकारों के बीच खींचतान जारी है लेकिन पनबिजली ...
आपदा : चमोली समेत गढवाल के चार जिलों में बादल फटने की घटना
मौसम विभाग के पास अब भी पर्वतीय जलों में बारिश की मात्रा के आंकलन के लिए पर्याप्त वेदर स्टेशन या अन्य व्यवस्था नहीं हैं।
देवप्रयाग में बादल फटने की घटना, मलबे के साथ बहे भवन
मौसम विभाग ने 12 मई को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश होने, देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा और चम्पावत जिलों ...
विश्व पर्यावरण दिवस: उत्तराखंड में ऑर्किड फूलों से लेकर लुप्त होने की कगार पर पहुंची वनस्पतियों को बचाने की कोशिश
लेडीज़ स्लिपर यानी स्त्रियों के जूते के आकार सरीखे ऑर्किड फूल पश्चिमी हिमालय में खतरे की जद में आ गई प्रजातियों में शामिल है। ...
भारी हिमस्खलन का नतीजा थी चमोली आपदा, शोध में आया सामने
जलवायु परिवर्तन और इंसानी हस्तक्षेप के चलते न केवल इस तरह की आपदाओं में इजाफा होगा साथ ही यह और रौद्र रूप धारण कर ...
खतरे में गौरा का गांव, गौरा देवी की प्रतिमा भी हटाई
जंगलों को बचाने के लिए जिस गांव रैणी से चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई, आज उसी गांव पर अस्तित्व का संकट बना हुआ है
48 साल बाद पर्यावरण और अपना अस्तित्व बचाने के लिए रैणी गांव ने फिर कसी कमर
हाई कोर्ट में याचिका रद्द होने के बाद रैणी गांव के लोग अब सीमित संसाधनों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे ...
उत्तराखंड: आपदाओं से जूझते बीता साल 2021
उपग्रह बता सकते हैं कि कब होगा हिमस्खलन:अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक उपग्रह के चित्रों से खतरनाक हिमालयी हिमस्खलन की निगरानी की जा सकती है, जिससे पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को ...