जलवायु परिवर्तन के लिए निजी क्षेत्र को जवाबदेह बनाना जरूरी
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए मौलिक रणनीतियां अपनाने का वक्त आ गया है
दशक पर एक नजर: जलवायु पतन के लिए किया जाएगा याद
21वीं शताब्दी के दूसरे दशक के शुरुआत में जलवायु परिवर्तन रोकने को कोशिशों से दुनिया ने अपना कदम पीछे खींच लिया
कैसे हो रहा है ग्रीनहाउस गैसों से जलवायु परिवर्तन, वैज्ञानिकों ने बनाया पूर्वानुमान लगाने का उपकरण
1880 से पृथ्वी के तापमान में 1.9 डिग्री फारेनहाइट की वृद्धि हुई है और इसके लगातार बढ़ते रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
दशक पर एक नजर: अतिशय मौसम की घटनाएं बढ़ीं
नई सदी के दूसरे दशक पर श्रृंखला की अगली कड़ी में पढ़ें, जलवायु परिवर्तन को अब जलवायु आपातकाल की संज्ञा दे दी गई है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: राजनेताओं के सामने करने होंगे प्रदर्शन और जलवायु सम्मेलन
जलवायु बहुपक्षीयता कमजोर है, लेकिन सम्मेलन से जिम्मेदारी को तय करने में मदद मिलेगी
जलवायु परिवर्तन: संकट को नकारने की गुंजाइश खत्म
अब समय आ चुका है जब हम अपने पूर्वाग्रहों से बाहर निकलें और कुछ न करने के बहाने ढूंढना बंद करें
जलवायु परिवर्तन को लेकर पार्टियों का सम्मेलन या कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज (कॉप) क्या है?
जलवायु परिवर्तन को लेकर होने वाला सम्मेलन कॉप-26, अक्टूबर 31 से 12 नवंबर 2021 के बीच ग्लासगो, यूके में आयोजित होने वाला है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: दुनिया के लिए वर्ष 2020 अहम क्यों है?
इसी वर्ष दुनिया के तमाम देश ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के लिए दूसरे चरण के राष्ट्रीय लक्ष्य घोषित करेंगे
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अब तक तय नहीं किए उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अपने उत्सर्जन में कमी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। वहीं इस क्षेत्र में ...
आईपीसीसी की छठी आकलन रिपोर्ट के सबक: बाद में फायदेमंद होंगे आज महंगे लग रहे उत्सर्जन कम करने के तरीके
यह रिपोर्ट ऊर्जा, भवन, यातायात, भूमि और औद्योगिक क्षेत्रों में अपनाए जाने वाले उन उपायों की विस्तृत सूची पेश करती है, जिनसे उत्सर्जन में ...
20 से 30 सालों में टिपिंग प्वाइंट तक पहुंच जाएगा पृथ्वी का तापमान: अध्ययन
यह वैश्विक स्तर पर लिए गए आंकड़ों के आधार पर प्रकाश संश्लेषण के लिए तापमान की सीमा का पता लगाने वाला पहला अध्ययन है
क्या पेरिस समझौते पर अमेरिका करेगा वापसी
अमेरिका के चुनावी परिणाम से बाइडन या ट्रंप ही नहीं जीतेंगे या हारेंगे बल्कि यह चुनाव दुनिया के सबसे बड़े मुद्दे के जीतने या ...
पर्यावरण मंत्री ने जारी की डाउन टू अर्थ की स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2022 रिपोर्ट
‘हमने देश में लंबे समय तक के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है और अब हम देश के गरीबों के लिए संसाधनों के ...
कॉप-26: ग्लासगो की सड़कों पर उतर कर युवाओं ने की जलवायु कार्रवाई की मांग
ग्लासगो में चल रहे कॉप-26 के पांचवे दिन युवाओं ने सड़कों पर उतर कर जलवायु न्याय की मांग की
पर्यावरण बचाने के लिए सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों से संतुष्ट हैं 77 फीसदी भारतीय
भारत में करीब 77 फीसदी लोग सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों से संतुष्ट हैं। जबकि केवल 20 फीसदी ने ...
गल रहा है आर्कटिक पर्माफ्रोस्ट, वायुमंडल में मिल रही है 14 करोड़ टन कार्बन और 53 लाख टन मीथेन
शोधकर्ताओं ने समुद्री इलाके की मिट्टी की सतह से अतीत और वर्तमान में कार्बन भंडार के आकार का अनुमान लगाया है, इससे यह पता ...
इतिहास का छठा सबसे गर्म वर्ष था 2021, एनओएए ने की पुष्टि
एनओएए के अनुसार 2021 का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी के औसत तापमान से 0.84 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
एक डिग्री तापमान बढ़ने से 5 फीसदी कम हो सकता है आर्थिक विकास: अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस के अतिरिक्त बदलाव आने से क्षेत्रीय आर्थिक विकास दर में औसतन 5 प्रतिशत की कमी ...
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
चैंपियंस ऑफ द अर्थ लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजे गए सर डेविड एटनबरो
सर डेविड एटनबरो को यह पुरस्कार, पर्यावरण संरक्षण और उसकी बहाली के प्रति उनके जीवनभर के समर्पण को देखते हुए दिया गया है
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए धीमी गति से किए जा रहे कार्यों पर संयुक्त राष्ट्र के पूर्व सदस्य नाखुश
यूएनएफसीसीसी के पूर्व सदस्यों ने 30 साल के अंतर्राष्ट्रीय जलवायु परिवर्तन वार्ताओं का जायजा लिया, उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई ...
2019 में मारे गए रिकॉर्ड 212 पर्यावरण योद्धा, भारत में गई 6 की जान
2015 से 2019 के बीच हुए कुल हमलों में से हर तीसरा हमला मूल निवासियों और आदिवासियों पर ही किया गया है
कॉप-27: क्या सेनाओं का बढ़ता कार्बन फुटप्रिंट एमिशन रिपोर्टिंग का हिस्सा नहीं होना चाहिए?
अनुमान है कि सेनाओं द्वारा किया जा रहा कुल उत्सर्जन, वैश्विक उत्सर्जन के पांच फीसदी हिस्से के बराबर हो सकता है
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान के साथ गरीब देशों की कमर तोड़ रहा है लू का कहर
1990 के बाद से लू की वजह से इंसानी स्वास्थ्य, उत्पादकता और कृषि आदि क्षेत्रों पर पड़ते प्रभाव के चलते करीब 1,324 लाख करोड़ ...