जलवायु परिवर्तन: सब पैसे का खेल है!
जलवायु वित्त की राशि उन देशों को नहीं मिलती, जिन्हें उसकी सबसे अधिक जरूरत है। यह पैसा वहां जाता है, जहां पैसा बनाने का ...
अब सौर यात्रा से कम होगा पृथ्वी का तापमान!
मुंबई आईआईटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर चेतन सोलंकी अब सौर गांधी के नाम से जाने जाते हैं और वे एक दशक लंबी सौर ऊर्जा ...
फायदेमंद हो सकती है समुद्री सिवार की खेती, कृषि भूमि उपयोग में 11 करोड़ हेक्टेयर की होगी बचत
वैज्ञानिकों के मुताबिक सीवीड फार्मिंग, हर वर्ष भूमि उपयोग पर बढ़ते दबाव को कम करने के साथ-साथ कृषि उत्सर्जन में 260 करोड़ टन की ...
जलवायु रोकथाम के लिए अपने योगदान को बढ़ा चढ़ा कर पेश कर रहे हैं अमीर देश
दुनिया भर के तमाम विकसित देशों और संस्थानों ने 146,000 करोड़ रुपए को गलत तरीके से क्लाइमेट अडॉप्टेशन फण्ड का हिस्सा बताया है, जबकि ...
जलवायु परिवर्तन से निपटने में मददगार हो सकते हैं समाज के संपन्न और रुतबे वाले व्यक्ति
एक प्रतिष्ठित व्यक्ति का नेटवर्क कहीं ज्यादा विशाल होता है, लोग उसे अपना रोल मॉडल समझते हैं, ऐसे में यदि उसमें जलवायु को लेकर ...
गर्म होती जलवायु के चलते जानवरों का बदल रहा है आकार: अध्ययन
ऑस्ट्रेलियाई तोते की कई प्रजातियों में 1871 के बाद से बिल के आकार में औसतन 4 से 10 फीसदी की वृद्धि देखी गई है।
कब पता चला कि जलवायु परिवर्तन के लिए इंसान दोषी है?
जलवायु से जुड़े जोखिम का अध्ययन करने वाली शाखा एट्रिब्यूशन साइंस आईपीसीसी को जलवायु परिवर्तन के असल सवालों के करीब लाया है। यह शाखा ...
जलवायु परिवर्तन: संकट को नकारने की गुंजाइश खत्म
अब समय आ चुका है जब हम अपने पूर्वाग्रहों से बाहर निकलें और कुछ न करने के बहाने ढूंढना बंद करें
नई संरचना तिब्बती पठार के पर्माफ्रोस्ट को गलने से बचा सकती है
जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ते तापमान ने पर्माफ्रोस्ट की गर्मी को बढ़ा दिया है जिसके कारण पर्माफ्रोस्ट में गिरावट देखी जा रही है।
अक्षय ऊर्जा की बदौलत ऊर्जा क्षेत्र को हुआ 43 लाख करोड़ रूपए का फायदा
नई रिपोर्ट के मुताबिक अक्षय ऊर्जा तापमान में होती वृद्धि को 1.5° सेल्सियस पर सीमित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है
जलवायु के दृष्टिकोण से कितनी खतरनाक है हाइड्रोजन, वैज्ञानिकों ने खोजा रहस्य
रिसर्च से पता चला है कि ग्लोबल वार्मिंग के दृष्टिकोण से वातावरण में लीक हुई हाइड्रोजन, कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) की तुलना में 12 गुणा ...
वातावरण से कार्बन को हटाने में मददगार हो सकती हैं व्हेल, लेकिन कैसे?
शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि व्हेल कार्बन कैप्चर की तुलना में अन्य मायनों में इकोसिस्टम के लिए कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण ...
नदियों, नालों, झील, तालाबों से हर साल निकलता है 5.5 पेटाग्राम कार्बन डाइऑक्साइड
रिसर्च के मुताबिक नदियां, नाले, झीलें, तालाब और जलाशय हर साल करीब 5.5 पेटाग्राम सीओ2 उत्सर्जित कर रहे है। वहीं मीथेन उत्सर्जन को देखें ...
जलवायु कार्रवाई, जलवायु न्याय और नई जीवन शैली की यात्रा हो जी20
लाइफ आन्दोलन का उद्देश्य, सामूहिक कार्रवाई की शक्ति का उपयोग करना है और दुनिया भर में लोगों को अपने दैनिक जीवन में सरल जलवायु-अनुकूल ...
पर्यावरण को बचाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अहम हैं पुरातन पेड़
सैकड़ों-हजारों वर्षों से समय का गवाह रहे यह पुरातन पेड़ जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के साथ-साथ जलवायु में आते बदलावों का ...
कनाडा में मिली जलवायु परिवर्तन की पहली मरीज!
ब्रिटिश कोलंबिया में एक डॉक्टर ने एक बुजुर्ग मरीज के रोग का कारण जलवायु परिवर्तन बताया है
विश्व कपास दिवस: कपास से दुनिया भर में 10 करोड़ से अधिक परिवारों को होता है फायदा
आज पहला आधिकारिक विश्व कपास दिवस (7 अक्टूबर) है, जिसका उद्देश्य कपास क्षेत्र को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और गरीबी उन्मूलन में ...
किस प्रकार के जंगल सबसे अधिक कार्बन करते हैं स्टोर, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
अंतरराष्ट्रीय टीम ने अध्ययन कर पता लगाया है कि किस प्रकार के वन सबसे अधिक कार्बन स्टोर करते हैं
सिर्फ पेड़ों के लिए ही जरूरी नहीं कवक,1312 करोड़ टन कार्बन को भी लेते हैं सोख
यह कवक पेड़-पौधों के अस्तित्व को बनाए रखने के साथ कार्बन को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं
खतरे में हैं एशिया के सबसे महत्वपूर्ण नदियों के डेल्टा: अध्ययन
नदियों के डेल्टा वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का चार फीसदी से अधिक, वैश्विक फसल उत्पादन का तीन फीसदी का योगदान करते हैं और दुनिया ...
कैसे उर्वरकों से होने वाले उत्सर्जन को अगले 27 वर्षों में 80 फीसदी तक किया जा सकता है कम
शोध से पता चला है कि करीब दो-तिहाई उत्सर्जन इन उर्वरकों के उपयोग से जुड़ा है। वहीं उत्पादन प्रक्रियाओं से करीब एक तिहाई उत्सर्जन ...
पेड़ों की 17,510 प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा, जानिए क्यों जरूरी है बचाना
दुनिया में पेड़ों की 58,497 प्रजातियों में से करीब एक तिहाई पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है
इंसानी गतिविधियों के चलते तेजी से कम हो रहे हैं कशेरुकी जीव
अध्ययन में पाया गया कि कशेरुकी जीवों पर जलवायु परिवर्तन, आक्रामक प्रजातियों, आवास का नुकसान, प्रदूषण जैसे मानवजनित खतरों के चलते इनके ढ़लने या ...
जलवायु परिवर्तन के चलते पक्षियों के शरीर में हो रहा हैं बदलाव
शोध के मुताबिक अधिकांश पक्षियों की प्रजातियों में हर दशक में उनके शरीर के औसतन वजन का लगभग 2 प्रतिशत का नुकसान हो रहा ...
कॉप-26: जलवायु प्रदर्शन रैंकिंग में भारत दसवें नंबर पर बरकरार
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत तय लक्ष्यों को हासिल करने के रास्ते पर है, लेकिन सही नीतियां जरूरी हैं