कॉप28: तो क्या ऐतिहासिक उत्सर्जकों में शामिल हो जाएगा भारत और चीन?
विशेषज्ञों का कहना है कि वित्त और कोयले से किनारा कई विकासशील देशों के लिए महत्वपूर्ण पहलू हैं
बढ़ते तापमान ने नवंबर में फिर तोड़ा रिकॉर्ड, औसत से 1.75 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा तापमान
एक तरफ जहां वैश्विक नेता जलवायु परिवर्तन पर चर्चा कर रहे हैं वहीं बढ़ता तापमान नए रिकॉर्ड बना रहा है, ऐसा ही कुछ नवंबर ...
विश्व जल दिवस 2023: स्वच्छ पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं दुनिया के दो अरब लोग
प्रदूषित पानी के उपयोग से हर साल 14 लाख लोगों की मौत हो जाती है
पृथ्वी की हर पांचवी प्रजाति का घर हैं विश्व धरोहर स्थल, जैवविविधता के संरक्षण में निभाते हैं अहम भूमिका
यह स्थल दुनिया की कुछ ऐसी प्रजातियों की रक्षा कर रहे हैं जो पृथ्वी पर केवल यही बची हैं।
कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो दिया गया ध्यान, लेकिन इक्विटी को कर दिया नजरअंदाज: सीएसई
सीएसई का कहना है कि कॉप28 में जीवाश्म ईंधन की भूमिका पर तो ध्यान दिया गया, लेकिन इक्विटी के मुद्दे को पूरी तरह नजरअंदाज ...
मूलवासियों की भागीदारी और ज्ञान से जलवायु परिवर्तन से निपटना होगा आसान
अध्ययन में कहा गया है कि इस नई विधि का उद्देश्य चुने गए इलाकों के निवासियों द्वारा महसूस किए गए जलवायु परिवर्तन के प्रभावों ...
जलवायु संकट: बढ़ रहा दिन और रात के बीच तापमान का अंतर, फसल व स्वास्थ्य पर पड़ेगा असर
शोधकर्ताओं का मानना है कि दिन और रात के बीच बढ़ते तापमान का यह अंतर फसलों की पैदावार और पौधों के विकास के साथ-साथ ...
जलवायु और वायु गुणवत्ता नियमों को न किया गया मजबूत तो बढ़ सकता है ओजोन संबंधी मौतों का आंकड़ा
दुनिया भर में ओजोन प्रदूषण हर साल 365,000 जिंदगियां को लील रहा है। इसमें से 46 फीसदी मौतें केवल भारत में हो रहीं हैं
जलवायु संकट: जनवरी 2024 ने तोड़े पिछले रिकॉर्ड, सामान्य से 1.66 डिग्री ज्यादा रहा तापमान
वहीं पिछले 12 महीनों की बात करें तो बढ़ता तापमान डेढ़ डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर गया है, जो हमारे ग्रह पर ...
बढ़ते तापमान के कारण हिमालय का 90 प्रतिशत हिस्सा साल भर करेगा सूखे का सामना: अध्ययन
नए शोध के अनुसार, अगर ग्लोबल वार्मिंग 3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाती है तो हिमालयी इलाकों के लगभग 90 फीसदी हिस्से साल भर सूखे ...
जलवायु परिवर्तन का दंश झेल रहे मछुआरे, एक दशक में 14 करोड़ डॉलर का नुकसान
वैश्विक जलीय कृषि उत्पादन का 91 फीसदी से अधिक वर्तमान में एशिया में उत्पादित किया जाता है, जिसमें बांग्लादेश चीन, इंडोनेशिया, भारत और वियतनाम ...
नदियों के मौसमी प्रवाह में रुकावट डाल रही है बदलती जलवायु, बढ़ सकता है जल संकट
बर्फ पिघलने वाले क्षेत्रों में वसंत और गर्मियों की शुरुआत में नदी के स्तर में कमी के कारण नदी के किनारे की वनस्पति और ...
सतत विकास के लक्ष्यों पर कैसा है भारत का रिपोर्ट कार्ड, रिपोर्ट में हुआ खुलासा
आज देश के हर घर तक बिजली पहुंच चुकी है। इसी तरह जहां 2015 में देश की 30.4 फीसदी आबादी खुले में शौच के ...
जलवायु निगरानी में कमी के कारण गर्मी से प्रभावित हुए एक अरब लोग
अधिकांश कच्ची बस्तियां उष्णकटिबंधीय इलाकों में स्थित हैं, यहां साल भर गर्मी और उमस रहती है
एसडीजी लक्ष्यों के 85 मापदंडों पर पहले से बेहतर हुआ भारत का प्रदर्शन, 36 में आई गिरावट
रिपोर्ट में आंकड़ों की कमी को उजागर करते हुए कहा गया है कि अभी भी 100 संकेतक ऐसे हैं, जिनकी प्रगति को मापने के ...
कॉप 27: 2022 के दौरान भारत के उत्सर्जन में हो सकती है 6 फीसदी की वृद्धि, चीन में आएगी गिरावट
रिपोर्ट से पता चला है कि अगर मौजूदा उत्सर्जन जारी रहता है तो दुनिया 9 वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि को पार ...
कोयला खदानों के बंद होने से 2050 तक 9.90 लाख मजदूरों की हो सकती है छंटनी, भारत में भी दिखेगा असर
आधिकारिक तौर पर भारत अपनी सक्रिय खदानों में करीब 337,400 श्रमिकों को रोजगार देता है। पता चला है कि 2050 तक कोल इंडिया से जुड़ी ...
व्यापार से संबंधित रणनीतियों से जलवायु संकट पर काबू पाया जा सकता है: अध्ययन
इंडोनेशिया भारत की तुलना में लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है, दोनों देशों के बीच तापमान में एक डिग्री का अंतर होने से ...
स्टील और सीमेंट क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन को बिना कीमत बढ़ाए किया जा सकता है कम
विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि कीमतों में वृद्धि किए बिना भी स्टील उत्सर्जन को 25 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र से होने ...
25 वर्षों में अंटार्कटिका ने खोई साढ़े सात लाख करोड़ टन बर्फ, कौन है इसके लिए जिम्मेवार?
रिसर्च के अनुसार अंटार्कटिका में 40 फीसदी से अधिक बर्फ की चट्टानें सिकुड़ चुकी हैं और उनमें से आधी में सुधार के कोई संकेत ...
खाली पड़े हैं 10.1 करोड़ हेक्टेयर में फैले खेत, करोड़ों लोगों का पेट भर सकता है उचित प्रबंधन
इस छोड़ी गई कृषि भूमि में से 6.1 करोड़ हेक्टेयर पर दोबारा खेती की जा सकती है, जो हर साल 363 पेटा- कैलोरीज के ...
अप्रैल 2024 तक बना रहेगा अल नीनो, तापमान और चरम मौसमी घटनाओं में वृद्धि की आशंका
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने आशंका जताई है कि मौजूदा अल नीनो की घटना के प्रबल होने से बाढ़, लू और सूखा जैसी चरम ...
सदी के अंत तक भारत में 10 गुणा तक बढ़ सकता है लू का कहर, सामने आएंगें नए हॉटस्पॉट्स
रिसर्च के नतीजे दर्शाते हैं कि देश का उत्तर-पश्चिमी, मध्य और दक्षिण-मध्य हिस्सा भविष्य के ‘लू क्षेत्र’ के रूप में उभर रहा है
विदेशी आक्रामक प्रजातियों की आमद बढ़ा रहा है जलवायु परिवर्तन, खतरे में पड़ी देशी प्रजातियां
अध्ययन के मुताबिक, कुल 24.8 फीसदी गैर-देशी प्रजातियां चरम मौसम की घटनाओं से लाभान्वित हुई, जबकि दूसरी ओर केवल 12.7 फीसदी देशी प्रजातियों को ...
जलवायु संकट: समुद्री जीवों से मिलने वाले 30 फीसदी पोषक तत्वों को खो सकते हैं कमजोर देश
इनमें कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे बेहद अहम पोषक तत्व शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होते हैं