अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने के लिए कोल समाज कर रहा है संघर्ष
मध्यप्रदेश में कोल समुदाय को आदिवासी माना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है।
बाबरी विध्वंस: भागीदारी के प्रयास से बुझ सकती हैं आग की लपटें
6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस की घटना की प्रतिक्रियास्वरूप डाउन टू अर्थ के संस्थापक संपादक अनिल अग्रवाल द्वारा लिखा गया लेख
कोस्टल रोड परियोजना से जूझता कोली समुदाय
पहले से ही अस्तित्व का संकट झेल रहा मुंबई का कोली समुदाय अब कोस्टल रोड परियोजना की वजह से खासा चिंतित है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: किसकी 'नैय्या' को पार लगाएंगे निषाद
नदियों पर अधिकार छिनने के बाद उत्तर प्रदेश के निषाद समुदाय के लोगों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है
विशेष पिछड़ी जनजातियां : अस्तित्व और अधिकारों के अनुत्तरित सवाल
विशेष पिछड़ी जनजातियों के पर्यावास क्षेत्र के अधिकारों पर भारत सरकार के जनजातीय मामलों के मंत्रालय सहित अधिकांश राज्य सरकारें तक मौन हैं