जलवायु आपातकाल, कॉप-25: कार्बन भंडार से ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन में हो सकती है कमी
ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के लिए अगले 30 सालों में पूरी दुनिया में 10,000 से 14,000 सीओटू भण्डारण कुओं को स्थापित करना होगा।
जलवायु परिवर्तन के नाम पर हो रहा कार्रवाई का ढकोसला
यह गौर करने वाली बात है कि जलवायु समझौतों में जिन तरकीबों की काफी प्रशंसा होती है, वे प्रायः पेचीदा समझौतों पर जाकर खत्म ...
जलवायु आपातकाल कॉप-25: भारत ही हासिल कर सकता है दो डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य
अमेरिका, चीन व यूरोपीय संघ ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के प्रभावी प्रयास करने में ‘घोर रूप से असक्षम’ हैं
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: प्रदूषण फैलाने वाले देश नहीं कर पाए कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल
जी20 में शामिल देश दुनिया के कार्बन उत्सर्जन में 78 फीसदी योगदान देते हैं, लेकिन केवल 6 देश ऐसे हैं, जो पेरिस जलवायु समझौते ...
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: राजनेताओं के सामने करने होंगे प्रदर्शन और जलवायु सम्मेलन
जलवायु बहुपक्षीयता कमजोर है, लेकिन सम्मेलन से जिम्मेदारी को तय करने में मदद मिलेगी
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: भारत ने क्योटो विस्तार के लिए किया 'हां' पर लक्ष्य बढ़ाने से इंकार
भारत ने कहा है कि वह पेरिस समझौते के क्रियान्वयन पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करना चाहता है
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: धीमी हुई कार्बन उत्सर्जन की वृद्धि दर, फिर भी खतरनाक स्तर पर पहुंचा
एक् नए अनुमान के मुताबिक प्राकृतिक गैस और तेल की खपत बढ़ने से कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के स्तर में इस साल 3700 करोड़ (37 ...
समुद्रों के स्तर में चिंताजनक बढ़त, 2019 में रिकॉर्ड : डब्ल्यूएमओ
लगातार पिघल रही बर्फ की चादरों और जलवायु परिवर्तनों के कारण समुद्र के स्तरों में वृद्धि दर्ज की गई है।
जलवायु आपातकाल, कॉप-25: दुनिया के लिए वर्ष 2020 अहम क्यों है?
इसी वर्ष दुनिया के तमाम देश ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन को कम करने के लिए दूसरे चरण के राष्ट्रीय लक्ष्य घोषित करेंगे