कोरोना अपडेट: 96,700 हुआ सक्रिय मामलों का आंकड़ा, 24 घंटों में सामने आए 11,793 नए मरीज
देश में सक्रिय मामलों की संख्या में कल के मुकाबले 2,280 की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद यह आंकड़ा एक बार फिर बढ़कर 96,700 पर पहुंच ...
कोविड-19 रिस्पॉन्स रणनीति में संशोधन करे भारत, विशेषज्ञों की सलाह
कोविड-19 प्रोटोकॉल ने पाया कि टीकाकरण अभियान में सुस्ती आई है
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022: इस वर्ष की थीम और इसके क्या मायने हैं?
दुनिया भर के लोगों ने स्वस्थ और तरोताजा रहने और महामारी के दौरान सामाजिक अलगाव और अवसाद से लड़ने के लिए योग को अपनाया।
भारत के अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 125 फीसदी बढ़ा निवेश, रिकॉर्ड 1.13 लाख करोड़ रुपए किया गया दर्ज
पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में इस निवेश में 125 फीसदी की वृद्धि हुई है। गौरतलब है कि 2020-21 के दौरान इस क्षेत्र में ...
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2022: जानिए इसका महत्व और थीम
पर्यावरण दिवस सार्वजनिक पहुंच के लिए एक वैश्विक मंच है, जिसमें सालाना 143 से अधिक देशों की भागीदारी होती है।
महामारी के दौरान भूख और गरीबी के बीच हर 30 घंटे में पैदा हुआ एक नया अरबपति: ऑक्सफैम रिपोर्ट
महामारी के दौरान हर 33 घंटे में 10 लाख की दर से और 26.3 करोड़ लोग गंभीर रूप से गरीबी का शिकार हुए
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...
कोविड-19 से भारत में 47 लाख लोगों की मौत हुई, भारत ने डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों को नकारा
भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में 5.23 लाख लोगों की मौत हुई है
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस 2022: क्यों मनाया जाता है? यहां जानें
हर साल 5 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को अपने हाथों को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया ...
क्या जूनोटिक रोगों का हॉटस्पॉट बन सकता है भारत?
अध्ययन में कहा गया है कि कम से कम 10 हजार वायरस प्रजातियों के लोगों को संक्रमित करने के आसार हैं
नई प्रजाति का गुबरैला: जो बीमारी को रोकने तथा खेतों में उर्वरता बढ़ाने में निभाता है अहम भूमिका
गुबरैला गोबर को मिट्टी में दबाने से, पानी के प्रवाह में सुधार करते हैं, खेतों में पोषक तत्वों को जड़ों तक पहुंचाने, मिट्टी में ...
वैक्सीन न लेने वालों की वजह से उन लोगों में भी बढ़ सकता है संक्रमण का खतरा जो लगवा चुके हैं टीके
शोध के मुताबिक वैक्सीन न लेने वाले लोग, उनके लिए भी संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकते हैं जो पहले ही वैक्सीन ले चुके ...
युवाओं में कोरोना के अधिक खतरे के पीछे वायु प्रदूषण: अध्ययन
अध्ययन के परिणाम कोरोना के पॉजिटिव परीक्षण से दो दिन पहले और एक दिन पहले ब्लैक कार्बन के संपर्क में आने से संक्रमण के ...
झारखंड के आदिवासी बच्चों की शिक्षा को हुआ बड़ा नुकसान
झारखंड के आदिवासी इलाकों में दो साल बाद स्कूल तो खुल गए हैं, लेकिन बच्चों ने पहले जो सीखा था, वो भी भूल गए ...
कोविड-19 वेक्सीन के बूस्टर डोज पर उठे ये सवाल
बूस्टर खुराक को भारत में महामारी नियंत्रित करने की रणनीति का अभिन्न अंग बनाना, चिकित्सा और नैतिक दुविधाओं को जन्म दे सकता है
कोविड से उबरने के बाद भी एक तिहाई लोगों में बनी रह सकती है लॉन्ग कोविड की समस्या
शोध के मुताबिक 31 फीसदी मरीजों में थकान, जबकि 16 फीसदी में गंध और सूंघने की कमी सम्बन्धी लक्षण पाए गए थे। वहीं 15 ...
कोविड-19 का असर, आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों में बढ़ा तनाव
एक ताजा सर्वेक्षण में पाया गया कि मार्च 2020 में लगाए गए लॉकडाउन के बाद आंगनवाड़ी केंद्रों से जुड़ी पोषण सेवाओं में गतिरोध अभी ...
बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई
खाद्य मुद्रास्फीति में एक प्रतिशत की वृद्धि एक करोड़ अतिरिक्त लोगों को गरीब बना देती है
ओमिक्रॉन के बीए.4 और बीए.5 वेरिएंट के ज्यादा गंभीर या संक्रामक होने के अब तक नहीं मिले सबूत: डब्लूएचओ
साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को नजरअंदाज न करने की चेतावनी भी दी है
महामारी के बाद कैसा होगा कल का 'नया' सामान्य
महामारी के समाप्त होने की अप्रत्याशित लंबी प्रतीक्षा से उकताई दुनिया में एक नयी विचारधारा पनप रही है कि – आखिर, कल का "नया ...
क्या 2022 में घटेगी गरीबी और असमानता की खाई, या वर्षों की मेहनत हो जाएगी जाया
52 फीसदी आय पर काबिज है वैश्विक आबादी का 10 फीसदी सबसे अमीर वर्ग, वहीं 50 फीसदी सबसे कमजोर तबके की आबादी के पास ...
वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बना जलवायु परिवर्तन: डब्ल्यूएचओ
2030 से 2050 के बीच जलवायु परिवर्तन से सालाना 250,000 अतिरिक्त मौतें होने की आशंका है
क्यों पेटेंट के विवादों में फंस गई है मॉडर्ना की वैक्सीन
मॉडर्ना वैक्सीन को लेकर उपजा बौद्धिक संपदा विवाद एक “पेटेंट-मुक्त प्रणाली” की आवश्यकता पर बल देता है
क्या कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ती मौतों और शवदाह के चलते दिल्ली में बढ़ गया था प्रदूषण
हाल ही में किए एक नए अध्ययन से पता चला है कि दिल्ली में कोविड की दूसरी लहर के दौरान लॉकडाउन के बावजूद पार्टिकुलेट ...
साल के अंत तक 145 रुपए प्रति दिन से कम में गुजारा करने को मजबूर होंगें 86 करोड़ लोग
अनुमान है कि अकेले वैश्विक खाद्य कीमतों में होती बढ़ोतरी करीब 6.5 करोड़ लोगों को गरीबी के दलदल में धकेल देगी