आवारा पशुओं के लिए गौशाला नहीं, उपलब्ध हैं दूसरे विकल्प
आवारा मवेशियों की समस्या दूर करने के लिए गोशालाओं से अलग दूसरे विकल्पों की ओर देखना जरूरी है
भारत में बढ़ रही है विदेशी पशुओं की मांग
भारत में देशी पशुओं की संख्या कम हो रही है, लेकिन विदेशी क्रॉसब्रीड पशुओं की संख्या बढ़ रही है
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 'पवित्र' गाय की वापसी
किसानों की अर्थव्यवस्था की धुरी होने से लेकर आवारा छोड़े जाने तक गायों की हालत में इतना बड़ा बदलाव आया है जिसका लोगों को ...
डाउन टू अर्थ खास: गीर गायों के प्रति बढ़ता मोह कितना सही?
राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत गीर नस्ल के साथ स्वदेशी गोवंश की अंधाधुंध क्रॉसब्रीडिंग ने स्वदेशी नस्लों के भविष्य पर प्रश्नचिह्न लगा दिए हैं
डाउन टू अर्थ विशेष: विदेशी व संकर नस्ल की गायों पर क्यों भारी पड़ रही हैं देशी गाय?
पशुपालक अब विदेशी व संकर नस्ल की गायों की बजाय देशी गायों को पाल रहे हैं
भारत के दुधारू पशुओं को शिकार बना रही है एक घातक महामारी
इसका देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा, जहां अधिकांश डेयरी किसान या तो भूमिहीन हैं या सीमांत भूमिधारक हैं और उनके लिए दूध सबसे सस्ते ...
एसओई इन फिगर्स 2023: लंपी से 1.86 लाख पशुओं की मौत, राजस्थान में सबसे ज्यादा प्रभाव दिखा
लंपी त्वचा रोग ने अगस्त 2019 में सबसे पहले ओडिशा में दस्तक दी थी। इसके बाद महज 16 महीनों में यह देखते ही देखते ...
डाउन टू अर्थ, गहन पड़ताल: लम्पी बीमारी ने बिगाड़े हालात, ग्रामीण ही नहीं शहरी भी प्रभावित
मवेशियों में दो वायरस से होने वाली बीमारियां लम्पी रोग और अफ्रीकी स्वाइन फ्लू इस साल पूरे भारत में अप्रत्याशित तौर पर फैल गईं। ...
दो वर्षों में 1,200 से ज्यादा गायों की मौत, उच्च न्यायालय ने आरोपों की पुष्टि के लिए जांच के दिए आदेश
कोर्ट का यह आदेश एक जनहित याचिका पर आया है, जिसमें कुप्रबंधन और गायों की बड़े पैमाने पर की जा रही उपेक्षा के चलते ...
भारत में मवेशियों में लम्पी त्वचा रोग के पीछे वायरस के कई वेरिएंट: अध्ययन
शोध के मुताबिक, मवेशियों में उन क्षेत्रों में अधिक गंभीर लक्षण विकसित हुए जहां अत्यधिक विविध नस्लें थी। इससे पता चलता है कि आनुवंशिक ...
जलवायु परिवर्तन से भारत समेत दुनिया भर की एक अरब से अधिक गायों को गर्मी का प्रकोप झेलना होगा: शोध
उत्सर्जन बना रहा तो कई उष्णकटिबंधीय देशों में पशु पालन कठिन हो जाएगा, तेजी से उत्सर्जन में कटौती और मवेशी की संख्या को सीमित ...