आखिर किस की मिलीभगत से ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई: भट्ट
पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट ने कहा, पानी के रास्ते में नहीं आते बांध तो इतना नुकसान नहीं होता
केदारनाथ के पुनर्निर्माण में क्यों जल्दबाजी कर रही है सरकार
वैज्ञानिकों ने केदारनाथ मंदिर के आसपास पुनर्निर्माण पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जल्दबाजी करना ठीक नहीं है
अतीत से: सबसे जानलेवा द ग्रेट भोला चक्रवात
5 लाख लोगों की मौत का कारण बने इस चक्रवात के बाद पूर्वी पाकिस्तान में व्यापक असंतोष पनपा और उसकी स्वायत्तता की मांग ने ...
मसूरी और उसके आसपास के इलाकों पर मंडरा रहा है बड़े भूस्खलन का खतरा
शोध के अनुसार मसूरी के आसपास का 15 फीसदी हिस्सा भूस्खलन की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है, जबकि 56 फीसदी हिस्से में बहुत बड़े स्तर ...
उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन, केवल नीति, नियम बनाने से नहीं चलेगा काम
लोगों को यह समझाना होगा कि आपदाओं के जोखिम क्या हैं, तब ही वे लोग समाधान की ओर प्रेरित होंगे और आपदाओं से होने ...
क्या टिहरी बांध की झील के ऊपरी क्षेत्र में पहाड़ी धंस रही है?
ग्रामीणों का कहना है कि पहले आर-पार के जो गांव कभी दिखते नहीं थे, अब दिखने लगे हैं। विशेषज्ञों ने गहन अध्ययन की अपील ...
चक्रवाती तूफान यास ने पकड़ी गति, 26 मई को पूर्वी तट से टकराने की है सम्भावना
चक्रवाती तूफान यास के पूर्वी तट पर उड़ीसा के बालासोर से पश्चिम बंगाल के दीघा के बीच टकराने की संभावना है, जहां से इसके ...
उत्तराखंड: रायपुर जैसी अपदाओं को रोकने के लिए पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूत करना जरूरी
2013 में केदारनाथ की आपदा के बाद उत्तराखंड की पूर्व-चेतावनी प्रणाली में सकारात्मक और नकारात्मक बदलाव आए हैं, जिनमें नकारात्मक बदलावों को कम करना ...
संसद में आज: पिछले दो दशकों से मॉनसूनी मौसम के दौरान औसत तापमान में वृद्धि हो रही है
पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मेघालय और नागालैंड में पिछले 30 वर्षों की अवधि के दौरान दक्षिण-पश्चिम मॉनसूनी बारिश में भारी कमी ...
घग्गर बेसिन में बाढ़ को गंभीरता से नहीं ले रहे हरियाणा, पंजाब: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
हत्यारन लू को प्राकृतिक आपदा नहीं मानती सरकार
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कानून, 2005 और आपदा प्रबंधन की राष्ट्रीय नीति, 2009 में लू को प्राकृतिक आपदाओं की सूची में शामिल नहीं किया गया ...
जलवायु संकट: बढ़ते तापमान के साथ बदल जाएगा बिजली गिरने का पैटर्न
नए शोध से पता चला है कि जलवायु परिवर्तन पूरे यूरोप में बिजली गिरने के पैटर्न को बदल सकता है
उत्तराखंड को बचाने के लिए समर्पित और ईमानदार वैज्ञानिक हस्तक्षेप की आवश्यकता
उत्तराखंड कमजोर चट्टानों पर बसा है, जहां प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं है, फिर भी वैज्ञानिक चेतावनियों के बावजूद यहां विकास परियोजनाओं का काम चल ...
चक्रवात 'बिपरजॉय' ने कच्छ पर तबाही के निशान छोड़े, दो की मौत
बाढ़ से अपने झुंड को बचाते समय एक पिता-पुत्र की बाढ़ के पानी से भरे खड्ड में गिरने से मौत हो गई है। अभी ...
तुर्की-सीरिया भूकंप: 15 हजार से ज्यादा हुआ मरने वालों का आंकड़ा, आपातकाल घोषित
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) को आशंका है कि मरने वालों का आंकड़ा 20,000 तक जा सकता है
घग्गर बेसिन में बाढ़ को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब-हरियाणा से मांगी रिपोर्ट
एनजीटी ने नोएडा में अवैध रूप से चल रहे सभी बोरवेलों को सील करने का निर्देश दिया
दुनिया भर में चुनौती देती बाढ़ और सूखे की घटनाओं से कैसे निपटे, शोधकर्ताओं ने दिए सुझाव
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में शोध के पश्चात सुझाव दिए गए हैं कि दुनिया को सूखे और बाढ़ से बेहतर ढंग से बचाने के ...
आपदाओं की गाज: 30 सालों में किसानों को हुआ 316.4 लाख करोड़ का नुकसान
एफएओ के अनुसार इन चरम घटनाओं के चलते सालाना 6.9 करोड़ टन अनाज, चार करोड़ टन फल एवं सब्जियां, और 1.6 करोड़ टन मांस, ...
उड़ीसा के लिए बड़ा आर्थिक बोझ साबित हो सकता है चक्रवात फोनी
उड़ीसा में 1999 की भयानक तबाही लाने वाले चक्रवात की तरह बेहद तीव्र और गंभीर चक्रवात 3 मई को सूबे से टकरा सकता है।
मेडागास्कर से टकराया, 2024 का पहला चक्रवात 'अल्वारो'
इस चक्रवात की वजह से 16,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। पांच लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 8,400 लोगों को विस्थापन ...
आपदाओं का साल रहा 2023, जानिए कौन सी 20 जलवायु आपदाएं आर्थिक रूप से पड़ी सबसे महंगी
2023 में आई जलवायु आपदाओं ने अमेरिका से लेकर भारत तक सभी देशों पर कहर ढाया है। वहीं सबसे महंगी आपदाओं में बाढ़, सूखा, ...
तुर्की-सीरिया भूकंप: 34 हजार मौतों की पुष्टि, 94,770 जख्मी, 33,070 करोड़ से ज्यादा के नुकसान का अनुमान
रेटिंग एजेंसी फिच के अनुसार इस विनाशकारी भूकंप में तुर्की और सीरिया को 33,070 करोड़ रुपए से ज्यादा का आर्थिक नुकसान हुआ है
बारिश के पैटर्न में आते बदलावों से 2040 तक गंगा के निचले इलाकों में पड़ सकती है सूखे की मार
रिसर्च से पता चला है कि 2040 तक इस क्षेत्र में होने वाली औसत मासिक वर्षा में सात से 11 मिलीमीटर प्रतिदिन की उल्लेखनीय ...
गुजरात ने 2022-23 में प्राकृतिक आपदाओं के बजट में की 71 फीसदी की कटौती
एसओई इन फिगर्स 2023 के मुताबिक गुजरात देश के उन 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल है, जिन्होंने 2022-23 में प्राकृतिक आपदाओं ...
जलवायु संकट: तीन से चार दिन पहले आ रहे शक्तिशाली उष्णकटिबंधीय चक्रवात
नतीजे दर्शाते हैं कि 80 के दशक के बाद से, अधिकांश उष्णकटिबंधीय महासागरों में यह शक्तिशाली चक्रवात विशेष रूप से शरद ऋतु से गर्मियों ...