क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स 2021: दुनिया का 7वां सबसे जलवायु प्रभावित देश है भारत
2000 से 2019 के बीच आई 11,000 से भी ज्यादा जलवायु सम्बन्धी आपदाओं में 4.75 लाख लोगों की मौत हुई
जलवायु परिवर्तन से बढ़ रहा है जंगल में आग का खतरा, स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है असर
यदि ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन इसी तेजी से जारी रहता है, तो सदी के अंत तक जंगल में लगने वाली आग का खतरा दुनिया ...
जलवायु परिवर्तन के चलते लोगों में 58 फीसदी तक रोग तथा रोगाणु बढ़े:अध्ययन
अध्ययन में पाया गया कि लोगों में फैलने वाले जाने पहचाने रोगों में से 58 फीसदी से अधिक जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हैं
क्या अगले पांच वर्षों में 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर जाएगी तापमान में हो रही वृद्धि
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस बात की 40 फीसदी सम्भावना है कि अगले पांच वर्षों में वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को ...
इसी तरह पिघलती रही आर्कटिक के सागर में बर्फ तो 48 फीसदी तक बढ़ जाएंगी अल नीनो की घटनाएं
जैसे-जैसे बर्फ का नुकसान होता है और आर्कटिक मौसमी रूप से बर्फ मुक्त हो जाता है, अल नीनो की मजबूत घटनाओं की आवृत्ति एक ...
जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते 2050 तक अपना घर छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे 4.5 करोड़ भारतीय
2050 तक भारत के 4.5 करोड़ से ज्यादा लोग जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएंगे| यह ...
दुनिया भर में खाद्य संकट से निपटने तथा बढ़ती कीमतों पर इस तरह लगाई जा सकती है लगाम: अध्ययन
जानवरों को ऐसी फसलें खिलाई जाती हैं जिन्हें लोग सीधे खा सकते हैं, सभी फसलों का 30 से 40 प्रतिशत जानवरों को खिलाया जाता ...
कॉप 27: बाढ़, सूखा, तूफानों का सामना कर रहे छोटे किसान, मिल रही केवल 1.7 फीसदी राशि
छोटे किसान जलवायु आपदाओं का सामना करते हुए भी दुनिया के खाद्य उत्पादन का करीब एक तिहाई हिस्सा पैदा करते हैं, इसके बावजूद उन्हें ...
60 वर्षों से भारत में लगातार बढ़ रहा है सूखे और लू का कहर, खेती के लिए भी है बड़ा खतरा
लू के बढ़ते कहर से बचने के लिए कहीं ज्यादा बड़े स्तर पर कार्रवाई की जरूरत है, क्योंकि बदलती जलवायु के साथ यह संकट ...
छह महीनों में आपदाओं के चलते लगी 5 लाख करोड़ से ज्यादा की चपत, 4,300 की गई जान
पिछले छह महीनों में इन आपदाओं के चलते 4,300 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। इनमें से 2,400 लोगों की जान ...
कॉप 27: दक्षिण-पश्चिम प्रशांत क्षेत्र में 143 लाख लोग चरम मौसम से प्रभावित हुए, 5.7 अरब डॉलर की क्षति
पिछले दो दशकों की तुलना में, तूफानों से होने वाली आर्थिक क्षति में 30 फीसदी की वृद्धि हुई है और बाढ़ की घटनाएं दोगुनी ...
ग्रीनहाउस गैस और समुद्र का जल स्तर अपने उच्चतम रिकॉर्ड पर पहुंचा: नोआ
रिपोर्ट में कहा गया है कि वातावरण में ग्रीनहाउस गैस की मात्रा 2021 में 414.7 भाग प्रति मिलियन थी, जो 2020 की तुलना में ...
2020 में चरम मौसमी घटनाओं से भारत को हुआ 6.5 लाख करोड़ रुपए का नुकसान
2020 में एशिया ने अपने इतिहास के सबसे गर्म वर्ष का सामना किया था। इस वर्ष का तापमान औसत तापमान से करीब 1.39 डिग्री ...
दुनिया के कुल बिजली उत्पादन में 10 फीसदी रही सौर और पवन ऊर्जा की हिस्सेदारी
2019 के आंकड़ों से तुलना करें तो 2020 की पहली छमाही के दौरान पवन और सौर ऊर्जा के उत्पादन में 14 फीसदी की वृद्धि ...
कॉप 27: पहली बार कृषि एवं खाद्य प्रणाली पर होगी चर्चा, ग्रीनवाशिंग से दूर रहने की सलाह
ऐसे समय में जब जलवायु परिवर्तन की वजह से फसलों को बड़ा नुकसान हो रहा है, तब कॉप-27 में कृषि व खाद्य प्रणाली पर ...
जलवायु परिवर्तन अल नीनो और ला नीना में कर रहा है गड़बड़ी, बढ़ेंगी चरम मौसम की घटनाएं
शोध में पाया गया कि जलवायु परिवर्तन 2030 तक अल नीनो-दक्षिणी दोलन को स्पष्ट रूप से प्रभावित करेगा
कॉप 27: आर्कटिक की आग से निकल सकती है सीओ2 की भयावह मात्रा
2020 में आग ने 25 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि को जला दिया और उसी हिसाब से सीओ 2 जारी हुई, जितना कि एक ...
जलवायु में आ रहे बदलावों से निपटने के लिए तुरंत उठाने होंगे कड़े कदम: यूएन रिपोर्ट
यूएन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार मई 2020 में आए चक्रवात अम्फान से भारत को एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का आर्थिक नुकसान हुआ था।
केन-बेतवा लिंक परियोजना से खतरे में है पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का आवास
क्या जखनी गांव का उदाहरण बुंदेलखंड में पानी और पन्ना टाइगर रिजर्व में जैवविविधता की समस्या को हल कर सकता है
गलत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं हम, विश्व मौसम विज्ञान संगठन की चेतावनी
जनवरी से मई 2022 के बीच वैश्विक कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के स्तर में 2019 की इसी अवधि की तुलना में करीब 1.2 फीसदी की ...