पारिस्थितिकी तंत्र के कामकाज को प्रभावित करता है तापमान: स्टडी
तापमान पौधों और सूक्ष्म जीवों के कार्य करने के तरीके और उनकी क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे पूरा पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित होता है
झारखंड में मिली बिल खोदने वाले मेंढक की प्रजाति
यह स्पैरोथेका वंश की मेंढक प्रजाति है, जिसे पूर्वी भारत में (नेपाल की दो प्रजातियों को छोड़कर) पाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय जैवविविधता दिवस : मानव और एलियन बने जैवविविधता के दुश्मन
एशिया प्रशांत के द्वीपों और समुद्र में एक नए आक्रमणकारी परिग्रही (एलियन) ने स्थानीय जैव विविधता के लिए तनाव पैदा कर दिया है। खतरनाक यह ...
ग्रीन बोनस की खैरात नहीं, राॅयल्टी का हक चाहिए: जगत सिंह जंगली
हिमालयन कॉन्कलेव में ग्रीन बोनस की बात आने के बाद पर्यावरण सेवाओं के बदले आर्थिक लाभ के मांग सबसे पहले उठाने वाले जगत सिंह ...
विश्व प्रवासी पक्षी दिवस - 14 मई 2022: पक्षियों को खतरे में डाल रहा है प्रकाश प्रदूषण
दुनिया भर में हर साल कृत्रिम प्रकाश कम से कम 2 फीसदी बढ़ रहा है और यह कई पक्षी प्रजातियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल ...
रात में कृत्रिम रोशनी की वजह से घट रही है कीट पतंगों की आबादी: अध्ययन
झाड़ियों और घास-पूस वाली जगहों पर कीटों की आबादी में 47 प्रतिशत की कमी और सड़क के किनारे घास-पूस वाले क्षेत्रों में 37 प्रतिशत ...
10 लाख प्रजातियों पर खतरा, इंसान है जिम्मेवार : रिपोर्ट
जैव-विविधता और पारिस्थितिकी सेवाओं के अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक आकलन रिपोर्ट जारी कर दी है, जो काफी डराने वाली ...
उष्णकटिबंधीय जंगलों में रहने वाले पक्षियों की आबादी में आई भारी गिरावट
शोध से पता चला कि पक्षियों की 40 प्रजातियों में 70 फीसदी की गिरावट देखी गई और 35 प्रजातियों ने अपनी आधी संख्या खो ...
पक्षियों के विलुप्त होने के खतरों को कम करता है जैव विविधता का बढ़ता स्तर:अध्ययन
अध्ययन में प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय के नमूनों का उपयोग करके शोधकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए एक नए डेटासेट का उपयोग किया गया है।
बढ़ते तापमान के कारण समय से पहले उड़ान भर रही हैं भौंरा रानियां, परागण होगा कम
शोध के आंकड़ों से पता चलता है कि अधिक खेती वाले इलाकों में भौंरों की पहली उड़ान अब एक सदी पहले की तुलना में ...
जंगलों की बहाली से जल चक्र पर पड़ता है असर, जानें कैसे?
वायुमंडल का लगभग 70 फीसदी अतिरिक्त पानी भूमि पर वापस आता है, जबकि शेष 30 फीसदी वर्षा के माध्यम से महासागरों में बह जाता ...
पिछले दो दशकों में दुनिया भर की 4 हजार वर्ग किमी आर्द्रभूमि का हुआ नुकसान
दुनिया भर के कुल ज्वारीय आर्द्रभूमि में लगभग तीन-चौथाई की कमी एशिया में हुई, जिसमें से लगभग 70 फीसदी इंडोनेशिया, चीन और म्यांमार में ...
नए युग में धरती : कहानी हमारे अत्याचारों की
मौजूदा समय को भले ही हम कलयुग का नाम दें लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे मानव युग यानी एंथ्रोपोसीन कहा जा रहा है। यह ...
पहले कभी नहीं हुई ऐसी विलुप्ति
यह एजेंडा पूरी मानवता के लिए है कि वह इस धरती और उसके संसाधनों को मानवीय हमलों से बचाए
परागणकारी जीवों की कमी के बावजूद वैश्विक अनाज उत्पादन में बढ़ोत्तरी
वैश्विक संस्था आईपीबीईएस की ड्राफ्ट रिपोर्ट के मुताबिक बीते 50 वर्षों में परागण पर निर्भर रहने वाली वैश्विक फसलों में 300 फीसदी की बढोत्तरी हुई ...
दुनिया भर में भूजल के भंडार और जैव विविधता के संरक्षण में है भारी कमी : अध्ययन
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर में भूजल के प्राकृतिक भंडार और जलग्रहण क्षेत्रों का मानचित्रण किया और पाया कि भूजल पर निर्भर पारिस्थितिक तंत्र वाले ...
यूरोपीय संघ ने दुनिया भर से मेंढकों की विलुप्ति का ठीकरा दूसरों के सिर फोड़ा
1970 से 1980 के दशक में, भारत और बांग्लादेश यूरोप में मेंढकों की टांगों के शीर्ष आपूर्तिकर्ता थे, लेकिन जब उनकी जंगली मेंढकों की ...
किन कार्यों से जैव विविधता को कितना हो सकता है खतरा, वैज्ञानिकों ने किया आकलन
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 'शेयर बाजार' के माध्यम से सभी प्रजातियों के मूल्य को औपचारिक रूप देने का प्रस्ताव पेश किया है, जिसे जैव ...
जलवायु में बदलाव से पौधों की ऊपरी और निचली सरंचना पर हो रहा है अलग-अलग असर
यह अध्ययन दुनिया भर में गर्म होती जलवायु के तहत पौधों के जमीन के ऊपर और नीचे के भाग यानी जड़ों की फेनोलॉजी के ...
प्रकृति के असल रक्षक हैं वनवासी : वैश्विक रिपोर्ट
अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट में कहा है कि देशज और स्थानीय समुदाय के ज्ञान को अब तक वैश्विक ...
दुनिया भर में पक्षियों की प्रजातियों में 48 फीसदी और भारत में 50 फीसदी की भारी गिरावट : रिपोर्ट
अध्ययन में कहा गया है कि दुनिया भर में मौजूदा पक्षी प्रजातियों में से लगभग 48 फीसदी आबादी गिरावट के दौर से गुजर रही ...
पहाड़ों में प्रकृति आधारित समाधान सूखे के प्रभाव को कम कर सकते हैं
विश्लेषण से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन ने जलवायु पर मानवजनित प्रभाव के बिना दुनिया के सापेक्ष सूखे के दौरान पानी बहने की ...
जलवायु संकट: पराग कणों को ले जाने से भौंरा हो रहा है दो डिग्री से अधिक गर्म
मधुमक्खी के शरीर का तापमान प्रत्येक मिलीग्राम पराग के लिए 0.07 डिग्री सेल्सियस बढ़ा, पूरी तरह से परागण से लदी मधुमक्खियां बिना परागण की ...
भूमि के अंधाधुंध उपयोग से प्रभावित हो रहे हैं मिट्टी में रहने वाले जीव
शोधकर्ताओं ने पांच प्रकार के भूमि उपयोग पर गौर किया, जिसमें फसलों को उगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले क्षेत्र, जंगल जैसे वृक्षारोपण ...
बहुत छोटे इलाकों में सबसे अधिक पाई जाती है पौधों की विविधता: अध्ययन
अध्ययन में, टीम ने पृथ्वी के सभी जलवायु क्षेत्रों से लगभग 170,000 वनस्पति भूखंडों के डेटासेट का विश्लेषण किया