रेत बिन नदी: क्या बदले जाने चाहिए नदियों में रेत खनन के नियम?
कनालसी गांव में एक कतार में यमुना नदी से निकाले गए रेत और बजरी के ऊंचे-ऊंचे टीले धूल उड़ाते नज़र आते हैं। धूल इतनी ...
ग्राउंड रिपोर्ट: खनन के चलते मौत के कगार पर पहुंची हमारी यमुना
मशीनों के शोर ने पक्षियों को यहां से जाने पर मजबूर कर दिया। रात्रिचर जीव भी पलायन कर गए। खनन के चलते हमारी यमुना ...
प्लास्टिक उपयोग गंभीर स्तर तक बढा, खारे दलदल में जमा हो रहे माइक्रोप्लास्टिक से चला पता: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने उस प्लास्टिक की मात्रा का अनुमान लगाया गया है जो खारे दलदल में फंसा रह जाता है।
वातावरण से कार्बन को हटाने में मददगार हो सकती हैं व्हेल, लेकिन कैसे?
शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि व्हेल कार्बन कैप्चर की तुलना में अन्य मायनों में इकोसिस्टम के लिए कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण ...
दुनिया भर के पहाड़ी इलाकों में तेजी से फैल रही पौधों की 'एलियन' प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्रों में पौधों की इन विदेशी प्रजातियों की संख्या में औसतन 16 फीसदी प्रति दशक की दर से वृद्धि हुई ...
समुद्री तटों को तेजी से लील रहा कंक्रीट, पर्यावरण के नजरिए से कितना है खतरनाक
तटों पर बढ़ते कंक्रीट के चलते न केवल वहां के स्थानीय पारिस्थितिक तंत्र पर असर पड़ रहा है साथ ही यह आक्रामक प्रजातियों के ...
दुनिया में पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली की क्षमता में आई भारी गिरावट: शोध
शोध में दक्षिण और पूर्वी एशिया के ऐसे क्षेत्रों को चुना गया जहां लचीलापन समाप्त हो गया है, जिसमें भारत में शुष्क पर्णपाती वन, ...
जलवायु परिवर्तन से बचने के लिए एशियाई वन विविधता बेहद जरूरी: अध्ययन
एशिया के उष्णकटिबंधीय वन पहले की तुलना में जलवायु परिवर्तन के प्रति अधिक लचीले हो सकते हैं, बशर्ते कि उनकी विविधता बरकरार रखी जाए
अरुणाचल में मिली मधुमक्खी की नई प्रजाति, इसका नाम सेराटिना तवांगेंसिस रखा गया
यह अनोखी प्रजाति तवांग जिले में 1,600 से 2,300 मीटर की ऊंचाई पर पाई जा सकती है, यह एक चमकदार काले रंग की है ...
भारी धातुओं के प्रदूषण की निगरानी में मददगार हो सकते हैं सूक्ष्मजीव
ताजे पानी में पाए जाने वाले चार सूक्ष्मजीवों यूप्लोट्स, नोटोहाइमेना, स्यूडॉरोस्टाइला और टेटमेमेना की जैव-संकेतक क्षमता का आकलन करने के बाद शोधकर्ता इस नतीजे ...
स्वास्थ्य संकट: रोगजनकों को पनपने और फैलने का मौका देता है जलीय परिवेश में मौजूद माइक्रोप्लास्टिक
रिसर्च के मुताबिक जलीय परिवेश में यह माइक्रोप्लास्टिक्स न केवल रोगजनकों को अपनी सतह पर पनपने का मौका देते हैं। साथ ही उनके प्रसार ...
इंसानों के चलते 250 करोड़ एकड़ क्षेत्र में खारी हो रही जमीन, बिगड़ रहा 'नमक चक्र' का संतुलन
धरती पर बढ़ती नमक की मांग का खामियाजा हमें पर्यावरण और लोगों के स्वास्थ्य के रूप में भुगतना पड़ रहा है
पहाड़ी जल स्रोतों को बचाना जरूरी, 2050 तक 150 करोड़ लोग होंगे निर्भर
1960 में तराई में रहने वाली करीब 7 फीसदी आबादी इन जल स्रोतों पर निर्भर थी जो 2050 तक बढ़कर 24 फीसदी पर पहुंच ...
अनियंत्रित विकास के चलते शिवालिक हिमालय की प्राकृतिक संपदा का हुआ विनाश, जांच के आदेश
आवेदक का आरोप है कि ठेकेदार शिवालिक हिमालय में सड़क को अपग्रेड करने के दौरान हिमालयी पारिस्थितिकी और प्राकृतिक वनस्पति को नुकसान पहुंचा रहे ...
हर साल खेतों से जमीन में रिस रहा 70,000 टन कीटनाशक, नदियां भी नहीं हैं अछूती
हर साल खेतों में करीब 30 लाख टन कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। इसमें से करीब 70,000 टन कीटनाशक जमीन के अंदर रिसकर ...
दुनिया की 16 हजार से अधिक प्रजातियों की आबादी घटी, औद्योगीकरण भी है जिम्मेवार
दुनिया भर में जीवों की करीब आधी प्रजातियों की आबादी में गिरावट आ रही है। वहीं केवल तीन फीसदी प्रजातियां ऐसी हैं जिनमें वृद्धि ...
व्हेल हर राेज निगल रही है लाखों की संख्या में माइक्रोप्लास्टिक
अध्ययन के मुताबिक हर बार जब व्हेल शिकार को पकड़ती हैं तो लगभग 25,000 माइक्रोप्लास्टिक को निगल लेती है।
पहाड़ों पर रह रही हैं 85 फीसदी जीव प्रजातियां
एक अध्ययन में कहा गया है कि पर्वत दुनिया के 85 फीसदी से अधिक प्रजातियों का घर हैं, कई प्रजातियां ऐसी है जो केवल पहाड़ों ...
विश्व महासागर दिवस : सागर के सहारे भविष्य
अपने आरंभिक काल से आज तक महासागर जीवन के विविध रूपों को संजोए हुए हैं
पर्यावरण और उत्तराखंड के लोगों के लिए खतरा हैं भागीरथी नदी पर बन रहे बांध
जिस तरह से भागीरथी घाटी में बांध और जलविद्युत परियोजनाओं का निर्माण किया जा रहा है वो इस इलाके के लोगों और पर्यावरण के ...
वियतनाम में खोजी गई परजीवी ततैया की 16 नई अनोखी प्रजातियां, व्यवहार दिखा असामान्य
वियतनाम में परजीवी ततैयों के दुर्लभ समूह 'लोबोसेलिडिया' की खोज में किए क्षेत्रीय सर्वेक्षण ने दुनिया भर में इनकी प्रजातियों में 30 फीसदी की वृद्धि ...
उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मानव हस्तक्षेप पर लगाम जरूरी
उत्तराखंड के औली पर्यटन स्थल में एक शादी का भव्य आयोजन होने जा रहा है, जिससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या हिमालयी क्षेत्र ...
यूरोपीय संघ के मेंढकों के आयात से एशिया और पूर्वी यूरोप में इनके अस्तित्व पर मंडराया खतरा: रिपोर्ट
यूरोपीय संघ प्रति वर्ष लगभग 4070 टन मेंढकों के पैरों का आयात करता है, जो लगभग 81 से 20 करोड़ मेंढकों के बराबर है।
जलवायु में बदलाव से पौधों की प्रजातियों के बीच पैदा हुई गड़बड़ी, वसंत ऋतु से पहले पौधे पर आए फूल
यह अध्ययन पौधों के विभिन्न समूहों के बीच गड़बड़ी पैदा करने वाले जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में बताता है
माइक्रोप्लास्टिक से बदल रहा है समुद्र में रह रहे केकड़ों का व्यवहार: रिसर्च
शोध के अनुसार माइक्रोप्लास्टिक जीवों के सोचने और समझने की क्षमता पर असर डाल रहा है| जिससे जीवों के व्यवहार में बदलाव आ रहा ...