एशिया-प्रशांत क्षेत्र के महासागरों के लिए कोविड-19 बन सकता है वरदान: यूएन रिपोर्ट
कार्बन उत्सर्जन और ऊर्जा मांग में आई तात्कालिक कमी से समुद्री पर्यावरण बेहतर हुआ है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को इससे सीख ले कर ...
समुद्री जीवों में प्रजनन से लेकर हार्मोनल चक्र तक में गड़बड़ी की वजह बन रहा प्रकाश प्रदूषण
रिसर्च से पता चला है कि कृत्रिम प्रकाश समुद्री जीवों के बीच आपसी व्यवहार से लेकर प्रजनन और हार्मोनल चक्र में बदलाव की वजह ...
भारत के शहरी इलाकों में मिली तितलियों की 202 प्रजातियां, बेंगलुरू में सबसे अधिक
बेंगलुरु के अलग-अलग इलाकों में इनमें से 182 प्रजातियां थीं, जबकि बाकी को मैसूर, चेन्नई, मुंबई, पुणे, दिल्ली और कोलकाता सहित अलग-अलग शहरों में ...
महासागरों में दो दशकों में दोगुना हो सकता है प्लास्टिक का कूड़ा, समुद्री जीवों पर पड़ेगा असर
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के अनुसार, प्लास्टिक के मलबे से हर साल दस लाख से अधिक समुद्री पक्षी और 1,00,000 समुद्री स्तनधारी मारे जाते ...
नए उपकरण से लगेगा पर्माफ्रोस्ट से होने वाले मीथेन उत्सर्जन का बेहतर अनुमान
प्राकृतिक पारिस्थितिक तंत्र से वर्तमान और भविष्य के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को जानने से हमें वातावरण के भविष्य के तापमान के बारे में अनुमान ...
कॉप-26: उत्सर्जन में तीव्र गिरावट के बिना 'लाइफ जोन' को तीन गुना प्रभावित करेगा जलवायु परिवर्तन
यदि उत्सर्जन ऐसा ही बढ़ता रहा तो इसका और 6.2 करोड़ वर्ग किलोमीटर की अतिरिक्त संभावनाओं पर प्रभाव पड़ने की सम्भावना है, जोकि धरती ...
समुद्रों में प्रयोग की जा रही रस्सियां हर साल पैदा कर रही हैं माइक्रोप्लास्टिक के अरबों टुकड़े
अनुमान है कि करीब एक वर्ष पुरानी रस्सी प्रति मीटर माइक्रोप्लास्टिक के लगभग 20 टुकड़े समुद्र में छोड़ सकती है। वहीं 10 वर्ष पुरानी ...
तप रहा है मध्य एशिया, पेड़ों के छल्लों के विश्लेषण से चला पता
पेड़ों के छल्लों का विश्लेषण वैज्ञानिकों को सैकड़ों या हजारों साल पहले के तापमान और वर्षा के पैटर्न के बारे में बता सकता है।
महासागरों में प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए नीति में बदलाव की जरूरत : यूएनईपी
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक दुनिया भर के महासागरों में प्लास्टिक प्रदूषण पर पूरी तरह से रोक लगाने में कई चुनौतियां ...
क्या है डीप ओसियन मिशन का महत्व, सरकार ने दी मंजूरी
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 4,077 करोड़ रुपए के 'डीप ओसियन मिशन' को मंजूरी दे दी है, जिसका उद्देश्य महासागरीय संसाधनों का शाश्वत उपयोग करना है
घरेलू गौरैया के प्रजनन में खलल डाल रहा है ध्वनि प्रदूषण: अध्ययन
प्रजनन के मौसम में किशोर गौरैया की आबादी उन शहरों में कम हो जाती है जहां त्योहार मनाए जाते हैं, इस दौरान पटाखों और ...
भविष्य में भयानक दु्ष्प्रभाव पैदा कर सकता है सीओटू का उत्सर्जन
गहरे समुद्रों में करीब 2000 मीटर नीचे ऑक्सीजन की उपलब्धता में भारी कमी है, जिसके चलते यहां रहने वाले समुद्री जीवों में 25 फीसदी ...
क्या है आईयूसीएन की रेड लिस्ट, इसके बारे में जानना क्यों हैं जरूरी?
आईयूसीएन की रेड लिस्ट दुनिया भर में प्रजातियों के संरक्षण की स्थिति का सबसे बड़ा सूचना स्रोत है
समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा रहा है इंसानी कोलाहल
इंसान शोर न केवल समुद्रों में ध्वनि प्रदूषण कर रहा है, साथ ही उसकी वजह से प्राकृतिक ध्वनियां भी गुम होती जा रही हैं| ...
भूजल प्रबंधन में अहम भूमिका निभा सकते हैं जंगल: शोध
शोध के मुताबिक, पेड़ों के पास छिद्रों के नीचे मिट्टी की जल सामग्री को मापा गया तो पता चला कि मौसमी बारिश की मात्रा ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: प्रवासी मजदूरों की पीड़ा दूर करे सरकार: सुप्रीम कोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
नियमों के बावजूद हर साल इंसानी लालच की भेंट चढ़ रहीं आठ करोड़ से ज्यादा शार्क
आज दुनिया की हर तीसरी शार्क प्रजाति पर विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है
लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने में मदद कर सकते हैं तकनीक और अर्थनीति, लेकिन कैसे?
शोध के मुताबिक, लुप्तप्राय प्रजातियों को बचाने के लिए तकनीक से आंकड़ों को जोड़ने, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने, लोगों को प्रकृति से ...
माइक्रोबियल वायरस की वजह से गुपचुप तरीके से बढ़ रहा है जलवायु परिवर्तन
शोधकर्ताओं ने विभिन्न झीलों से लेकर गाय के पेट के अंदर तक 15 अलग-अलग जगहों से मेटागेनोमिक डीएनए आंकड़ों का विश्लेषण किया
मशीनों से की जा रही अंधाधुंध खेती से संकट में पड़े स्टेपी और लिटिल बस्टर्ड पक्षी
अध्ययन के मुताबिक, 2002 से 2019 के बीच स्टेपी-लैंड पक्षी की आबादी में 27 फीसदी की कमी आई है।
फसल की पैदावार बनाए रखने के लिए मधुमक्खियों की कितनी और प्रजातियों की जरूरत होगी?
मधुमक्खी आबादी की विविधता फसल परागण को बनाए रखने के लिए जरूरी है, जो हम लोगों की खाद्य आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
90 फीसदी से ज्यादा ‘आयल स्लीक्स’ के लिए जिम्मेवार है इंसान, समुद्री जीवों के लिए है बड़ा खतरा
'आयल स्लीक्स' के करीब आधे मामले तटों के लगभग 25 मील के दायरे में पाए गए, जबकि 90 फीसदी का दायरा 100 मील से ...
जीवों के प्रजनन संबंधी व्यवहार पर असर डाल रहा है ग्लोबल वार्मिंग: अध्ययन
शोध का उद्देश्य जानवरों में प्रजनन के पैटर्न पर जलवायु परिवर्तन के पड़ने वाले प्रभावों पर समझ बढ़ाना है
महासागरीय पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा फेरबदल कर सकता है छोटे से छोटा परमाणु युद्ध
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस युद्ध के चलते ऐसी तबाही आएगी, जिससे उबरने में समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को दशकों का समय लग जाएगा
पिछले 50 वर्षों में 70 फीसदी सिकुड़ चुका है पेटो ग्लेशियर, क्या बदलती जलवायु है जिम्मेवार?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो सदी के अंत तक यह ग्लेशियर 85 फीसदी तक सिकुड़ जाएगा