वैज्ञानिकों ने ई-कचरे के प्लास्टिक को दिया नया जीवन
प्रयोगशाला में सेल कल्चर के लिए पुन: उपयोग करने से न केवल ई- कचरे के प्लास्टिक से अधिकतम मूल्य वसूल होगा, बल्कि जैव चिकित्सा ...
इस साल पैदा हो सकता है 5.7 करोड़ टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा, चीन की विशाल दीवार से भी ज्यादा है भारी
दुःख की बात है कि दुनिया में ज्यादातर ई-वेस्ट को ऐसे ही डंप कर दिया जाता है जो पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा ...
संसद में आज: जीएम कॉटन से बढ़ी किसानों की आमदनी
22 फरवरी 2021 को राज्यसभा में पूछे गए सवालों के जवाब में सरकार की ओर से केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने ...
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: 16 जुलाई 2020
विभिन्न अदालतों में पर्यावरण से संबंधित मुकदमों की सुनवाई का सार
बड़ी खोज: अब शहद से बनेंगे कंप्यूटर मेमोरी चिप, इलेक्ट्रॉनिक कचरे से भी मिलेगी छुट्टी
शहद में नमी की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए इसमें बैक्टीरिया जीवित नहीं रह सकते हैं। इसका मतलब है कि शहद से बने ...
दुनिया भर में खतरनाक कचरे की आवाजाही पर नजर रख रहा है 'वेस्ट वेब'
अध्ययन में कम पर्यावरण प्रदर्शन सूचकांक वाले 28 देशों का पता लगा जो कि कचरे के जमाव से सबसे अधिक खतरे में पाए गए
वैज्ञानिकों ने खोजी नई विधि, कुछ पलों में इलेक्ट्रॉनिक कचरे से प्राप्त हो जाएंगी कीमती धातुएं
पर्यावरण के दृष्टिकोण से साफ-सुथरी यह तकनीक, पारम्परिक विधि की तुलना में 500 गुना कम ऊर्जा की खपत करती है
क्या होता है इलेक्ट्रॉनिक वेस्ट (ई-वेस्ट)? देश-दुनिया में कितनी बड़ी है इसकी समस्या?
भारत ने 2018 में अपने कुल ई-वेस्ट का केवल 3 फीसदी ही कलेक्ट किया था जबकि 2019 में वो केवल 10 फीसदी था
बिटकॉइन के कारण हर साल पैदा हो रहा है 30,700 मीट्रिक टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा
बिटकॉइन के हर एक लेनदेन से करीब 272 ग्राम ई-वेस्ट उत्पन्न होता है जोकि नए आई फोन 13 के वजन से भी कहीं ज्यादा ...
संसद में आज: 91.65 करोड़ रुपये है चीता पुनर्वास परियोजना की लागत
अब तक एफटीके के माध्यम से 167.20 लाख से अधिक पानी की गुणवत्ता नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है
सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा देने आगे आई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां
हर वर्ष 82.6 फीसदी ई-वेस्ट को ऐसे ही फेंक दिया जाता है, जिसको यदि रिसाइकल किया जाए तो इससे अर्थव्यवस्था को करीब 413,277 करोड़ ...
ई-वेस्ट: हमारे घरेलू गैजेट जहर बन कर वापस घर आ रहे हैं
सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे देश में पैदा होने वाले लाखों टन ई-वेस्ट कचरे का महज 3 से 10 फीसदी ही इकठ्ठा किया जाता ...
संसद में आज: 2022-23 में जंगली हाथियों के हमलों के कारण कर्नाटक में 29 लोग हुए हताहत
लगभग 58.9 प्रतिशत कुओं में भूजल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है और 41.1 प्रतिशत कुओं में जल स्तर में गिरावट देखी गई ...
संसद में आज: हिमालयी इलाकों में बन रही हैं 30 बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं
जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित परिवार के पुनर्वास के लिए सरकार ने 45 करोड़ रुपए किए जारी
संसद में आज: नमामि गंगे कार्यक्रम पर खर्च हो रहे 37 हजार करोड़ रुपए, 442 प्रोजेक्ट़स पर चल रहा काम
मंत्रालय के पास "स्वच्छ पर्यावरण" नाम से ऐसे किसी वैश्विक सूचकांक या पैरामीटर की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है
संसद में आज: आदिवासियों के विस्थापन के बारे में मंत्रालय के पास कोई जानकारी नहीं
पेट्रोलियम और प्राकृतिक मंत्रालय में राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने राज्यसभा में बताया कि सरकार ईंधन के रूप में हाइड्रोजन को बढ़ावा देने के ...
संसद में आज: भारत में कुल 2,831 भारी प्रदूषणकारी उद्योग हैं, 55 इकाइयों को बंद करने के निर्देश जारी
वित्तीय वर्ष 2021 से 22 में 5,27,131.57 टन ई-कचरे का संग्रहण, निराकरण एवं पुनर्चक्रण किया गया।
तीन करोड़ बच्चों-महिलाओं के लिए खतरा बना ई-कचरा: डब्ल्यूएचओ
दुनिया भर में 1.29 करोड़ महिलाएं कचरे से जुड़े अनौपचारिक क्षेत्र में काम करती हैं, जो उन्हें और उनके अजन्मे बच्चों को जहरीले इलेक्ट्रॉनिक ...
दुनिया में बढ़ रहा है इलेक्ट्रॉनिक कचरा, 2019 में केवल 17 फीसदी किया गया रिसाइकल
2019 में भारत ने करीब 32.3 लाख मीट्रिक टन ई-वेस्ट उत्पन्न किया था जोकि अफ्रीका के कुल ई-वेस्ट से भी ज्यादा है
संसद में आज: केवल 20 शहरों ने ही तय किए एनएएक्यूएस के मानक
देश में नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) से 29,520 किलोग्राम प्रति दिन की बायो सीएनजी उत्पादन क्षमता वाले 6 संयंत्र हैं
पर्यावरण और जलवायु के लिए खतरा बन गई है बिटकॉइन, खनन से बढ़ रहा है उत्सर्जन
2016 में जहां प्रति बिटकॉइन माइनिंग से 0.9 टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर उत्सर्जन हुआ था जो 2021 में बढ़कर 113 टन पर पहुंच ...
संसद में आज: भूमिहीन किसानों की संख्या कितनी, सरकार को नहीं मालूम
भारत में 2030 तक स्तन कैंसर के मामलों की संख्या बढ़कर 2,62,656 होने के आसार
संसद में आज: हमारे देश तक ही सीमित नहीं है तापमान में वृद्धि: केंद्रीय मंत्री
जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह सरुता ने लोकसभा में बताया कि आदिवासी आबादी के बीच सिकल सेल रोग की राज्यवार प्रसार दर ...
संसद में आज (31 मार्च 2022): कम हो रही है हिमालय में बर्फबारी
देश में विभिन्न स्तरों पर राज्य, जिला, उप-मंडल और ब्लॉक स्तर पर 2,022 पेयजल गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं।
संसद में आज: असम में 20 साल में बाढ़ से 65 हजार परिवार प्रभावित
गुजरात में उद्योगों और लोगों द्वारा वन भूमि पर अतिक्रमण के कुल 766 मामले दर्ज किए गए हैं