शून्य उत्सर्जन की उठापठक
अच्छी खबर यह है कि जलवायु परिवर्तन एक बार फिर से मुख्य एजेंडा बन चुका है। बुरी खबर यह है कि हम गलत चीजों ...
क्या खराब बिजनेसमैन हैं ट्रंप?
अमेरिका के निर्णय के बाद पूरी संभावना है कि शैल गैस के उत्पादन से संबंधित नियमों में ढील दी जाएगी
नेट जीरो उत्सर्जन: कृषि को बनाया जा रहा है बलि का बकरा
कृषि को सबसे बड़ा प्रदूषक बता कर सीमित करना और 2030 तक पशुधन को 30 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य पर सवाल उठा ...
जलवायु के खिलाफ जंग में सामने आया ग्रीस, पास किया पहला क्लाइमेट लॉ
ग्रीस का यह पहला क्लाइमेट लॉ, 2028 तक सभी कोयला आधारित बिजली संयंत्रों को बंद करने की बात करता है
एक बार फिर, अमेरिका वैश्विक जलवायु समझौते से दूर
अमेरिका ने क्योटो प्रोटोकॉल की तरह पेरिस समझौते साथ भी सलूक किया
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अब तक तय नहीं किए उत्सर्जन कम करने के लक्ष्य
बिल्डिंग सेक्टर से जुड़ी 44 फीसदी कंपनियों ने अपने उत्सर्जन में कमी करने के लिए लक्ष्य निर्धारित नहीं किए हैं। वहीं इस क्षेत्र में ...
पेरिस समझौते के परिपेक्ष्य में, कोविड-19 जलवायु परिवर्तन को कैसे प्रभावित करेगा?
कोरोना महामारी के दौरान ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आई जो जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के तहत किए गए उत्सर्जन लक्ष्यों को पूरा ...
पेड़ पौधों पर हर साल खर्च करने होंगे 2 बिलियन डॉलर: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया कि 2055 तक 0.6 गीगाटन कार्बन डाइऑक्साइड को रोकने के लिए प्रति वर्ष 2 बिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
उत्सर्जन के मानक को 2022 तक पूरा नहीं कर पाएंगे 70% पावर प्लांट: सीएसई
सीएसई का कहना है कि चूंकि केंद्र सरकार द्वारा कोयला खनन को बढ़ावा दिया जा रहा है, इसलिए यह अध्ययन करना जरूरी हो गया ...
अयस्क क्षेत्र को आधुनिकता की जरूरत
भारत के इस्पात उत्पादन को तीन गुणा बढ़ाकर भी साल 2030 तक कार्बन डाईऑक्साइड के उत्सर्जन में भारी कमी लाना संभव है, लेकिन इसके ...
क्या आप जानते हैं आरईडीडी+ के बारे में, यहां जानिए क्या होता है यह?
आरईडीडी+ का उद्देश्य अलग-अलग देशों की सरकारों द्वारा वनों पर मानव दबाव को कम करने के लिए गतिविधियों का कार्यान्वयन करना है
स्टील और सीमेंट क्षेत्र से होने वाले उत्सर्जन को बिना कीमत बढ़ाए किया जा सकता है कम
विश्लेषण में यह भी सामने आया है कि कीमतों में वृद्धि किए बिना भी स्टील उत्सर्जन को 25 फीसदी और सीमेंट क्षेत्र से होने ...
जलवायु परिवर्तन और विकास लक्ष्यों का तालमेल जरूरी
अध्ययन में पाया गया कि यदि प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद 10 हजार डॉलर से अधिक हो जाए तो देशों को कार्बन उत्सर्जन कम ...
भारत में तेजी से बढ़ रहा है तापमान : सीएसई
गर्मियों में बेतहाशा गर्मी और रिकॉर्डतोड़ ठंड जैसी घटनाएं तापमान बढ़ने का ही नतीजा है
1850 से वैश्विक तापमान में हुई 0.08 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के लिए जिम्मेवार है भारत, विश्व में है पांचवा स्थान
वैश्विक तापमान में हुई 17.3 फीसदी की वृद्धि के लिए अकेला अमेरिका जिम्मेवार है। वहीं चीन इस मामले में दूसरे स्थान पर है, जिसकी ...
कार्बन टैक्स या कार्बन कर क्या है? आइए जानते हैं इसके बारे में
कार्बन पर एक कीमत जो ग्रीनहाउस गैस के उत्सर्जन से होने वाले नुकसान के बोझ को उन लोगों में वापस स्थानांतरित करने में मदद ...
वायु प्रदूषण और जलवायु की दोहरी चुनौती का समाधान है स्वच्छ कोयला पावर प्लांट का प्रोत्साहन
कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट से निकलने वाला फ्लाई एश एक बहुत ही बड़ी चुनौती है। वर्ष 2009-10 से 2018-19 तक इस फ्लाई ऐश ...
पेरिस समझौते के फेल होने पर दुनिया को होगा 600 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान
आईपीसीसी के अनुसार 2030 से 2050 के बीच वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर जाएगी।
जलवायु कूटनीति का सार
जलवायु परिवर्तन वार्ता का लक्ष्य “न कोई हारे, न कोई जीते” होना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है
आईपीसीसी संश्लेषण रिपोर्ट: कई चुनौतियों का सामना कर रहीं हैं कार्बन कैप्चर तकनीकें
रिपोर्ट के मुताबिक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो एमिशन) के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाना जरूरी है
एक चौथाई उत्सर्जन से निपटना सबसे कठिन: आईपीसीसी
रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि हमें नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करना है तो कृषि, प्लास्टिक, सीमेंट, और अपशिष्ट से होने वाले अंतिम ...
आईपीसीसी संश्लेषण रिपोर्ट के छह प्रमुख संदेश: 1.5 डिग्री सेल्सियस पर अंतिम चेतावनी जारी
यह रिपोर्ट जलवायु में आते बदलावों और उससे जुड़ी नीतियों के मामले में पांच वर्षों के शोध का निचोड़ है। जो बेहतर कल के ...
इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल बढ़ाने के लिए एक नियामक संस्था की जरूरत: सीएसई
ई-वाहनों के लिए प्रोत्साहन योजनाओं से वार्षिक बिक्री में हो सकता है इजाफा, लेकिन नए पंजीकरण में हिस्सेदारी पांच प्रतिशत से कम है
नए शिखर पर पहुंचा ग्रीनहाउस गैसों का स्तर, 2022 में रिकॉर्ड 417.9 पीपीएम दर्ज किया गया कार्बन डाइऑक्साइड
डब्ल्यूएमओ द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में कार्बन डाइऑक्साइड का औसत वार्षिक स्तर रिकॉर्ड 417.9 पीपीएम पर पहुंच गया, जो औद्योगिक काल से ...
वन संरक्षण अधिनियम में संशोधन से शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने में मिलेगी मदद: सरकार
केंद्र सरकार का लक्ष्य वन संरक्षण अधिनियम में बदलाव करके शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करना है