प्रकृति से ऊपर नहीं इंसान, स्वयं को प्रकृति के हिस्से के रूप में देखने की है जरूरत
पर्यावरण की बहाली और वन्यजीवों की रक्षा के लिए इंसान को प्रकृति के साथ अपने बिगड़ते रिश्तों को सुधारने की जरूरत है
राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय पर्यावरण योजनाओं को हर साल किया जाए अपडेट: एनजीटी
एनजीटी ने अपने 17 जनवरी, 2023 को दिए आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि देश में राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय पर्यावरण योजनाओं ...
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2022: जानिए इसका महत्व और थीम
पर्यावरण दिवस सार्वजनिक पहुंच के लिए एक वैश्विक मंच है, जिसमें सालाना 143 से अधिक देशों की भागीदारी होती है।
किसानों के पास ही है मौसम में आ रहे परिवर्तन को रोकने का नुस्खा, करने होंगे ये काम
दोहरी फसल पैदा करने से नाइट्रोजन के होने वाले कुल नुकसान को 12 से 18 फीसदी और फास्फोरस के कुल नुकसान को 16 से ...
कॉफी: अमीर होती कंपनियां, गरीब होते किसान
कॉफी से होने वाली आय का 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बड़ी कंपनियों की जेब में चला जाता है
गांवों से भी गुम हो रही है सुगंध
आज से 10-15 साल पहले तक जिन गांवों में हर घर में गाय, भैंस और बैल होते थे, किसी घर में मुश्किल से ही ...
ग्रीन प्रोडक्ट्स से नहीं, कम खरीदारी करने से बचेगा पर्यावरण: अध्ययन
एक अध्ययन में कहा गया है कि अपने उपभोग में कमी लाना और अनावश्यक खरीदारी से बचना, ग्रीन प्रोडक्ट्स की खरीदारी की तुलना में ...
परिवर्तन की पीड़ा
भारत में पर्यावरण पर चल रही बहस को अमीरों और गरीबों के चश्मे से देखने की जरूरत है
मिलिए 'गोल्डमैन' प्रफुल्ल समांतरा से
एशिया के प्रतिष्ठित गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार विजेता प्रफुल्ल सामंतरा हाशिए के लोगों की एक शक्तिशाली आवाज हैं।