जग बीती: ताकि सनद रहे!
खाने-पीने की चीजें हुई महंगी, सब्जी की कीमतों में 50 फीसदी उछाल
पिछले कुछ माह के दौरान हुई बेमौसमी बारिश की वजह से सबसे अधिक खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ रहे हैं
आर्थिक सर्वे : किसानों ने कम किया उपभोग तो नीचे बैठ गई विकास दर
सस्ते अनाज ने किसानों को कम पैदावार के लिए मजबूर किया जिसके कारण उपभोग पर भी खर्च कम हुआ।
अतिशय मौसम की घटनाओं ने भारत को महंगाई के इस दौर तक पहुंचाया
आने वाले सालों में खाने-पीने की चीजें और महंगी हो सकती हैं
क्या प्याज और खाद्य मुद्रास्फीति में कोई संबंध है, पांच प्वाइंट्स में समझिए
खाने-पीने की चीजों की कीमतें बढ़ने के कारण महंगाई दर दोहरे अंक को पार कर चुकी है, लेकिन क्या ऐसा है?
युवाओं का व्यापक असंतोष क्या वैश्वीकरण का घड़ा फूटने का संकेत है?
दुनिया की युवा आबादी एक ऐसी मुक्त बाजार वाली दुनिया में पली-बढ़ी है, जहां उसने 'प्रतिबंधित अर्थव्यवस्था' नामक किसी चीज के अस्तित्व जाना ही नहीं है
आर्थिक सर्वेक्षण 2020: कितनी सस्ती हुई खाने की थाली?
आर्थिक सर्वेक्षण में एक अध्याय है थालीनॉमिक्स यानी भोजन का अर्थशास्त्र, जिसमें दावा किया गया है कि आपकी थाली सस्ती हो गई
राशन में मिला चावल बेच महंगा गेहूं खरीद रहे हैं लोग
किसानों ने गेहूं की बुआई की, लेकिन फसल खराब हो गई। सोचा था, राशन में गेहूं मिलेगा, लेकिन जब राशन में चावल मिला तो ...
खास खबर: प्राकृतिक आपदाओं के चलते खतरे में पड़ी खेती
ऐसे समय में जब एक औसत भारतीय परिवार अपनी कमाई का लगभग 50 प्रतिशत और गरीब 60 प्रतिशत से अधिक भोजना पर खर्च करते ...
खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...
दो से तीन गुणा महंगा बिक रहा है भूसा, राज्य सरकारें लगा रही हैं प्रतिबंध
बुआई के साथ-साथ गेहूं का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते देश में भूसे का संकट खड़ा हो गया है
दुनिया के ये देश हंगर हॉटस्पॉट घोषित, लोगों के सामने भूखों मरने की नौबत खड़ी हुई
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने हंगर हॉटस्पॉट रिपोर्ट जारी की
खाद्य संकट: दो साल में खाद्य असुरक्षा का सामना कर रही आबादी की संख्या दोगुनी हुई, संयुक्त राष्ट्र महासचिव
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने रूसी-यूक्रेन युद्ध को देखते हुए देशों से खाद्य उत्पादन बढ़ाने और निर्यात बंद नहीं करने का आह्वान किया
फ्रांस की क्रांति, अरब- क्रांति, खाद्य-पदार्थों की कीमतें और जलवायु-परिवर्तन
फ्रांस की क्रांति और अरब-क्रांति जैसी घटनाओं पर खाद्य-पदार्थों की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाया जाता रहा है
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
गेहूं के निर्यात पर सरकार ने लगाई रोक
वैश्विक कीमतों में आए अचानक उछाल के कारण भारत ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है
प्याज के उत्पादन में 15 प्रतिशत से अधिक गिरावट का अनुमान, आलू भी होगा कम
कृषि और किसान कल्याण विभाग ने बागवानी फसलों के वर्ष 2023-24 के उत्पादन का पहला अग्रिम अनुमान जारी किया
रबी सीजन: सात लाख हेक्टेयर में अब तक नहीं बोई गई दालें, उत्पादन पर दिखेगा असर
पिछले सीजन की तुलना में चालू सीजन का बुआई रकबा 251,000 हेक्टेयर कम है
सहरिया आदिवासियों को जैसे मिटाने पर तुली है महंगाई
खाद्यान्नों की बढ़ी कीमतों ने हमेशा से कुपोषण का शिकार रहे सहरिया समुदाय को बिल्कुल हाशिये पर पहुंचा दिया है
काबू में नहीं आ रही महंगाई तो चावल व्यापारियों की कसी नकेल
चुनावी वर्ष में खाद्य वस्तुओं की कीमतों को काबू करने और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने के लिए सरकार कई कदम उठा ...
बढ़ती कीमतों ने लोगों के साथ-साथ किसानों की भी बढ़ाई चिंताएं, रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा खाद्य आयात बिल
एफएओ का यह नया पूर्वानुमान, खाद्य आयात बिल में आए अब तक के उच्चतम स्तर को दर्शाता है, जोकि 2021 के रिकॉर्ड स्तर से भी ...
महंगाई की मार: खाद्य कीमतों में 10 फीसदी के उछाल से आय में आ सकती है 5 फीसदी की गिरावट
दुनिया भर में जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है वो किसी से छुपी नहीं है। बढ़ती कीमतों ने लोगों की रोजमर्रा की समस्याओं ...
बाकी कुछ बचा तो महंगाई मार गई
खाद्य मुद्रास्फीति में एक प्रतिशत की वृद्धि एक करोड़ अतिरिक्त लोगों को गरीब बना देती है
मध्य प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा में मजदूरों को सबसे कम दिहाड़ी, लिस्ट में केरल सबसे ऊपर
अध्ययन किए गए 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से केवल 50 फीसदी में मजदूरों को राष्ट्रीय औसत से ज्यादा देहाड़ी मिल रही ...
गेहूं-मक्के की कीमतों में गिरावट के चलते 35 महीनों के निचले स्तर पर पहुंचा खाद्य मूल्य सूचकांक
आंकड़ों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर मोटे अनाज का उत्पादन भी बढ़कर 152.3 करोड़ टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है