कंपनी की लापरवाही से हुआ था विशाखापट्टनम गैस लीक हादसा: एनजीटी कमिटी रिपोर्ट
एनजीटी द्वारा गठित संयुक्त जांच कमिटी ने विशाखापट्टनम गैस लीक हादसे के लिए कंपनी को जिम्मेवार माना है
विशाखापट्टनम गैस लीक: एनएचआरसी ने केंद्र और राज्य को नोटिस भेजा
आयोग ने प्रदेश सरकार से राहत कार्य, पीड़ितों को दी गई चिकित्सा सुविधाओं और पुनर्वास के बारे में जानकारी मांगी है
विशाखापट्टनम गैस त्रासदी: प्लांट खोलने की हड़बड़ी में मेंटेनेंस के नियमों की अनदेखी हुई
सीएसई की पहली समीक्षा रिपोर्ट में इस दुर्घटना के लिए कंपनी की लापरवाही को जिम्मेवार माना गया है
रायगढ़ में जहरीली का गैस का रिसाव, 7 मजदूर बीमार
क्लोरीन टंकी की सफाई के लिए उतरे तीन मजदूर मीथेन गैस की चपेट में आकर बीमार पड़ गए, उन्हें बचाने गए अन्य मजदूर भी ...
विशाखापट्टनम गैस लीक: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की भूमिका सवालों में
प्लांट से अत्यधिक प्रदूषण को देखते हुए एपीपीसीबी को इसके विस्तार और संचालन की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी : ईएएस सरमा
विशाखापट्टनम में जहरीली गैस का रिसाव, 11 मरे, हजारों बीमार
विशाखापट्टनम गैस लीक: मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि कई लोगों की हालात गंभीर है। कई लोगों में आंखों में जलन और सांस ...
लुधियाना गैस कांड: कैसे फैली जहरीली गैस हाइड्रोजन सल्फाइड, जिसने देखते ही देखते ले ली 11 जानें
जानकारों के मुताबिक लुधियाना में बड़ी संख्या में गारमेंट उद्योग हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या कोई केमिकल मैनहोल में डाला गया ...
विशाखापट्टनम गैस लीक: 2500 गुणा अधिक थी हवा में स्टाइरीन की मात्रा, सीएसई का विश्लेषण
स्टाइरीन ऐसा रसायन है, जो कैंसर का कारण बन सकता है। ये मानव शरीर में शरीर के चमड़े, आंख व मुख्य तौर पर नाक के ...
भोपाल त्रासदी के 35 साल: प्रदर्शन में छलका पीड़ितों का दर्द
भोपाल गैस त्रासदी की 35वीं बरसी के मौके पर गैस पीड़ितों ने प्रदर्शन किया
जहरीला पंजाब : कैंसर और दांत संबंधी घातक बीमारियों की जद में आ रहे ग्रामीण
ग्रामीणों ने कहा कि उद्योगों के जरिए रिवर्स बोरिंग किए जाने की आशंका है, जहां औद्योगिक अपशिष्टों को भूजल में पंप किया जाता है। ...
भोपाल गैस त्रासदी : जब रेलवे कर्मचारियों ने अपनी जान दाव पर लगाकर बचाई हजारों जिंदगी
स्टेशन सुपरिंटेंडेंट हरीश धुर्वे गैस रिसने की सूचना मिलने पर वापस स्टेशन गए थे और कई ट्रेनों को मौके से रवाना किया था, लेकिन ...
सीवर के गड्ढ़ों में निकलने वाली जानलेवा जहरीली गैस का पता लगाएगा यह इलेक्ट्रॉनिक सेंसर
यह सेंसर सीवरों में उत्पन्न होने वाली जहरीली और ज्वलनशील गैस जैसे- हाइड्रोजन सल्फाइड का पता लगा सकता है। सीवर में निकलने वाली जहरीली ...
विशाखापट्टनम गैस लीक : एनजीटी ने नोटिस के साथ एलजी पॉलिमर्स को शुरुआती 50 करोड़ जमा करने का दिया आदेश
एनजीटी ने कहा ऐसा प्रतीत होता है कि आपात स्थितियों में बचाव के लिए इस्तेमाल होने वाली योजना और कानूनी प्रावधानों का बिल्कुल पालन ...
भोपाल गैस त्रासदी के 37 साल: भोपाल के साथ भेदभाव कर रहा है डाव केमिकल्स?
2-3 दिसंबर 1984 की रात भोपाल में हुए गैस हादसे को 37 साल हो गए हैं। इस हादसे में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि ...
नेवेली लिग्नाइट में हुए बॉयलर ब्लास्ट में 6 की मौत 17 घायल
दो महीने के अंदर बिजली संयंत्र में होने वाला यह दूसरा विस्फोट है| जिसमें कई और मजदूरों के फंसे होने की आशंका है
लॉकडाउन के बाद 12 से अधिक जानलेवा रासायनिक हादसे, यूपीएल प्लांट हादसे की जांच के लिए समिति बनी
एक दर्जन से अधिक रिपोर्ट किए गए औद्योगिक हादसों में प्लांट या फैक्ट्री की लापरवाही का मामला लगातार सामने आया है। इन हादसों के ...
34 साल में भी नहीं टूटी तंत्र की तंद्रा
प्राणघातक गैस के नासूर को 2 लाख 97 हजार 280 घंटे से ज्यादा अरसा बीत चुका है लेकिन अब तक तंत्र की तंद्रा भंग नहीं हुई है
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: उद्योग से निकली राख से हुआ भूजल प्रदषित, नोटिस जारी
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
संसद में आज: इस साल लू की वजह से केरल में मारे गए सबसे अधिक लोग
पिछले पांच वर्षों के दौरान देश में कैंसर के कुल मामलों में से 3.6 फीसदी मामले भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में हैं
विशाखापट्टनम गैस लीक: विशेषज्ञों ने माना एनजीटी कमिटी रिपोर्ट में हैं कई खामियां
हाल ही में वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने इस रिपोर्ट पर सवाल उठाए हैं। एक्सपर्ट की राय है कि इस रिपोर्ट में कई खामियां हैं, ...
भोपाल गैस त्रासदी के 37वीं बरसी पर गैस पीड़ित पूछ रहे हैं सरकार से 37 सवाल
रोज एक सवाल की श्रृंखला में गैस पीड़ित मुआवजा न मिलने, अस्पताल में सुविधाओं की कमी, रासायनिक प्रदूषण, विधवा पेंशन सहित अब तक 20 ...
पर्यावरण मुकदमों की साप्ताहिक डायरी: ओसुदु झील पर 10 अगस्त तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे समिति: एनजीटी
डाउन टू अर्थ खास: ‘जहर’ बांटती एक नदी, 200 किमी दूर तक दिखता है असर
कैसे लुधियाना की एक प्रदूषित मौसमी नदी 200 किमी दूर के जिलों में कैंसर, मानसिक विकार और शारीरिक क्षति का कारण बन रही
विशाखापट्टनम गैस लीक: लापरवाही बरती तो फिर हो सकता है हादसा: पर्यावरण मंत्रालय
मंत्रालय के अनुसार एलजी पॉलिमर प्लांट में बाकी बची स्टाइरीन मोनोमर को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे के तापमान पर रखना जरुरी है, ताकि ...