आस्ट्रेलिया की आग से न्यूजीलैंड के ग्लेशियर पर खतरा
पर्यावरणविदों का कहना है कि यदि यही हालात रहे तो आने वाले समय में यहां तीस प्रतिशत ग्लेशियर पिघल सकते हैं
गंगा बेसिन में 20,685 हेक्टेयर क्षेत्र में हैं फैली 4,707 हिमनद झीलें
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी एटलस के मुताबिक, गंगा बेसिन में मौजूद 4,707 हिमनद झीलों में से सबसे ज्यादा 2,437 कोसी बेसिन में हैं। ...
पिछले 50 वर्षों में 70 फीसदी सिकुड़ चुका है पेटो ग्लेशियर, क्या बदलती जलवायु है जिम्मेवार?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो सदी के अंत तक यह ग्लेशियर 85 फीसदी तक सिकुड़ जाएगा
ताे केंद्र सरकार ने क्यों बंद किया सेंटर फॉर ग्लेशियोलॉजी सेंटर
चमोली आपदा के बाद उत्तराखंड में ग्लेशियोलॉजी सेंटर खोलने की मांग राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की है
नए सिरे से शुरू हुआ हिमालयी ग्लेशियर का अध्ययन, बर्फ के नीचे जीवन की तलाश
डेनमार्क के विशेषज्ञों का मानना है कि ग्लेशियर की बर्फ के नीचे भी जीवन है। आर्कटिक में उन्होंने इस पर शोध भी किए हैं। ...
ग्रेटर हिमालय में तेजी से पिघल रही है छिपी हुई बर्फ: अध्ययन
एक नए अध्ययन में पता चला है कि ग्रेटर हिमालय में प्रोग्लेशियल झीलों की संख्या में 47 फीसदी और क्षेत्रफल में 33 फीसदी की ...
पृथ्वी सामान्य से अधिक तेजी से घूम रही है, लेकिन क्यों? इसका हम पर क्या होगा असर
वैज्ञानिकों ने 29 जून को अब तक का सबसे छोटा दिन और 26 जुलाई को एक और छोटा दिन दर्ज किया है
उत्तराखंड की जल नीति घोषित, 917 हिमनदों को प्रदूषण मुक्त करने का लक्ष्य
हिमालयी राज्य मेघालय के बाद उत्तराखंड ने भी जल नीति घोषित की है, इसमें वर्षा जल संग्रहण के साथ-साथ पारंपरिक स्त्रोतों को बचाने का ...
कूड़े-कचरे की डंपिंग से पहाड़ों पर त्रासदी को न्यौता
जैसे-जैसे संवेदनशील जगहों पर जोखिम के खेल खेलने का चलन बढ़ रहा है, वैसे-वैसे इन ग्लेशियर्स और ऊंची चोटियों पर कचरे की मौजूदगी और ...
संसद में आज: नदियों के आसपास के क्षेत्रों में भूजल में मिल रहा है माइक्रोप्लास्टिक
विभिन्न विश्वविद्यालय तथा संगठनों के द्वारा समय-समय पर हिमालय के ग्लेशियरों में अचानक तेजी से होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाती है
गर्म होती जलवायु के कारण अधिक ऊंचाई पर हो रहे हैं हिमस्खलन
निम्न-से-मध्यम ऊंचाई वाली पर्वत श्रृंखलाओं की बर्फ में भविष्य में होने वाले बदलावों से अधिक ऊंचे पर्वतीय वातावरण में होने वाले खतरों का अनुमान ...
तेजी से पिघल रहे हैं एशिया के ऊंचे पहाड़ों पर मौजूद ग्लेशियर
हैरानी की बात यह है कि जिन क्षेत्रों में पहले ग्लेशियर बढ़ रहे थे, वहां भी अब ग्लेशियर पिघल रहे हैं
बर्फ की गहराई में जलवायु का भविष्य
रॉस आइस शेल्फ के नीचे समुद्री चट्टान के लिए आखिरी खोजी अभियान वर्ष 1970 में चलाया गया था जिसके नतीजे पहेली जैसे थे
क्या ग्लेशियरों के गायब होने की आशंका भ्रामक है? क्या कहता कैटो इंस्टीट्यूट का अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि गंगोत्री ग्लेशियर का पीछे हटना हाल के दशकों में घटकर 10 मीटर प्रति वर्ष हो गया है
अतीत में क्यों गायब हो गए विशाल ग्लेशियर? भविष्य में क्या होगा, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
जैसे-जैसे ग्लेशियर पीछे हटते हैं, वे अपनी उम्र के सुरागों को तलछट या सेडीमेंट के रूप में छोड़ देते हैं और बर्फ के पिघलने ...
उपग्रह बता सकते हैं कि कब होगा हिमस्खलन:अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक उपग्रह के चित्रों से खतरनाक हिमालयी हिमस्खलन की निगरानी की जा सकती है, जिससे पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को ...
हिमालय में पिछले अनुमान से अधिक मिली बर्फ, पर पिघलने की रफ्तार भी बढ़ी
यदि वैश्विक स्तर पर देखें तो दुनिया भर के हिमनदों में पिछले अनुमानों की तुलना में करीब 20 फीसदी कम बर्फ है।
उत्तरी भारत के प्रदूषण से हिमालय के ग्लेशियर को खतरा: अध्ययन
वाडिया हिमालय भू-विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों ने अपने शोध पत्र में कहा है कि दिल्ली समेत उत्तरी भारत का वायू प्रदूषण हिमालय से टकरा कर ...
2100 तक 83 फीसदी ग्लेशियर पिघल सकते हैं : अध्ययन
ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र के स्तर में पांच इंच की वृद्धि होगी, इसके अलावा समुद्र पहले से ही पिघलती बर्फ की चादरों और ...
भूस्खलन की वजह से बढ़ रहा है ग्लेशियर का पिघलना और पीछे हटना: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने पाया कि भूस्खलन ने ग्लेशियर से बर्फ को नीचे की ओर धकेल दिया, जिससे यह तेजी से आगे की ओर बढ़ा और ...
लद्दाख इलाके में पिघलते ग्लेशियरों के भयंकर परिणाम हो सकते है : अध्ययन
शोध दल ने लद्दाख क्षेत्र के ग्लेशियरों से ढकी झीलों का एक व्यापक सर्वेक्षण किया। उन्होंने 50 साल की अवधि में इन झीलों की ...
केदारनाथ में भी पटाखों का धुआं और शोर, न ग्लेशियर की चिंता, न वन्यजीवों की
केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य में हिम तेंदुए से लेकर हिमालयन थार, कस्तूरी मृग, रेड फॉक्स, हिमालयन सेही, काला भालू, हिमालयन मर्मोट, मोनाल, ग्रिफॉन गिद्ध ...
बड़े तटीय शहरों की सीमा के अंदर 2 वर्ग किलोमीटर भूमि 2030 तक पानी में समा जाएगी
कुछ शहरों की सीमा के अंदर यदि बढ़ते समुद्र को रोकने के लिए उपाय नहीं किए गए तो लगभग 2 वर्ग किलोमीटर भूमि 2030 ...
अपेक्षा से कहीं ज्यादा कठिन है ग्लेशियरों के लिए ग्लोबल वार्मिंग से उबरना
शोध से पता चला है कि बढ़ते तापमान के चलते हर साल ग्लेशियरों से पहले के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा बर्फ पिघल रही है
क्या 2070 तक गायब हो जाएंगे ओलंपिक नेशनल पार्क के ग्लेशियर?
1900 के बाद से, ओलंपिक प्रायद्वीप में आधे ग्लेशियरों के हिस्से का नुकसान हो चुका है और 1980 के बाद से, 35 ग्लेशियर और ...