कोरोनावायरस और साफ पानी का महत्व
जिस वक्त हम सार्स-सीओवी-2 का सामना कर रहे हैं, पानी की उपलब्धता ही इस बात का निर्धारण करेगी कि हम इस लड़ाई को जीत ...
कोरोना महामारी : ज्यादा हाथ धोने से भारत में पैदा हो सकता है जलसंकट
पांच व्यक्तियों के एक परिवार को केवल हाथ धोने के लिए प्रतिदिन 100 से 200 लीटर पानी की आवश्यकता होगी
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस 2022: क्यों मनाया जाता है? यहां जानें
हर साल 5 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को अपने हाथों को स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया ...
साफ-सफाई के अभाव में 200 करोड़ लोगों पर मंडरा रहा है कोरोनावायरस का खतरा
भारत में भी 5 करोड़ से ज्यादा लोगों के पास नहीं है हाथ धोने के पर्याप्त साधन
विश्व पर्यावरण दिवस 2020: संकट के समय में अहम है पानी की भूमिका
पानी को सुरक्षित और स्वच्छ बनाने के लिए यह वैश्विक कोशिशों को तेज करने का सही समय हो सकता है
कैसे जीतेंगें कोरोना से जंग: 10 में से 3 लोगों के पास घर पर नहीं है हाथ धोने की पर्याप्त सुविधा
अनुमान है कि हाथों की स्वच्छता पर यदि प्रति व्यक्ति हर वर्ष एक डॉलर का निवेश किया जाता है तो उससे लाखों लोगों की ...
महामारी के बावजूद देश में केवल 38 फीसदी लोग पांच या उससे ज्यादा बार धोते हैं हाथ
वैश्विक स्तर पर जहां 64 फीसदी महिलाओं दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ धोती या सैनिटाइजर का प्रयोग करती हैं, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 52 फीसदी ...
जब 2.85 लाख आंगनबाड़ी केंद्रों और 38 हजार स्कूलों में नहीं है शौचालय तो कैसे खुले में शौच मुक्त हुआ भारत!
एक तरफ जहां देश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा है वहीं बड़े दुःख की बात है कि अभी भी 285,103 स्कूलों में हाथ धोने ...