पीएमजेएवाई का सच: कोविड-19 की दूसरी लहर में निजी बीमा कंपनियों ने की मनमानी
महामारी के दौरान बीमा दावों की संख्या बढ़ती रही, लेकिन निजी बीमा कंपनियों ने इन दावों के निपटारे में या तो देरी की या ...
“हम आयुष्मान कार्ड दिखाकर-दिखाकर थक गए हैं, इसका कोई फायदा नहीं है”
हापुड़ के आयुष्मान बीमा कार्ड धारकों का आरोप, प्राइवेट अस्पताल नहीं कर रहे इलाज
एक-तिहाई से भी कम गरीब बुजुर्गों को मिलता है पेंशन योजना का लाभ: स्वास्थ्य मंत्रालय
अध्ययन के मुताबिक, विधवा पेंशन और अन्नपूर्णा योजना के प्रति जागरूकता व नामांकन और भी कम रहे
पीएमजेएवाई का सच: लुटे मरीज, फायदे में रहे अस्पताल और बीमा कंपनियां
बीमा कंपनियां बीमा दावों का भुगतान में कमियों के लिए अस्पतालों को जिम्मेवार ठहरा रही हों, लेकिन कोविड काल से पहले भी कंपनियां मनमानी ...
नीति आयोग का शहरी सूचकांक : एसडीजी हासिल करने में शिमला पहले और 20वें पायदान पर दिल्ली
डैशबोर्ड के अनुसार 56 में से 21 शहर अपनी नगरपालिका में ठोस कचरे का 100 फीसदी उपचार कर रहे हैं। वहीं 31 शहरी क्षेत्रों ...
80 प्रतिशत भारतीयों का स्वास्थ्य बीमा नहीं: सरकारी सर्वे
अधिकांश लोग अपनी बचत या उधार के पैसों से अस्पतालों का खर्च वहन करते हैं
गरीब देशों में बढ़ते ऊष्णकटिबंधीय चक्रवातों से बढ़ रहे हैं हृदय रोग: अध्ययन
शोध के अनुसार, तूफान की जद में आने वाले लोगों में हृदय रोग की घटनाओं में वृद्धि हो रही है। तूफान के समय और उसके ...
पीएमजेएवाई का सच: बीमा के भरोसे महामारी से निपटना संभव नहीं
विशेषज्ञों का दावा है कि अगर सरकार हेल्थकेयर पर खर्च करने में असफल होती है, तो इसका पूरा बोझ लोगों पर पड़ता है
पीएमजेएवाई का सच: “महंगा साबित हो रहा है बीमा-आधारित हमारा मॉडल”
पुरानी कर-आधारित प्रणाली के माध्यम से सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले देशों को अच्छे परिणाम मिल रहे हैं
जलवायु परिवर्तन: भारत, नेपाल और बांग्लादेश में घरेलू कामगार महिलाओं के लिए बना अभिशाप
सर्वे में शामिल 83 फीसदी का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में गर्मी के दौरान तापमान बढ़ रहा है। हालांकि उनमें से दो-तिहाई ...