जामुन की पैदावार के लिए खतरा बन सकता है यह छिद्रक कीट: शोध
भारतीय शोधकर्ताओं ने जामुन के फलों के विकास के ऐसे महत्वपूर्ण चरणों का पता लगाया है, जो अनसेल्मेला केरची नामक छिद्रक कीट के प्रकोप ...
कृषि शिक्षा से तबाह हुई परंपरागत खेती
देश में कृषि और कृषि शिक्षा पर व्यापक पड़ताल के बाद डाउन टू अर्थ द्वारा एक सीरीज शुरू की गई है। पेश है सीरीज ...
शोध और अनुसंधान के दम पर ही अफ्रीका के बजाए भारत में हुई हरित क्रांति
भारत में कृषि और कृषि शिक्षा की दशा को लेकर डाउन टू अर्थ ने व्यापक पड़ताल की, जिसे एक सीरीज के तौर पर प्रकाशित ...
विदेशी आक्रमण, भाग तीन : एफएडब्ल्यू का नई फसलों पर भी हमला शुरू
“विदेशी आक्रमण” श्रृंखला की तीसरी कड़ी में आज जानिए, फॉल आर्मीवर्म नामक विदेशी कीड़े के हमले से पीड़ित दक्षिण के राज्यों व महाराष्ट्र का हाल।
चुनाव में मुद्दा नहीं बनती बिहार की सूखी नदियां
राज्य की लगभग 600 नदियां या तो सूख चुकी हैं या सूखने के कगार पर हैं, लेकिन चुनाव में कोई भी राजनीतिक दल इसे ...
ई-फार्मेसी से नफा या नुकसान
हाल में अदालतों ने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पर तब तक के लिए प्रतिबंध लगाया है, जब तक सरकार नियमन के लिए कोई नियम ...
उल्टी गिनती शुरू
राज्यों में इस साल और लोकसभा के अगले साल होने वाले चुनाव में किसानों के मुद्दे अहम भूमिका निभाएंगे।
तो भारत में क्रिकेट हो जाएगा बंद !
क्रिकेट के लिए वायु प्रदूषण के मानक बने तो भारतीय शहरों में शायद ही कोई मैच हो पाए क्योंकि सभी जगह प्रदूषण का स्तर ...
कोयले के व्यवसायिक खनन का रास्ता खुला
भारत सरकार ने 20 फरवरी को कोयला खनन के दरवाजे निजी कंपनियों के लिए खोल दिए। इसी के साथ सरकारी खनन कंपनी कोल इंडिया ...
हिमनद: जानकारी का संकट
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा सूचीबद्ध भारतीय हिमालय के 9,575 ग्लेशियरों में से केवल 25 के ग्राउंड डेटा उपलब्ध है।
सिक्किम : यहां जानिए क्यों चुंगथांग हाइड्रो डैम में आई दरार एक गंभीर और चिंताजनक मुद्दा है
सिक्किम के चुंगथांग हाइड्रो-बांध के टूटने से पूरे क्षेत्र में सदमे की लहर दौड़ गई है, जिससे इसके प्रभावों के बारे में चिंताएं बढ़ ...
नहीं रहे हरित क्रांति के जनक मशहूर कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन
प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन का 28 सितंबर, 2023 को सुबह 11.15 बजे उनके आवास पर निधन हो गया।
भोजन की बाइनरी में धंसी-फंसी दुनिया
हर्बर्ट मार्क्यूज के शब्दों में कहें तो ‘फॉल्स नीड्स’ पर पूरा समाज जीने का प्रयास कर रहा है।
70 फीसदी से अधिक जिलों में सूखे की स्थिति, फसल की उपज हो सकती है प्रभावित
माधवन के अनुसार देश में चेरापूंजी जैसे गीले क्षेत्रों में हल्के सूखे से उतना फर्क नहीं पड़ता है जबकि विदर्भ क्षेत्र जो पहले से ...
यूपी में भारी वर्षा : धान के किसान खुश तो सब्जी किसानों का हुआ बड़ा नुकसान
उत्तर प्रदेश सरकार की एक बैठक में राहत आयुक्त को एक हफ्ते में जिलों में वर्षा की वजह से फसल नुकसान का आकलन करने ...
यहां जानिए क्या 2023 एक सूखा वर्ष होगा?
डेटा के विश्लेषण से कोई सुसंगत पैटर्न नहीं पता चलता है, फिर भी सूखा वर्ष कहलाने से बचने के लिए 2023 में सितंबर में ...
4 साल की अच्छी मानसूनी वर्षा के बाद अब केरल में सूखे जैसी स्थितियां, अब तक 45 फीसदी कम हुई वर्षा
पर्याप्त वर्षा न होने के कारण न सिर्फ किसान प्रभावित होंगे बल्कि उनकी लागत बढ़ेगी और उपज कम होगी।
चावल की उपज पर मंडरा रहा खतरा, अगस्त की बारिश करेगी फैसला
फिलहाल मानसून ब्रेक पर है। इससे हिमालय की तलहटी और पूर्वी भारत में वर्षा होगी लेकिन देश के अन्य हिस्सों में वर्षा गतिविधि मंद पड़ ...
किसानों को मुआवजा मिलने के बजाए बीमा कंपनियों को मिल रहा सरकार से फायदा
फसल बीमा कंपनियों को केवल मुआवजा बांटने के लिये 7 साल में 60 हजार 73 करोड रुपये मिले हैं।
दिल्ली के मयूर विहार में तीन घंटे में 110 एमएम वर्षा, जानिए क्या है कारण?
डॉ कुलदीप बताते हैं कि बीते दो तीन वर्षों में मानसून सीजन में यह ट्रेंड देखा गया है कि दिल्ली में बहुत कम समय ...
मानसून की विसंगति: उत्तर और उत्तरपश्चिम में भारी वर्षा, दक्षिण प्रायद्वीप में सूखा
जुलाई, 2023 के पहले दस दिन में उत्तरी क्षेत्र में 8 और 9 जुलाई को भारी वर्षा दर्ज की गई जो न सिर्फ अतिरिक्त ...
बाजार में 122 रुपए किलो का टमाटर और किसान को प्रति किलो की बिक्री पर मिल रहे सिर्फ 10 रुपए
दलवई कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक किसानों द्वारा 58 फीसदी टमाटर प्राइवेट ट्रेडर्स को बेचा जाता है।
बागवानी उत्पादन में हुआ 3.76 फीसदी का इजाफा, 2022-23 में 35 करोड़ टन होने का अनुमान
सब्जियों का उत्पादन पिछले वर्ष के 200.45 मिलियन टन की तुलना में, 4.34% की वृद्धि के साथ, वर्ष 2021-22 में 209.14 मिलियन टन हुआ।
इन जिलों में एक ही दिन में हो गई 50 फीसदी वर्षा, मिनी क्लाउड बर्स्ट जैसी स्थिति
एक ही दिन के कुछ घंटों में होने वाली अत्यधिक वर्षा जानलेवा भी साबित होती है और यह जलवायु परिवर्तन का एक स्पष्ट संकेत ...
सामान्य मानसून फिर भी बाढ़ का खतरा, अर्ली वार्निंग सिस्टम कर सकते हैं जान-माल का बचाव
आईसीएमओडी के सहयोग से अफगानिस्तान में 3, भारत में 7 और नेपाल में 11 व पाकिस्तान में 5 स्टेशन स्थापित किए गए हैं जो ...